टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में बैडमिंटन में चौंकाने वाली जीत, आश्चर्यजनक वापसी और एक समानवाले नए सितारों की खोज की है।
Viktor Axelsen ऐसे खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने अपने सपने को सच होते देखा खासकर तब जब उन्होंने ओलंपिक गोल्ड हासिल किया।
टोक्यो में सबसे कम उम्र के बैडमिंटन चैंपियन चीन के Chen Yu Fei थे, क्योंकि चीनी ताइपे के Lee Yang और Wang Chi-Lin ने अपने देश लिए पहला ओलंपिक पदक जीतकर इतिहास रच दिया था।
Greysia Polii और Apriyani Rahayu ने गोल्ड हासिल किया, साथ ही इंडोनेशिया ने भी ओलंपिक खेलों के सभी आयोजनों में चैंपियनों की विशिष्ट सूची में अपना नाम शुमार किया।
नीचे हम जानेंगे सबसे यादगार पलों को, साथ ही जानेंगे पदक विजेताओं के बारे में, और तीन सालों में पेरिस 2024 में किन पर रहेगी आपकी नज़र, पूरी जानकारी हासिल करें।
टोक्यो 2020 में बेहतरीन टॉप 5 बैंडमिंटन मोमेंट
यहां 2021 में हुए टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के कुछ हाइलाइट्स दिए गए हैं।
1 - विक्टर एक्सेलसन ने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन को हराकर खिताब जीता
डेनमार्क के Viktor Axelsen का नाम उस वक्त इतिहास के पन्नो पर दर्ज हो गया, जब एशिया के बाहर से मेंस सिंगल्स का खिताब जीतनेवाले वह दूसरे खिलाड़ी बन गए। रियो 2016 में कांस्य पदक जीतनेवाले 27 साल के इस खिलाड़ी का प्रदर्शन टॉप का रहा, क्योंकि टोक्यो 2020 में अपने छह मैचों में एक भी गेम गंवाए बिना ही उन्होंने ओलंपिक गोल्ड हासिल किया था।
2017 विश्व चैंपियन ने पोडियम हासिल करने के रास्ते में चीन के दो दिग्गजों को हराया और क्वार्टर फाइनल में पहले Shi Yu Qi और फिर फाइनल में रियो 2016 चैंपियन Chen Long को हराया।
उनसे पहले सिर्फ एक गैर एशियाई खिलाड़ी ने मेंस सिंगल्स का खिताब हासिल किया था, अटलांटा 1996 में हमवतन Poul-Erik Hoyer-Larsen, जो टोक्यो में पदक समारोह में भाग लेने के लिए कोर्ट पर थे, उन्होंने नए ओलंपिक चैंपियन को सलाह दी कि "यह आपको जीवन भर चलाएगा"।
2 - चीन ने अपना दबदबा कायम किया क्योंकि चेन यू फी ने महिला सिंगल्स का ताज हासिल किया
Chen Yu Fei ने वूमेंस सिंगल्स में चीन के लिए स्वर्ण पदक दिलाने के लिए शीर्ष वरीयता प्राप्त की।
23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने ओलंपिक में शानदार शुरुआत की थी, क्योंकि उन्होंने तीन बार के ओलंपियन Tai Tzu-Ying को फाइनल में हराया था। यह उन्हें मिले आठ मौकों में पांचवीं बार है जब चीन ने खेलों में वूमेंस सिंगल्स का खिताब जीता।
2021 में टोक्यो 2020 में जाने वाले चीनी बैडमिंटन टीम के प्रदर्शन स्तर के बारे में कई सवाल थे, खास कर के उन्होंने 2020 की शुरुआत में महामारी शुरू होने के बाद से किसी भी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया था।
हालांकि उन्होंने दो गोल्ड और चार सिल्वर जीतकर जापान को सबसे अधिक पदक हासिल करने के बाद अलविदा कह दिया। मिक्स्ड डबल्स में गोल्ड हासिल करने की गारंटी के साथ हर फाइनल में एक चीनी खिलाड़ी था, जब उनकी दोनों जोड़ियों ने Wang Yi Lyu और Huang Dong Ping के विजयी होने के साथ फाइनल में जगह बनाई।
3 - चीनी ताइपे ने अपना पहला बैडमिंटन पदक जीता
टोक्यो 2020 में जाने पर, चीनी ताइपे का कोई भी खिलाड़ी ओलंपिक पोडियम पर जगह नहीं बना सका था।
हालांकि Lee Yang और Wang Chi-Lin की गैर वरीयता प्राप्त मेंस डबल्स की जोड़ी ने ना सिर्फ अपने देश को पहला स्थान दिया, बल्कि खेल में अपना पहला गोल्ड भी हासिल किया।
