भारतीय महिला तैराक माना पटेल खास तैयारी के साथ टोक्यो ओलंपिक में पेश करेंगी अपनी दावेदारी

भारतीय बैकस्ट्रोकर ने यूनिवर्सलिटी कोटे के तहत ओलंपिक में जगह पक्की की है। माना पटेल टोक्यो 2020 में प्रतिस्पर्धा करने वाली तीसरी भारतीय तैराक होंगी।

3 मिनटद्वारा रितेश जायसवाल
Maana Patel
(Maana Patel/ Instagram)

भारतीय महिला तैराक माना पटेल (Maana Patel) ने गुरुवार को यूनिवर्सलिटी कोटे के तहत टोक्यो ओलंपिक में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस बात की पुष्टि भारतीय तैराकी महासंघ (SFI) ने की है।

माना पटेल और श्रीहरि नटराज (Srihari Nataraj) को यूनिवर्सलिटी कोटे के लिए नामांकित किया गया था। हालांकि, श्रीहरि ने टोक्यो 2020 के लिए ओलंपिक क्वालिफिकेशन टाइम (OQT) हासिल करते हुए सीधे तौर पर अपनी जगह पक्की कर ली।

अब भारत के इतिहास में पहली बार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में तीन तैराक अपने-अपने इवेंट में हिस्सा लेंगे। बता दें, साजन प्रकाश पिछले महीने ओलंपिक 'ए' कट हासिल करने वाले पहले भारतीय तैराक थे।

माना पटेल ने Olympics.com से बात करते हुए कहा, "यह एक अद्भुत एहसास है। मैंने हमेशा साथी तैराकों से ओलंपिक के बारे में सुना है और इसे टीवी पर और बहुत सारी तस्वीरों के जरिए देखा है।”

"लेकिन इस बार वहां मौजूद होने और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तैराकों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बारे में सोचकर ही मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं।"

2019 सीज़न के अंत में टखने में चोट लगने के बाद, 21 वर्षीय माना इस साल की शुरुआत में प्रतियोगिताओं के फिर से शुरू होने पर अपनी वापसी की कोशिश कर रहीं थीं।

माना ने स्वीकार किया, “चोट के बाद वापसी करने के लिए यह एक मुश्किल वर्ष था। हालांकि महामारी और लॉकडाउन ने बुराई में अच्छाई लाने जैसा काम किया, क्योंकि इसने मुझे पूरी तरह से स्वस्थ होने में मदद की, लेकिन इसने मेरी उलझन को बढ़ा दिया। मुझे इतने लंबे समय तक पानी से दूर रहने की आदत नहीं है।"

बेंगलुरु में राष्ट्रीय शिविर में दो महीने के प्रशिक्षण के बाद माना पटेल ने अप्रैल में उज्बेकिस्तान ओपन स्विमिंग चैंपियनशिप में वर्ष के अपने पहले इवेंट में हिस्सा लिया। वहां उन्होंने 100 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए रेस को 1:04.47 सेकेंड में खत्म किया।

माना ने कहा, "मैं उज्बेकिस्तान में अपने समय से खुश थी। यह बहुत अच्छा नहीं था, लेकिन प्रतिस्पर्धा में वापसी करना और 1:04 समय में रेस पूरी करना काफी अच्छा था। मुझे पता था कि मैं सही रास्ते पर चल रही हूं।"

हालांकि, भारत में COVID-19 की दूसरी लहर के बाद माना पटेल अपने यूरोपीय दौरे से पहले केवल 10 दिनों के प्रशिक्षण में ही भाग ले सकीं, जिसमें सर्बिया में बेलग्रेड ट्रॉफी और इटली में सेटे कोली ट्रॉफी शामिल थी।

उन्होंने बेलग्रेड में अपने मुख्य इवेंट, 100 मीटर बैकस्ट्रोक में एक नेशनल रिकॉर्ड बनाया।

माना ने कहा, “एक चीज जो मैंने सुनिश्चित की थी, वह यह थी कि मैं हर अवसर का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना चाहती थी। मैंने अपना शेड्यूल तय कर लिया था। मेरा भोजन भी नियंत्रित था। मैं कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती थी। मैंने बेलग्रेड में 1:03 समय हासिल किया, टोक्यो में मेरा लक्ष्य 1:02 या उससे कम समय में रेस को खत्म करना रहेगा।

माना ने कहा, “मैं यहां पर कुछ बहुत अधिक हासिल करने की तलाश नहीं कर रही हूं, बस ओलंपिक में तैराकी का अनुभव ले रही हूं। 2023 सीज़न हमारे लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष है। मैं राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में पोडियम स्थान हासिल करने पर नज़र बनाए हुए हूं।”