हमने क्या सीखा: टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों से रेसलिंग से जुड़ी हर जरूरी जानकारी हासिल करें

गोल्ड के लिए David Taylor की देर से वापसी से लेकर ओलंपिक चैंपियन का मुकाबला जीतने वाले Abdulrashid Sadulaev तक टोक्यो 2020 में कुश्ती के सबसे यादगार पलों पर एक नज़र डालें, मेडल विजेताओं को देखें और पेरिस 2024 के अपने सफर को शुरू करें।

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रेसलिंग
(2021 Getty Images)

टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में कुश्ती मैट के एक्शन, ब्लॉकबस्टर फाइनल और चैंपियन की ताजपोशी के यादगार पलों के साथ सभी की उम्मीदों पर खरी उतरी। पदक विजेताओं में अधिकांश पहली बार पदक जीतने वाले रेसलर रहे।

रेसलिंग हाइलाइट्स में ओलंपिक चैंपियन के यादगार मुकाबलों में Hassan Yazdani पर David Taylor की जीत और Kyle Snyder पर Abdulrashid Sadulaev की जीत यादगार रही।

जापानी महिला पहलवानों के चार स्वर्ण पदक हासिल करने की यात्रा भी बेहद रोमांचक रही, जिसमें KAWAI Yukako और KAWAI Risako बहनों ने 24 घंटे के अंतर पर खिताब जीते।

इसके अलावा हम Gable Stevenson की आखिरी और थका देने वाली जीत को भी नहीं भूल सकते हैं।

रेसलिंग इतिहास में Blessing Oborududu ओलंपिक फाइनल में पीछे रह गईं, लेकिन वह ओलंपिक फाइनल में जगह बनाने वाली पहली अफ्रीकी महिला बनीं और नाइजीरिया के लिए उन्होंने एक यादगार रजत पदक जीता।

यहां पर हम सबसे यादगार पलों पर एक नज़र डाल रहे हैं, इसके साथ ही पदक जीतने वाले 26 देशों के पदक विजेताओं के बारे में संक्षिप्त जानकारी, और पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के संभावित पदक दावेदारों पर एक नज़र डालें।

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टोक्यो 2020 के शीर्ष 5 रेसलिंग पल

1 - फ्रीस्टाइल 86 किग्रा में David Taylor की ऐतिहासिक जीत

टीम यूएसए के David Taylor ने साबित कर दिया कि उन्हें क्यों 'मैजिक मैन' कहा जाता है। उन्होंने अपने मुकाबले को ओलंपिक रेसलिंग इतिहास में सबसे शानदार और यादगार प्रदर्शनों में से एक बना दिया।

Taylor के अंतिम पलों में किए गए टेकडाउन ने उन्हें ईरानी सुपरस्टार हसन याज़दानी पर 4-3 से जीत दिला दी। यह Yazdani के लिए एक दिल तोड़ने वाली हार रही। उनसे देश के इतिहास में पहला डबल ओलंपिक चैंपियन बनने की उम्मीद की जा रही थी।

उस जीत का मतलब था कि अमेरिकी ने रियो 2016 चैंपियन के खिलाफ 74 किग्रा में अपने सभी मुकाबले जीते और लेकिन इतिहास में अपने खेल के सितारों में से एक के तौर पर पीछे रह जाते हैं।

125 किग्रा में Gable Steveson की चौंका देने वाली जीत और महिलाओं के 68 किग्रा में तामायरा के Mensah-Stock के स्वर्ण के साथ अमेरिका 1984 के बाद से ओलंपिक मैट पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब रहा। उन्होंने कुल चार चार स्वर्ण पदक जीते।

2- चैंपियन ऑफ चैंपियन: Abdulrashid Sadulaev, फ्रीस्टाइल 97 किग्रा

Kyle Snyder बनाम Abdulrashid Sadulaev के बीच का मुकाबला बेहद कांटे की टक्कर का रहा। Sadulaev ने बड़ी जद्दोजहद के बाद स्वर्ण पदक जीता।

रियो 2016 में अलग-अलग भार वर्गों में चैंपियन बनने वाले दोनों पहलवान तीसरी बार आमने-सामने थे। इस बार आरओसी के Sadulaev ने अपने दूसरे ओलंपिक खिताब के लिए अमेरिकी को 6-3 से मात दी।

