हमने क्या सीखा: टोक्यो 2020 ओलंपिक से फेंसिंग का लेखा जोखा
एरोन स्ज़िलागी की थ्रीपीट से लेकर ली कीफ़र के यूएसए के लिए पहला स्वर्ण पदक तक, जहां फेंसिंग ने टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में धूम मचा दी। इस खेल के यादगार पलों पर एक नज़र डालें। इसके साथ ही मुख्य हाइलाइट्स और रिप्ले प्राप्त करें। वहीं, जानें पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में क्या देखने को मिल सकता है।
साल 1896 के पहले मॉडर्न खेलों के बाद से फेंसिंग ओलंपिक में मौजूद है, इस खेल ने टोक्यो 2020 में एक बार फिर धूम मचा दी।
जहां हमने देखा कि 42 एनओसी के 200 से अधिक फेंसर ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन दिखाए। टोक्यो 2020 में तीन महाद्वीप के 13 देशों के साथ 12 इवेंट आयोजित किए गए।
जिसमें फ्रांस और हंगरी के फेंसर ने सबको प्रभावित किया। जैसा कि कोरिया और आरओसी इस खेल में पहले से ही उत्कृष्ट थे।
लेकिन टोक्यो खेलों में बहुत सारे नतीजे सबको हैरान करने वाले थे: जहां ली कीफ़र, चेउंग का लॉन्ग, और कैटरीना लेहिस जैसे नामों के साथ-साथ जापान की पुरुषों की एपी टीम ने ओलंपिक इतिहास रचने में अपना योगदान दिया।
इस दौरान हंगरी के एरोन स्ज़िलागी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा ओलंपिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
ओलंपिक इतिहास में यह पहली बार था कि 12 फेंसिंग स्वर्ण-पदक प्रतियोगिताओं का एक पूरा सेट हुआ, जिसमें पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एपी, फॉइल और साबरे में छह व्यक्तिगत और छह टीम इवेंट शामिल थे।
टोक्यो 2020 में फेंसिंग के पांच प्रमुख यादगार लम्हें के बारे में जानें। इसके साथ ही आप मुख्य हाइलाइट्स और अपने पसंदीदा अनुसार मुफ्त रिप्ले देख सकते हैं। वहीं, पेरिस 2024 ओलंपिक पर एक नज़र डालें।
टोक्यो 2020 ओलंपिक से फेंसिंग के पांच यादगार पलों पर एक नज़र डालें
1- एरोन स्ज़िलागी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपना तीसरा स्वर्ण हासिल किया
एरोन स्ज़िलागी ने पहले लंदन 2012, रियो 2016 और अब टोक्यो 2020 में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया।
उनके व्यक्तिगत साबरे खिताब ने उन्हें फेंसिंग डिसिप्लिन में तीन ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले पहला एथलीट बना दिया।
31 साल के इस फेंसर ने टोक्यो के मकुहारी मेस्से बी हॉल ऐसा करिश्मा दिखाया कि लोग हैरान रह गए। जहां उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में 15-7 से सेमीफाइनल में ईरान के इस्लामिक रिपब्लिक के मोजतबा अबेदिनी पर जीत हासिल की और उसके बाद फाइनल में लुइगी सामेले पर समान स्कोर से जीत हासिल की।
उन्होंने खिताब जीतने के बाद कहा, "मैं तीसरा स्वर्ण पदक जीतकर बेहद खुश हूं। 'मैं इस पर विश्वास नहीं कर सकता', यह मेरे लिए एक सपने जैसा था।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि मैंने जो किया उस पर विश्वास करने के लिए मुझे कुछ हफ़्ते या कुछ या महीनों की आवश्यकता होगी। इस खिताब को हासिल करना बहुत मुश्किल है।"