ग्रुप स्टेज में बेहतरीन अंतर से हराने करने के बाद, चीनी ताइपे की जोड़ी ने नॉकआउट स्टेज में जबरदस्त छलांग लगाई। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में घरेलू पसंदीदा Watanabe Yuta और Endo Hiroyuki को हराया और फिर इंडोनेशिया के मौजूदा विश्व चैंपियन मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान को हराया। फाइनल में उनके विरोधी और 2018 विश्व चैंपियन Li Jun Hui और चीन के Liu Yu Chen, ने काफी परेशान किया ,क्योंकि ली और वांग ने गोल्ड पर कब्जा कर लिया था।
अगले दिन, उनकी हमवतन Tai Tzu-Yingने वूमेंस सिंगल्स में सिल्वर हासिल किया। खास बात ये है कि तीन ओलंपिक खेलों में यह उनका पहला पदक था, जिसने खेलों में चीनी ताइपे की बैडमिंटन पदक की सफलता को मजबूत किया।
4 - Greysia Polii और Apriyani Rahayu ने इंडोनेशिया का गोल्ड मेडल फॉर्म जारी रखा
लंदन 2012 के अलावा, इंडोनेशियाई शटलरों ने 1992 में खेल की शुरुआत के बाद से हर खेल में गोल्ड हासिल किया है।
इस बार वूमेंस डबल्स जोड़ी Greysia Polii और Apriyani Rahayu ने फाइनल में जबरदस्त प्रदर्शन के साथ टूर्नामेंट की दूसरी वरीयता प्राप्त का खिताब हासिल किया।
क्वार्टर फ़ाइनल में एक घंटे 40 मिनट के जबरदस्त मैच के दौरान थकावट के बावजूद इंडोनेशियाई फैंस के लिए यह जीत आसान नहीं थी, उन्होंने ना हार माननेवाली लड़ाई की भावना का प्रदर्शन किया और मैच जीतने की उनकी इच्छा ने उन्हें जीत के लिए प्रेरित भी किया जिसकी वजह से वो ओलंपिक में गोल्ड जीतनेवाली पहली इंडोनेशियाई वूमेंस डबल्स जोड़ी बन गईं।
उनकी इस उपलब्धि का मतलब यह साफ है कि इंडोनेशिया अब चीन के बाद ओलंपिक में पांच बैडमिंटन स्पर्धाओं में से प्रत्येक में गोल्ड जीतने वाला दूसरा देश है।
5 - Watanabe Yuta ने मेजबान देश के लिए पदक हासिल किया
Watanabe Yutaउन कुछ खिलाड़ियों में से थे जो टोक्यो 2020 की दो स्पर्धाओं में भाग ले रहे थे। उन्होंने अपने साथी Endo Hiroyuki के साथ मेंस डबल्स और Higashino Arisa के साथ मिक्स्ड डबल्स खेला।
दोनों प्रतियोगिता में इस 24 वर्षीय की पदक जीतने की उम्मीद खत्म हो गई थी, क्योंकि वह अपने मेंस डबल्स क्वार्टरफाइनल में चीनी ताइपे के संभावित चैंपियन Lee Yang और Wang Chi-Lin से हार गए थे लेकिन खास बात ये रही कि वह हिगाशिनो के साथ मिक्स्ड डबल्स सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहे।
पहला गेम जीतने के बावजूद, वतनबे और हिगाशिनो अंततः टोक्यो 2020 के गोल्ड मेडल विजेता चीन के वांग और हुआंग से मैच हार गए। जापानी जोड़ी ने कांस्य पदक मैच में जबरदस्त वापसी करते हुए हांगकांग के Tang Chun Man और Tse Ying Suet को हराकर टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों का मेजबान देश का एकमात्र बैडमिंटन पदक जीता।
एक आखिरी नजर उन बैडमिंटन खिलाड़ियों पर जिन्होंने हैरान कर दिया
बड़े टूर्नामेंट में ही बड़े आश्चर्य होते हैं और टोक्यो 2020 इससे अलग नहीं है।
वहां कुछ खिलाड़ी ऐसे थे जिन्होंने जापान में काफी ध्यान आकर्षित किया और उनमें से एक थे कोरिया गणराज्य के Heo Kwanghee, जिन्होंने अपने करियर की जीत तब हासिल की जब उन्होंने विश्व चैंपियन और टूर्नामेंट के शीर्ष वरीयता प्राप्त Momota Kento को परेशान किया। यह इस 25 वर्षीय खिलाड़ी के लिए एक चौंकाने वाली जीत थी जिसने उस खिलाड़ी को पस्त किया था जिससे लोगों को गोल्ड जीतने की उम्मीद थी।
.ग्वाटेमाला के Kevin Cordon के बारे में भी यही कहा जा सकता है। उन्होंने ग्रुप स्टेज में हांगकांग के Ng Ka Long को हराकर नॉकआउट राउंड में प्रवेश किया, जहां उन्होंने क्वार्टर फाइनल में हीओ सहित अपने से उच्च रैंक वाले खिलाड़ियों को पस्त किया।
