टोक्यो 2020 में ओलंपिक केनोई स्लैलम: पांच जरूरी बातें जो आपको जाननी चाहिए

2021 में टोक्यो 2020 में शीर्ष केनोई स्लैलम एथलीट कौन होंगे? ओलंपिक केनोई स्लैलम कब और कहां होगा? ओलंपिक में स्लैलम केनोइंग का इतिहास क्या है?

6 मिनटद्वारा रितेश जायसवाल
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(2016 Getty Images)

2021 में टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में केनोई स्लैलम ओलंपिक प्रोग्राम में एक अतिरिक्त इवेंट के जुड़ने से यह खेल और अधिक बेहतर नज़र आएगा।

ओलंपिक प्रतियोगिता में पहली बार महिलाएं भी केनोई में हिस्सा लेंगी।

आईओसी ने लैंगिक समानता के लिए प्रतिबद्ध होने के साथ महिलाओं के लिए C1 इवेंट को पेश किया है।

पहले महिलाएं केवल कायक में प्रतिस्पर्धा करती थीं, जबकि पुरुष केनोई और कायक दोनों में प्रतिस्पर्धा करते थे। 2021 में होने वाले ओलंपिक खेलों में महिलाएं दोनों इवेंट में पानी के इस खेल में प्रतिस्पर्धा करेंगी।

लेकिन इस प्रतियोगिता में शीर्ष दावेदार कौन हैं? केनोइंग प्रतियोगिता कब होगी? इसे कहां आयोजित किया जाएगा? ओलंपिक कैनोई स्लैलम के बारे में जानने के लिए यहां हर जरूरी जानकारी दी गई है।

2021 में टोक्यो 2020 ओलंपिक में शीर्ष केनोई स्लैलम एथलीट

यूरोपीय एथलीट केनोई स्लैलम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य छोटे राष्ट्र इस खेल में पोडियम स्थान के लिए चुनौती नहीं देंगे।

टोक्यो 2020 मैयालेन चौरौत का चौथा ओलंपिक खेल होगा। इस स्पैनियार्ड एथलीट ने 2021 के प्रशिक्षण की शुरुआत फ्रांस के री-यूनियन द्वीप पर की, अपने वूमेंस K1 स्वर्ण पदक का बचाव और लंदन 2012 के कांस्य पदक को जोड़ने की कोशिश करते हुए उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा।

ऑस्ट्रेलिया की जेसिका फॉक्स सिंगापुर में अपने युवा ओलंपिक खेलों के खिताब के बाद लंदन 2012 में रजत और रियो 2016 में कांस्य पदक के बाद पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए उत्सुक होंगी।

फॉक्स की तरह ही न्यूजीलैंड की लुका जोन्स ने कहा है कि वह नए वूमेंस C1 इवेंट में भी प्रतिस्पर्धा करेंगी। फॉक्स 2019 विश्व चैंपियनशिप में दोनों स्पर्धाओं में ही उपविजेता रही हैं, जबकि लुका, जिन्होंने रियो 2016 में C1 इवेंट में रजत पदक जीता। उनके पास न्यूजीलैंड में प्रशिक्षण के लिए अच्छा समय है, जहां COVID-19 का प्रतिबंध देश के कुछ ही हिस्सों में है, क्योंकि ज्यादातर क्षेत्रों से कोविड महामारी समाप्त हो चुकी है।

ग्रेट ब्रिटेन की मैलोरी फ्रैंकलिन C1 इवेंट में फॉक्स के बाद दूसरे स्थान पर हैं और उनसे टोक्यो में अच्छा प्रदर्शन करने की काफी उम्मीद है। 1.79 मीटर की फ्रेंकलिन ओलंपिक खेलों में शीर्ष महिला केनोई स्लैलम एथलीट हैं।

मेंस K1 प्रतियोगिता में रियो 2016 के स्वर्ण पदक विजेता जो क्लार्क 2019 विश्व चैंपियनशिप में विवादास्पद रूप से पहला स्थान हासिल करने से चूक गए थे, उनके साथी ब्रिटन ब्रैडली फोर्ब्स-क्रायन्स उनसे आगे निकलते हुए पहले स्थान पर रहे।

हालांकि, जिरी प्रस्कवेक पर भी सभी की नज़रें होंगी। वह रियो 2016 के कांस्य पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन हैं। स्पेन के उभरते हुए युवा सितारे डेविड लोरेंटे भी उनमें से एक होंगे। 2019 विश्व चैंपियनशिप K1 रजत पदक विजेता अपने डेब्यू पर ओलंपिक सफलता हासिल करना चाहेंगे।