2- ली कीफ़र ने यूएसए के लिए पहला स्वर्ण पदक हासिल किया
जापानी की राजधानी टोक्यो में इतिहास रचने वाले ज़िलागी ही अकेले नहीं थे।
जहां इस दौरान यूएसए फ़ेंसर ली कीफ़र ने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन आरओसी की इना डेरिंग्लाज़ोवा को हराकर फॉइल में टीम यूएसए के लिए पहले व्यक्तिगत फेंसिंग का पदक हासिल किया।
किफ़र ने इस मुकाबले को 15-13 से जीतने के बाद "ओह माय गॉड" चिल्लाते हुए अपना सिर ऊंचा किया। बता दें कि 27 साल की फेंसर का यह तीसरा खेल था, लेकिन उनका यह पहला पदक था, जो स्वर्ण था।
जहां उनके घर में एक नहीं दो खुशी थी। इस दौरान किफ़र और उनके पति गेरेक मीनहार्ड्ट दोनों एक ओलंपिक पोडियम पर अपना खेल समाप्त किया। मीनहार्ड्ट अमेरिकी पुरुषों के फॉइल टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने टोक्यो में कांस्य पदक जीता था।
3- जापान ने फेंसिंग की जीत पर जश्न मनाया
मेजबान देश के पास फेंसिंग में अपना खुद का एक छोटा सा इतिहास है।
जहां जापान ने अपना पहला ओलंपिक फेंसिंग स्वर्ण पदक पुरुषों की टीम एपी से हासिल किया। इसके साथ ही वह ऐसा करने वाला पहला एशियाई राष्ट्र बन गया।
कानो कोकी, मिनोबे काज़ुयासा, यामाडा मसारू और उयामा सटोरू ने फाइनल में 45-36 से जीत दर्ज की।
इससे पहले जापानी चौकड़ी ने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस को हराकर रिपब्लिक ऑफ कोरिया से सेमीफाइनल में मुकाबला किया। उसके बाद स्वर्ण पदक के लिए आरओसी का सामना किया था।
यह मुकाबला बेहद ही कड़ा था, लेकिन कानो ने मकुहारी मेस्से में शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व नंबर 2 सर्गेई बिडा को 8-3 से हराकर अंतिम मुकाबले में जीत अपने नाम किया।
कानो ने मुकाबले के बाद कहा, "हम पांच या छह अंक आगे थे और तभी हमने सोचा कि हम इससे आगे जा सकते हैं।"
वही, मिनोब ने कहा, "जापान में फेंसिंग की दुनिया में डिसिप्लिन को बढ़ावा देने के अर्थ में इसका महत्व [स्वर्ण पदक जीतना] होगा, और उम्मीद है कि देश भर में इस डिसिप्लिन की अधिक मान्यता होगी।"
4- कैटरीना लेहिस और महिला एपी टीम ने एस्टोनिया के लिए एक नया इतिहास रचा
उम्मीद है कि हमें पेरिस ओलंपिक में कुछ और बेहतरीन फेंसर देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि ये दो शानदार जीत लोगों को प्रेरित करेगी।
पहले कैटरीना लेहिस ने एस्टोनिया का व्यक्तिगत ओलंपिक फेंसिंग पदक जीता, व्यक्तिगत महिला एपी में कांस्य, फिर उन्होंने महिला एपी टीम को पहले ओलंपिक फेंसिंग स्वर्ण पदक के लिए बेहतरीन योगदान दिया।
यह बीजिंग 2008 के बाद और 13 वर्षों में एस्टोनिया का पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक था।
