टोक्यो ओलंपिक खेलों का हुआ समापन, भारत के लिए रहा सबसे बेहतर
पहलवान बजरंग पुनिया ने ओलंपिक स्टेडियम में भारतीय दल का नेतृत्व किया। टोक्यो ओलंपिक खेलों में एक स्वर्ण सहित सात पदकों के साथ भारत का सफर समाप्त हुआ।
टोक्यो ओलंपिक खेलों का आधिकारिक तौर पर समापन हो गया, इसी के साथ यह भारत के लिए अब तक का सबसे सफल ओलंपिक साबित हुआ।
जहां भारत ने कुल रिकॉर्ड सात पदक जीते, जिनमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल रहे। भारत के लिए नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra), रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya), मीराबाई चानू (Mirabai Chanu), बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), पीवी सिंधु (PV Sindhu), लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) और पुरुष हॉकी टीम ने पदक जीते।
समापन समारोह में कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया भारत के ध्वजवाहक रहे।
जो भी एथलीट टोक्यो में मौजूद थे, उन्होंने भी ओलंपिक स्टेडियम में अपने कदम रखे और एथलीटों की परेड के दौरान अद्भुत संगीत पर डांस किया।
जापान की उत्साही और अद्भुत संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए जगलर्स, डांसर्स, फुटबॉल फ्रीस्टाइलर्स और बीएमएक्स राइडर्स ने टोक्यो स्का पैराडाइज़ ऑर्केस्ट्रा के द्वारा जोश से ओत-प्रोत मेडले पर प्रदर्शन किया।
प्रोटोकॉल के अनुसार ओलंपिक ध्वज को उतारा गया और टोक्यो के गवर्नर कोइके युरिको ने इसे आईओसी के प्रेसिडेंट थॉमस बाक को सौंप दिया, जिन्होंने इसे 2024 के अगले ओलंपिक खेलों के मेजबान शहर पेरिस के मेयर ऐनी हिडाल्गो को सौंप दिया।
समारोह का समापन ओलंपिक मशाल को औपचारिक तौर पर बुझाने के साथ हुआ।