बेहद शानदार रहा है कि शीर्ष भारतीय निशानेबाज मनु भाकर का अब तक का प्रदर्शन

19 साल की मनु भाकर टोक्यो 2020 में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीयों में से है एक

3 मिनटद्वारा दिनेश चंद शर्मा
शूटिंग रेंज में शूटिंग करते हुए मनु भाकर।
(Getty Images)

उदीयमान भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने 19 साल की उम्र में महत्वपूर्ण ऊंचाइयों को हासिल किया है। हालांकि उन्होंने अपने ओलंपिक करियर की शानदार शुरुआत की है, लेकिन वह गुरुवार को बेहतर करने की तलाश में आगे बढेंगी।

वह टोक्यो 2020 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धाओं में फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही है। ऐसे में भाकर के पास गुरुवार को महिलाओं की 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल स्पर्धा में पदक जीतने का अंतिम मौका होगा।

यह किशोरी के लिए अपने अभी तक के करियर में एक बड़ी पहचान बनाने का अवसर होगा। झज्जर में जन्मी निशानेबाज ने पहले ही कई पुरस्कार अर्जित किए हैं। इनमें सात विश्व कप स्वर्ण पदक और राष्ट्रमंडल खेलों में टीम और व्यक्तिगत स्पर्धाओं में शीर्ष पोडियम फिनिश शामिल है।

भाकर ने पहले ही कई सफलता हासिल कर ली हैं, जिसने उनका नाम दुनिया के बेहतरीन निशानेबाजों में से एक के रूप में पक्का कर दिया है।

टोक्यो 2020 में उनके अंतिम मुकाबले से पहले आइए एक नजर डालते हैं उनके कुछ यादगार प्रदर्शनों पर:

2018 युवा ओलंपिक

मनु भाकर ने पहली बार ब्यूनस आयर्स में 2018 युवा ओलंपिक में 236.5 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियां बटोरीं। भाकर के करियर की शुरुआत में यह एक विशेष क्षण था, क्योंकि वह निशानेबाजी के खेल में भारत की पहली युवा ओलंपिक खेलों की स्वर्ण पदक विजेता बनीं।

युवा निशानेबाज ने फ़ाइनल में रूस की इना एनिना 235.9 के स्कोर से बेहतर कर पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया था। वह शुरू से ही अपने खेल में शीर्ष पर थी, क्वालिफिकेशन इवेंट में शीर्ष पर पहुंचने के लिए 576 की शूटिंग की और फिर अपने पांच अंतिम शॉट्स में से चार में 10 से ऊपर की शूटिंग की।

(IOC)

2018 राष्ट्रमंडल खेल

भाकर ने 2018 में विश्व स्तर पर खुद को स्थापित करना जारी रखा क्योंकि उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल स्वर्ण पदक जीतने के लिए खेलों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वह तब 16 साल की थीं और इस प्रक्रिया में उन्होंने अपनी वरिष्ठ भारतीय हमवतन हीना सिद्धू को भी हराया था।

भाकर ने 240.9 का रिकॉर्ड बनाया और सिद्धू से आगे निकल गई, जिन्होंने बेलमोंट शूटिंग सेंटर में 234 का स्कोर किया था। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया की एलेना गैलियाबोविच (214.9) ने कांस्य पदक हासिल किया था।

संयोग से, भाकर इस इवेंट में इतनी अच्छी थीं कि उन्होंने 14 बाद 10 से ऊपर शूटिंग करके और शानदार 10.4 के साथ समाप्त करके अपने अधिकार पर मुहर लगा दी। उन्होंने अपने इस प्रदर्शन के साथ विश्व मंच पर अपनी विशेष छाप छोड़ी थी।

2018 विश्व कप

भाकर ने मेक्सिको के ग्वाडलजारा में 2018 विश्व कप में 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस प्रकार, 16 वर्षीय, विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय निशानेबाज बन गए।

राइफल शूटर गगन नारंग और पिस्टल शूटर राही सरनोबत ने भारत के लिए पिछला संयुक्त रिकॉर्ड बनाया, क्योंकि उन्होंने क्रमशः 2006 और 2013 में 23 साल की उम्र में उपलब्धि हासिल की थी।

भाकर ने 237.5 के स्कोर के साथ स्थानीय पसंदीदा अलेजांडारा ज़वाला वाज़क्वेज़ को 0.4 अंकों के अंतर से हराकर शीर्ष पोडियम स्थान हासिल किया। 10.6 के अंतिम शॉट के साथ उनके स्वर्ण पदक की पुष्टि हुई, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी दबाव में प्रदर्शन करते हुए केवल 8.8 का प्रबंधन कर सके।

टोक्यो 2020 में अब कब एक्शन में नजर आएंगी मनु भाकर?

भाकर अगली बार गुरुवार को महिलाओं की 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल क्वालीफिकेशन स्पर्धा में नजर आएंगी।