कैटरीना लेहिस, जूलिया बेलजाजेवा, एरिका किरपू और इरिना एम्ब्रिच ने मकुहारी मेस्से में रिपब्लिक ऑफ कोरिया पर 36-32 से जीत हासिल करते हुए महिला एपी टीम स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
5- फ्रांस और फेंसिंग: कभी न खत्म होने वाला दिलचस्प किस्सा
चाहें चीजें जितनी बदल जाएं, लेकिन कुछ चीजें वैसे ही रहती हैं। जहां फ्रांस ने एक बार टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में इस बात को साबित कर दिया।
फ्रांस ने वर्तमान व्यक्तिगत विश्व चैंपियन एंज़ो लेफोर्ट के नेतृत्व में पुरुषों के टीम फॉइल में अभूतपूर्व आठवां स्वर्ण पदक जीता।
उन्होंने अब तक खेलों के इतिहास में किसी भी अन्य देश की तुलना में इस प्रतियोगिता में खिताब हासिल किए हैं।
जहां रोमेन कैनोन व्यक्तिगत एपी में पोडियम में सबसे ऊपर थे, महिला टीम फॉइल और टीम साबरे में रजत पदक हासिल किया, और मैनन ब्रुनेट ने व्यक्तिगत साबरे में कांस्य पदक जीता।
फ्रांस और फेंसिंग का एक अजीब रिश्ता है, जो खत्म नहीं होता है। इसके साथ पेरिस 2024 में ऐसे कई दिलचस्प किस्से देखने को मिलेंगे।
हाइलाइट्स
टोक्यो 2020 फेंसिंग इवेंट के हाइलाइट्स और रिप्ले यहां पर उपलब्ध हैं: olympics.com/tokyo2020-replays
आखिरी नज़र
टोक्यो में आरओसी, फ्रांस और दक्षिण कोरिया के फेंसर के बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिले, लेकिन इसके अलावा कुछ नए फेंसर के भी शानदार प्रदर्शन देखने को मिले।
हांगकांग चीन के चेउंग का लांग ने व्यक्तिगत पुरुषों के फॉइल में बेहतरीन प्रदर्शन किया। जहां उन्होंने अपने देश का पहला फेंसिंग ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता, और किसी भी डिसिप्लिन में यह दूसरा स्वर्ण पदक था।
24 साल के चेउंग ने फाइनल में गत चैंपियन इतालवी डेनियल गारोज़ो को 15-10 के स्कोर से मात दिया।
चेउंग ने कहा, "मैंने खुद से कहा, 'मैं उसके खिलाफ कुछ भी नहीं हूं, वह ओलंपिक चैंपियन है'। मैं बस अंत तक लड़ता रहा।"
"यह मेरे लिए एक सपने की तरह है। कल मैं केवल पहले मैच के बारे में सोच रहा था। खेलों के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात पहला मैच है।"
अटलांटा 1996 में ली लाई शान द्वारा महिला विंडसर्फिंग प्रतियोगिता जीतने के बाद से यह हांगकांग चीन का पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक है।
हैलो पेरिस
खेलों में पहली बार, भारत की भवानी चडलवादा आनंदा सुंध ने महिलाओं की फेंसिंग में अपना डेब्यू किया, जो ओलंपिक खेलों के इतिहास में देश की पहली फेंसर हैं।
जैसे-जैसे दुनिया भर में इस खेल की लोकप्रियता बढ़ रही है, वैसे ही इसमें कई नए फेंसर देखने को मिल रहे हैं। वहीं, उम्मीद है कि पेरिस ओलंपिक में कुछ और दिलचस्प देखने को मिलेगा।
जहां फ्रांस अपने घरेलू खेल पर इटली को ओलंपिक इतिहास में सबसे सफल राष्ट्र के रूप में पीछे छोड़ने की कोशिश करेगा।