चार बार के विश्व चैंपियन Sadulaev ने कहा, “यह मुकाबला अद्भुत और अविश्वसनीय था। मैं इस भावना को जानता हूं क्योंकि पांच साल पहले भी मैंने यह खिताब जीता था। जीतने की तुलना में अपने खिताब को डिफेंड करना ज्यादा मुश्किल है।"

Snyder पर Sadulaev की इस जीत ने उनके कभी न हारने वाले नाबाद रिकॉर्ड को और बढ़ा दिया है। अमेरिकी को आखिरी बार 2017 विश्व चैंपियनशिप में हार मिली थी, जब उनका आमना-सामना पहली बार हुआ था और Snyder जीत गए थे।

3- जापान के स्वर्ण पदक मुकाबले की महिला स्टार

चार स्वर्ण पदकों के साथ प्रतियोगिता को समाप्त करने वाली घरेलू टीम के लिए यह बड़ी उपलब्धि थी।

KAWAI Risako महिला कुश्ती इतिहास में तीसरी डबल ओलंपिक चैंपियन बनीं।

फाइनल में दो ओलंपिक चैंपियनों को हराने वाली Kawai ने स्वर्ण पदक मुकाबले में बेलारूस की Iryna Kurachkina पर 5-0 से जीत के साथ 57 किग्रा का खिताब हासिल किया।

रिकॉर्ड चार स्वर्ण पदक के साथ हमवतन ICHO Kaori और YOSHIDA Saori (तीन स्वर्ण पदक) दो से अधिक स्वर्ण पदक जीतने वाली अन्य जापानी महिला पहलवान हैं।

Risako के लिए यह जीत और भी खास थी, क्योंकि उनकी छोटी बहन Yukako ने एक दिन पहले अपने पहले ओलंपिक में 62 किग्रा का स्वर्ण जीता था।

जापान की अन्य रोमांचक पलों में विश्व चैंपियन OTOGURO Takuto और SUSAKI Yui का ओलंपिक खिताब जीतना भी शामिल है और उन्होंने अपने ओलंपिक डेब्यू में जापान को और अधिक पदक जीतने में बढ़ावा दिया है।

4- लोपेज बनीं चार बार की ओलिंपिक गोल्ड मेडल विजेता

क्यूबा के सुपरस्टार Mijain Lopez ने इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में अपना नाम दर्ज किया, क्योंकि वह चौथा ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले इतिहास के दूसरे पहलवान बन गए।

ग्रीको-रोमन 130 किग्रा फाइनल में 'जायंट ऑफ हेरादुरा' ने जॉर्जियाई पहलवान Iakobi Kajaia को आसानी से हरा दिया और चार ओलंपिक खिताब जीतने वाले एकमात्र पहलवान के रूप में जापानी में छा गए।

38 वर्षीय ने बीजिंग 2008 और लंदन 2012 में 120 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता और रियो डी जनेरियो के अपने 130 किलोग्राम भार वर्ग के खिताब का बचाव किया।

ग्रीको-रोमन कुश्ती में एक और स्टार पहलवान यूक्रेनी लॉमेकर Zhan Beleniuk ने 87 किग्रा में हंगरी के Viktor Lorincz पर जीत के बाद टोक्यो ओलंपिक में अपने देश के पहले स्वर्ण पदक विजेता बने।

रियो 2016 के रजत पदक विजेता Beleniuk ओलंपिक खेलों में कई पदक जीतने वाले अपने देश के पहले ग्रीको-रोमन पहलवान हैं।

5- Nigeria और San Marino ने जीता पहला पदक

Blessing Oborududu ओलंपिक फाइनल में जगह बनाने वाले पहले नाइजीरियाई बने।

तीन बार की ओलंपियन ने वूमेंस 68 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में मंगोलियाई Battsetseg Soronzonbold को 7-2 से हराया। वह फाइनल में यूएसए की Tamyra Mensah-Stock से हार गईं, लेकिन उनके रजत पदक ने उन्हें नाइजीरिया की पहली ओलंपिक कुश्ती पदक विजेता बना दिया।

