वर्ल्ड डबल्स स्क्वैश चैंपियनशिप: दीपिका पल्लीकल ने भारत के लिए जीता पहला खिताब

दीपिका पल्लीकल ने जोशना चिनप्पा के साथ वूमेंस डबल्स का खिताब जीता, वहीं सौरव घोषाल के साथ मिक्स्ड डबल्स के खिताब को हासिल किया। यह विश्व स्तर पर भारत के लिए पहला खिताब है।

2 मिनटद्वारा रौशन कुमार
Indian squash player Dipika Pallikal
(Getty Images)

शुक्रवार को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित वर्ल्ड स्क्वैश चैंपियनशिप 2022 में भारत की दीपिका पल्लीकल और सौरव घोषाल ने मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता। फिर उसके कुछ ही घंटे बाद दीपिका ने जोशना चिनप्पा के साथ मिलकर वूमेंस डबल्स का खिताब हासिल किया।

इससे पहले, भारतीय स्क्वैश खिलाड़ियों ने विश्व स्तर पर केवल दो बार ही फाइनल में प्रवेश किया था। दीपिका और सौरव को साल 2016 के मिक्स्ड डबल्स इवेंट के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था जबकि सौरव और ऋत्विक भट्टाचार्य साल 2014 में मेंस डबल्स के उपविजेता रहे थे।

स्कॉटलैंड लीजर सेंटर में खेले गए फाइनल मुकाबले में दूसरी वरीयता प्राप्त दीपिका पल्लीकल और सौरव घोषाल ने चौथी वरीयता प्राप्त इंग्लैंड की एड्रियन वालर और एलिसन वाटर्स की जोड़ी को 11-6, 11-8 से हराकर मिक्स्ड डबल्स का खिताब हासिल किया और भारत के पहले वर्ल्ड डबल्स स्क्वैश चैंपियन बने।

इसके कुछ ही घंटे बाद दीपिका ने भारत की और अपनी विश्व चैंपियनशिप की पदक संख्या को दोगुना कर दिया। उन्होंने जोशना चिनप्पा के साथ वूमेंस डबल्स इवेंट को भी जीतते हुए टूर्नामेंट में दो खिताब अपने नाम कर लिए।

पूर्व कॉमनवेल्थ गेम्स की चैंपियन दीपिका और चिनप्पा ने तीसरी वरीयता प्राप्त इंग्लैंड की सारा-जेन पेरी और दूसरी वरीयता प्राप्त एलिसन वाटर्स को 11-9, 4-11, 11-8 से हराकर खिताब पर अपनी दावेदारी पेश की।

दीपिका पल्लीकल के लिए ग्लासगो मीट एक ऐतिहासिक टूर्नामेंट रहा। भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक से शादी करने के बाद दीपिका पिछले साल मां बनी थीं।

इसके अलावा वह इस खेल से तीन साल दूर रहने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी कर रही थीं।

इस बीच, विक्रम मल्होत्रा और जोशना चिनप्पा की मिक्स्ड डबल जोड़ी में अपने नौवें-दसवें स्थान के प्लेऑफ में मोहम्मद सयाफिक कमाल और आइफा अजमान की मलेशियाई जोड़ी से 11-4, 11-6 से हारकर दसवें स्थान पर रहे।

शनिवार को मेंस डबल्स इवेंट में रामित टंडन और विक्रम मल्होत्रा की एकमात्र भारतीय जोड़ी को वेल्स के इलियट मॉरिस और ओवेन टेलर से 11-7, 11-10 से हार का सामना करना पड़ा। वह इस इवेंट में  17वें स्थान पर रहे।