टोक्यो 2020 में प्रत्येक में पांच पदक जीतने वाले प्रदर्शन के साथ, फ्रांस को लग रहा है कि उन्होंने दो स्वर्ण पदक जीतकर इससे बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन अभी इटालियंस के पक्ष में 130-123 का आकंड़ा है।
वहीं, आरओसी और दक्षिण अफ्रीका के अलावा बहुत सारे नए फेंसर देखने को मिल सकते हैं।
जैसा कि जापानी फ़ेंसर यामाडा ने जापान द्वारा अपना पहला स्वर्ण जीतने के बाद कहा था:
"ओलंपिक में स्वर्ण जीतना, मैं नहीं चाहता कि लोग यह कहें कि यह संयोग से था। हम अगली प्रतियोगिता में एक और स्वर्ण पदक जीतना चाहते हैं और यह भी चाहते हैं कि अधिक लोग फेंसिंग के बारे में जानें।"
टोक्यो 2020 फेंसिंग के पदक विजेताओं के नाम
वुमेन
एपी इंडिविज़ुअल
गोल्ड: सन यिवेन (CHN)
सिल्वर: एना मारिया पोपेस्कु (ROU)
ब्रॉन्ज़: कैटरीना लेहिस (EST)
एपी टीम
गोल्ड: कैटरीना लेहिस, जूलिया बेलजाजेवा, एरिका किरपू और इरिना एम्ब्रिच (EST)
सिल्वर: चोई इंजेओंग, कांग यंगमी, ली हाइन, सोंग सेरा (KOR)
ब्रॉन्ज़: रोसेला फिआमिंगो, फेडेरिका इसोला, मारा नवारिया, अल्बर्टा सैंटुकियो (ITA)
फॉइल इंडिविज़ुअल
गोल्ड: ली कीफ़र (USA)
सिल्वर: इन्ना डेरिंग्लाज़ोवा (ROC)
ब्रॉन्ज़: लरिसा कोरोबेनिकोवा (ROC)
फॉइल टीम
गोल्ड: इन्ना डेरिंग्लाज़ोवा, लारिसा कोरोबेनिकोवा, मार्टा मार्टानोवा, एडेलिना ज़गिदुल्लीना (ROC)
सिल्वर: अनीता ब्लेज़, एस्ट्रिड गायर्ट, पॉलीन रैनवियर, यासोरा थिबस (FRA)
ब्रॉन्ज़: मार्टिना बातिनी, एरिका सिप्रेसा, एरियाना एरिगो, एलिस वोल्पी (ITA)
साबरे इंडिविज़ुअल
गोल्ड: सोफिया पॉज़्नियाकोवा (ROC)
सिल्वर: सोफिया वेलिकाया (ROC)
ब्रॉन्ज़: मानोन ब्रुनेट (FRA)
साबरे टीम
गोल्ड: ओल्गा निकितिना, सोफिया पॉज़्नियाकोवा, सोफिया वेलिकाया (ROC)
सिल्वर: सारा बाल्ज़र, सेसिलिया बर्डर, मैनन ब्रुनेट, चार्लोट लेम्बैच (FRA)
ब्रॉन्ज़: किम जियोन, यूं जीसु, एसईओ जियॉन, चोई सूयोन (KOR)
मेंस
एपी इंडिविज़ुअल
गोल्ड: रोमेन कैनोई (FRA)
सिल्वर: गेरगेली सिक्लोसी (HUN)
ब्रॉन्ज़: इहोर रेज़लिन (UKR)
एपी टीम
गोल्ड: कानो कोकी, मिनोबे काज़ुयासा, यमदा मसारू और उयामा सटोरू (JPN)
सिल्वर: सर्गेई बिदा, सर्गेई खोडोस, पावेल सुखोव, निकिता ग्लेज़कोव (ROC)
ब्रॉन्ज़: पार्क संगयौंग, एमए सेगॉन, सोंग जेहो, क्वॉन यंगजुन (KOR)
फॉइल इंडिविज़ुअल
गोल्ड: चेउंग कलोंग (HKG)
सिल्वर: डेनियल गारोज़ो (ITA)
ब्रॉन्ज़: अलेक्जेंडर चौपेनिच (CZE)
फॉइल टीम
गोल्ड: एंज़ो लेफोर्ट, एरवान ले पेचौक्स, जूलियन मेर्टिन, मैक्सिम पॉटी (FRA)
सिल्वर: एंटोन बोरोडचेव, किरिल बोरोडचेव, व्लादिस्लाव मायलनिकोव, तैमूर सफीन
ब्रॉन्ज़: रेस इम्बोडेन, निक इटकिन, अलेक्जेंडर मासियालस, गेरेक मीनहार्ड्ट
साबरे इंडिविज़ुअल
गोल्ड: एरोन स्ज़िलागी (HUN)
सिल्वर: लुइगी सेमेले (ITA)
ब्रॉन्ज़: किम जुंगवान (KOR)
साबरे टीम
गोल्ड: ओएच संगुक, किम जुन्हो, किम जुंगवान, गु बोंगिल (KOR)
सिल्वर: लुका कुराटोली, लुइगी सेमेले, एनरिको बेर्रे, एल्डो मोंटानो (ITA)
ब्रॉन्ज़: एरोन स्ज़िलागी, एंड्रस ज़ात्मारी, तमास डेसी, सानाद गेमेसी (HUN)