32 वर्षीय Oborududu ने कहा, "हम पिछले दो ओलंपिक खेलों से मेहनत कर रहे हैं। लेकिन हम कोई भी पदक हासिल नहीं कर पाए। फिर भी हमने मेहनत करना जारी रखा, क्योंकि हम जानते थे कि एक दिन हम इसे हासिल कर लेंगे।"

Myles Amine ने फ्रीस्टाइल 86 किग्रा में भारत के 2019 विश्व रजत पदक विजेता Deepak Punia पर 4-2 की जीत के साथ सैन मैरिनो का पहला ओलंपिक रेसलिंग पदक हासिल किया।

यही नहीं, Amine सैन मैरिनो से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले पहलवान भी थे।

ओलंपिक खेलों के रेसलिंग हाइलाइट्स पर एक आखिरी नज़र

टोक्यो में हर बार से काफी अलग पदक विजेता बने। अमेरिकी रेसलर Tamyra Mensah-Stock इसका सबसे अच्छा उदाहरण बनीं।

68 किग्रा में उनकी जीत ने उन्हें दूसरी अमेरिकी महिला कुश्ती ओलंपिक चैंपियन और पोडियम पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत महिला बना दिया।

उनकी जीत के बाद उनकी इंस्टाग्राम फॉलोइंग 13k से 125k हो गई, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह खेल के लिए नए रास्ते खोलेगा।

Mensah-Stock ने कहा, “ये युवा महिलाएं खुद को अब कई रूप में देखेंगी और कुछ खास करेंगी। वो सोचेंगी कि ‘मैं भी ऐसा कर सकती हूं, मैं भी खुद को इस स्थिति में देख सकती हूं।' इसलिए अब वह भी सोच सकती है कि ऐसा किया जा सकता है।”

हेलो पेरिस

क्यूबा के Mijain Lopez के अलावा अधिकांश फाइनलिस्ट पेरिस में अपने खिताब को डिफेंड करना चाहेंगे। Sadulaev का आगे का इरादा अभी कुछ तय नहीं है। लेकिन Snyder जो 25 साल की उम्र में अपने रूसी प्रतिद्वंद्वी से सिर्फ छह महीने छोटे हैं, वह पहले से ही विश्व चैंपियनशिप के जरिए अपना रास्ता बना चुके हैं।

उन्होंने कहा, “मुझे अटैक पर पलटवार करना सीखना है, इसलिए मैं यही करने जा रहा हूं। हमें इस बात का अंदाजा था कि यह कैसे होगा।"

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पेरिस 2024 में Gable Steveson से एक और बैक-फ्लिप दांव देखने की उम्मीद होगी। टोक्यो ओलंपिक खेलों में उभरे नए सितारों में से एक इस 21 वर्षीय पहलवान ने जॉर्जिया के तीन बार के विश्व चैंपियन Geno Petriashvili को हराकर हैरान कर दिया था।

उनकी टीम की साथी Tamyra Mensah-Stock और जापान के KAWAI Yukako को भी मैट पर फिर एक्शन में देखा जा सकता है।

Olympics.com पर रेसलिंग रिप्ले कब और कहां देख सकते हैं?

रेसलिंग रिप्ले को आप olympics.com/tokyo2020-replays पर देख सकते हैं।

रेसलर आगे कब एक्शन में नज़र आएंगे?

अब रेसलर 2-10 अक्टूबर, 2021 को ओस्लो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में दांव-पेच लगाते हुए नज़र आएंगे।

टोक्यो 2020 में रेसलिंग के मेडल की पूरी सूची

फ्रीस्टाइल

मेंस 57 किग्रा

गोल्ड - Zavur Uguev (ROC)

सिल्वर - Ravi Kumar (IND)

ब्रॉन्ज़ - Nurislam Sanayev (KAZ)

ब्रॉन्ज़ - Thomas Gilman (USA)

मेंस 65 किग्रा

गोल्ड - OTOGURO Takuto (JPN)

सिल्वर - Haji Aliyev (AZE)

ब्रॉन्ज़ - Gadzhimurad Rashidov (ROC)

ब्रॉन्ज़ - Bajrang Punia (IND)

मेंस 74 किग्रा

गोल्ड - Zaurbek Sidakov (ROC)

सिल्वर - Mahamadkhabib Kadzimahamedau (BLR)

ब्रॉन्ज़ - Kyle Dake (USA)

ब्रॉन्ज़ - Bekzod Abdurakhmonov (UZB)