ओलंपिक में 34 वर्षीय इस खिलाड़ी का सफर उस समय रुक गया जब वह सेमीफाइनल में अंतिम चैंपियन विक्टर एक्सेलसन से हार गए, और कांस्य पदक मैच में इंडोनेशिया के Anthony Sinisuka Ginting को मात देने में नाकाम साबित हुए।
टोक्यो से बिना पदक के वापस जाने के बावजूद कॉर्डन और हीओ ने साबित कर दिया कि रैंकिंग किसी भी तरह से इस बात की गारंटी नहीं है कि कोर्ट पर कौन जीतेगा।
हैलो पेरिस 2024
गोल्ड मेडल विजेताओं के साथ जापान में हमने कई प्रतिद्ंदियों के मैच देखें और उम्मीद है कि पेरिस 2024 में भी इसी तरह का नजारा जरूर देखने मिलेगा।
हम उम्मीद कर सकते हैं कि मोमोटा केंटो जैसे खिलाड़ी अब भी मौकों की तलाश में होंगे, जबकि मलेशिया के Lee Zii Jia, चीन के Shi Yu Qi और साथ ही इंडोनेशिया के Jonatan Christie जैसे खिलाड़ी की युवा लहर को उनके पहले ओलंपिक आउटिंग से बहुत फायदा होगा और पेरिस में इसकी वापसी होगी।
23 साल के Chen Yu Fei टोक्यो 2020 में सबसे कम उम्र के चैंपियन रहे हैं, और ओलंपिक खिताब को दिलाने के बोझ के साथ वह भविष्य में अपने खेल को विकसित करने पर ध्यान केंन्द्रित करने के लिए स्वतंत्र है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह अपने खिताब का बचाव करके इतिहास के पन्नो पर अपना नाम दर्ज कराएंगे।
कोरिया गणराज्य के An Seyoung की भी उन पर कड़ी नजर है। 19 साल का यह खिलाड़ी लगातार रैंकिंग में ऊपर उठ रहा है और अगले खेलों में चेन की उम्र के बराबरी पर होगा, और उम्मीद है कि पदक हासिल करने का मजबूत दावेदार हो सकता है।
इंडोनेशिया की Greysia Polli इन खेलों की सबसे अनुभवी गोल्ड मेडल विजेता हैं। अगले खेलों के होने तक उनकी उम्र 37 के करीब होगी, जबकि उनकी साथी Apriyani Rahayu वर्तमान में केवल 23 वर्ष की है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे एक जोड़ी के रूप में बने रहते हैं या अगर Polii इस ऊंचाई पर रिटायर होने का फैसला करती है, तो Rahayu को अपने खिताब के बचाव के लिए एक और साझेदार बनाने की जरूरत होगी।
Olympics.com पर बैडमिंटन रिप्ले कब और कहां देखें
जवाब यहां है : Olympics.com/tokyo2020-replays
टोक्यो खेलों के तुरंत बाद पूल से मैच के हाइलाइट्स क्लिप और पूरा सेशन यहां उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी अगला मुकाबला कब करेंगे?
बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर 7 सितंबर को ताइपे ओपन के साथ फिर से शुरू होगा, लेकिन प्रमुख टूर्नामेंटों में सुदीरमन कप मिक्स्ड टीम विश्व चैंपियनशिप 26 सितंबर से फिनलैंड में शुरू होगा और उसके बाद डेनमार्क में 9 अक्टूबर से थॉमस और उबेर कप फाइनल शुरू होंगे।
अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि कौन से एथलीट प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
2021 में टोक्यो 2020 में बैडमिंटन की पूर्ण पदक सूची
मेंस सिंगल्स
गोल्ड: Viktor Axelsen (DEN)
सिल्वर: Chen Long (CHN)
कांस्य: Anthony Sinisuka Ginting (INA)
वूमेंस सिंगल्स
गोल्ड: Chen Yu Fei (CHN)
सिल्वर: Tai Tzu-Ying (TPE)
कांस्य: Pusarla V. Sindhu (IND)
मेंस डबल्स
गोल्ड: Lee Yang & Wang Chi-Lin (TPE)
सिल्वर: Li Jun Hui & Liu Yu Chen (CHN)
कांस्य: Aaron Chia & Soh Wooi Yik (MAS)
वूमेंस डबल्स
गोल्ड: Greysia Polii & Apriyani Rahayu (INA)
सिल्वर: Chen Qing Chen & Jia Yi Fan (CHN)
कांस्य: Kim Soyeong & Kong Heeyong (KOR)
मिक्स्ड डबल्स
गोल्ड: Wang Yi Lyu & Huang Dong Ping (CHN)
सिल्वर: Zheng Si Wei & Huang Ya Qiong (CHN)
कांस्य: Watanabe Yuta & Higashino Arisa (JPN)