ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022: फाइनल में हारे लक्ष्य सेन

53 मिनट तक चले मुकाबले में डेनिश शटलर विक्टर एक्सेलसेन ने लक्ष्य सेन को 21-10, 21-15 से हराया।

2 मिनटद्वारा रौशन कुमार
Viktor Axelsen of Denmark beat India's Lakshya Sen for the All England Badminton Open 2022 title.
(Badmintonphoto | Courtesy of BWF)

बर्मिंघम में रविवार को ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 मेंस सिंगल्स इवेंट के फाइनल में टोक्यो ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसेन ने भारतीय शटलर लक्ष्य सेन को 53 मिनट तक चले मुकाबले में 21-10, 21-15 से दी मात।

लक्ष्य सेन ने ऑल इंग्लैंड ओपन के अपने दूसरे दौर के मैच में दुनिया के नंबर 3 एंडर्स एंटोनसेन को हराया था। इससे पहले लक्ष्य सेन ने मलेशिया के मौजूदा चैंपियन ली जी जिया को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।

विक्टर एक्सेलसेन ने पहले गेम की शुरुआत आक्रमता से की और खेल के कुछ ही मिनट में 5-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद मैच का लुत्फ उठा रहे दर्शकों ने लक्ष्य का हौसला अफज़ाई किया जिसके बाद भारतीय शटलर अपना खाता खोलने में कामयाब रहे।

आज के मैच में डेनिश खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसेन एक अलग रंग में नज़र आ रहे थे। उन्होंने शुरुआती लय को बनाए रखा और पहले गेम में 12-2 की बड़ी बढ़त हासिल कर ली।

लक्ष्य ने इसके बाद पलटवार करते हुए दो लगातार अंक हासिल किए लेकिन डेनिश खिलाड़ी ने लक्ष्य के लय को तोड़ते हुए पहले गेम को 21-10 के बड़े अंतर से अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम की शुरुआत रोमांच और उत्साह से भरपूर रही। दोनों शटलरों के बीच कोर्ट पर लंबी रैली देखने मिली। हालंकि लक्ष्य पर पहला गेम हारने का दबाव भी दिख रहा था, जिसका विरोधी शटलर ने पूरा फायदा उठाया और 2-0 से बढ़त बना ली। इसके बाद लक्ष्य ने गेम में वापसी करते हुए स्कोर को 4-4 से बराबर कर दिया।

ओलंपिक चैंपियन विक्टर ने एक बार फिर लक्ष्य पर दबाव बनाना शुरू किया और 8-4 से आगे हो गए। लक्ष्य ने वापसी करने के सभी मुमकिन प्रयास किए लेकिन वह विपक्षी खिलाड़ी से लगातार पिछड़े रहे और अंत में उन्हें दूसरे गेम में 21-15 से हार का सामना करना पड़ा।

इस टूर्नामेंट में लक्ष्य सेन 2001 में पुलेला गोपीचंद की यादगार जीत के बाद प्रतिष्ठित BWF सुपर 1000 इवेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने।

1980 और 1981 में प्रकाश पादुकोण देश के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने इससे पहले ऑल इंग्लैंड ओपन फाइनल में जगह बनाई थी।