मेंस 86 किग्रा

गोल्ड - David Taylor (USA)

सिल्वर - Hassan Yazdani (IRI)

ब्रॉन्ज़ - Artur Naifonov (ROC)

ब्रॉन्ज़ - Myles Amine (SMR)

मेंस 97 किग्रा

गोल्ड - Abdulrashid Sadulaev (ROC)

सिल्वर - Kyle Snyder (USA)

ब्रॉन्ज़ - Reineris Salas Perez (CUB)

ब्रॉन्ज़ - Abraham Conyedo Ruano (ITA)

मेंस 125 किग्रा

गोल्ड - Gable Steveson (USA)

सिल्वर - Geno Petriashvili (GEO)

ब्रॉन्ज़ - Amir Zare (IRI)

ब्रॉन्ज़ - Taha Akgul (TUR)

वूमेंस 50 किग्रा

गोल्ड - SUSAKI Yui (JPN)

सिल्वर - SUN Yunan (CHN)

ब्रॉन्ज़ - Mariya Stadnik (AZE)

ब्रॉन्ज़ - Sarah Hildebrandt (USA)

वूमेंस 53 किग्रा

गोल्ड - MUKAIDA Mayu (JPN)

सिल्वर - PANG Qianyu (CHN)

ब्रॉन्ज़ - Vanesa Kaladzinskaya (BLR)

ब्रॉन्ज़ - Bolortuya Bat Ochir (MGL)

वूमेंस 57 किग्रा

गोल्ड - KAWAI Risako (JPN)

सिल्वर - Iryna Kurachkina (BLR)

ब्रॉन्ज़ - Helen Maroulis (USA)

ब्रॉन्ज़ - Evelina Nikolova (BUL)

वूमेंस 62 किग्रा

गोल्ड - KAWAI Yukako (JPN)

सिल्वर - Aisuluu Tynybekova (KGZ)

ब्रॉन्ज़ - Iryna Koliadenko (UKR)

ब्रॉन्ज़ - Taybe Yusein (BUL)

वूमेंस 68 किग्रा

गोल्ड - Tamyra Mensah Stock (USA)

सिल्वर - Blessing Oborududu (NGR)

ब्रॉन्ज़ - Alla Cherkasova (UKR)

ब्रॉन्ज़ - Meerim Zhumanazarova (KGZ)

वूमेंस 76 किग्रा

गोल्ड - Aline Rotter-Focken (GER)

सिल्वर - Adeline Gray (USA)

ब्रॉन्ज़ - Yasemin Adar (TUR)

ब्रॉन्ज़ - Zhou Qian (CHN)

ग्रीको-रोमन

60 किग्रा

गोल्ड - Luis Orta Sanchez (CUB)

सिल्वर - FUMITA Kenichiro (JPN)

ब्रॉन्ज़ - WALIHAN Sailike (CHN)

ब्रॉन्ज़ - Sergey Emelin (ROC)

67 किग्रा

गोल्ड - Mohammedreza Geraei (IRI)

सिल्वर - Parviz Nasibov (UKR)

ब्रॉन्ज़ - Frank Staebler (GER)

ब्रॉन्ज़ - Mohammed Elsayed (EGY)

77 किग्रा

गोल्ड - Tamas Lorincz (HUN)

सिल्वर - Akzhol Makhmudov (KGZ)

ब्रॉन्ज़ - YABIKU Shohei (JPN)

ब्रॉन्ज़ - Rafig Huseynov (AZE)

87 किग्रा

गोल्ड - Zhan Beleniuk (UKR)

सिल्वर - Viktor Lorincz (HUN)

ब्रॉन्ज़ - Denis Kudla (GER)

ब्रॉन्ज़ - Zurabi Datunashvili (SRB)

97 किग्रा

गोल्ड - Musa Evloev (ROC)

सिल्वर - Artur Aleksanyan (ARM)

ब्रॉन्ज़ - Tadeusz Michalik (POL)

ब्रॉन्ज़ - Mohammadhadi Saravi (IRI)

130 किग्रा

गोल्ड - Mijain Lopez (CUB)

सिल्वर - Iakob Kajaia (GEO)

ब्रॉन्ज़ - Riza Kayaalp (TUR)

ब्रॉन्ज़ - Sergey Semenov (ROC)

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