मेंस C1 में जापान के ताकुया हानेडा चार साल पहले रियो 2016 में कांस्य पदक जीतने के बाद अपने घर में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। फ्रांस से कड़ी प्रतिस्पर्धा देने वाले डेनिस गर्गौड ने अपने ओलंपिक खिताब को डिफेंड करने का मौका गंवा दिया है। इसके साथ ही विश्व चैंपियन सेड्रिक जॉली भी अपनी जगह बनाने से चूक गए हैं, क्योंकि मार्टिन थॉमस ने अपनी जगह पक्की कर ली है।

टोक्यो 2020 में ओलंपिक केनोई स्लैलम प्रतियोगिता फॉर्मेट

2021 में टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में केनोई स्लैलम के कुल चार इवेंट हैं - मेंस और वूमेंस सिंगल कायक (K1) में प्रत्येक लिंग के 24 प्रतियोगी हिस्सा लेंगे, जबकि मेंस और वूमेंस सिंगल केनोई (C1) में प्रत्येक लिंग के 17 प्रतियोगी शामिल होंगे।

एक केनोई पैडलर का लक्ष्य रैपिड्स कोर्स में कई गेटों को पार करते हुए जल्दी से जल्दी आगे निकलना होता है। उन्हें गेटों को छुए बिना कोर्स के जरिए नेविगेट करना होता है। गेट किस दिशा में आगे बढ़ने का संकेत कर रहे हैं, उसी के आधार पर प्रतियोगियों को गेट के इर्द-गिर्द पानी बहने की दिशा में या विपरीत दिशा में आगे बढ़ना होता है।

स्लैलम केनोइंग रेस का आकलन समय के आधार पर किया जाता है। यदि इस दौरान गलतियां होती हैं, तो गलतियों के लिए समय की पेनल्टी (दंड) लगाई जाती है, जैसे कि एक गेट का गुम होना या एक पोल को छूना।

यह कोर्स लगभग 250 मीटर लंबा होता है, जिसमें कुल 25 गेट होते हैं। आमतौर पर प्रत्येक रन का समय लगभग 95 सेकेंड होता है।

ओलंपिक खेलों में एक पैडलर के क्वालिफिकेशन राउंड में दो रन होते हैं। उन दोनों रन में सबसे कम समय ही क्वालिफिकेशन रिजल्ट को निर्धारित करता है। कायक इवेंट में 20 प्रतियोगी सेमीफाइनल में जगह बनाते हैं, जबकि केनोई में केवल शीर्ष 15 पैडलर्स ही आगे बढ़ते हैं। दोनों इवेंट के सेमीफाइनल में एथलीट को सिर्फ एक रन ही मिलता है। इनमें से 10 सबसे कम समय हासिल करने वाले फाइनल में जगह बनाते हैं। अंतिम रन ही विजेताओं और फिनिशर प्रतियोगियों को तय करता है।

टोक्यो 2020 में ओलंपिक केनोई स्लैलम शेड्यूल

यह प्रतियोगिता 25 जुलाई से 30 जुलाई 2021 तक छह दिनों में संपन्न होगी।

सभी समय जापान के मानक समय के अनुसार दिए गए हैं। (UTC +9 hours)

तारीख और समय: रविवार, 25 जुलाई 2021, 13:00 - 16:45

  • केनोई (C1) मेन हीट्स
  • कायक (K1) वूमेन हीट्स

तारीख और समय: सोमवार, 26 जुलाई 2021, 14:00 - 16:45

  • केनोई (C1) मेन सेमी-फाइनल
  • केनोई (C1) मेन फाइनल
  • केनोई (C1) मेन विक्ट्री सेरेमनी

तारीख और समय: मंगलवार, 27 जुलाई 2021, 14:00 - 17:00

  • कायक (K1) वूमेन सेमी-फाइनल
  • कायक (K1) वूमेन फाइनल
  • कायक (K1) वूमेन विक्ट्री सेरेमनी

तारीख और समय: बुधवार, 28 जुलाई 2021, 13:00 - 16:45

  • केनोई (C1) वूमेन हीट्स
  • कायक (K1) मेन हीट्स

तारीख और समय: गुरुवार, 29 जुलाई 2021, 14:00 - 16:45

  • केनोई (C1) वूमेन सेमी-फाइनल
  • केनोई (C1) वूमेन फाइनल
  • केनोई (C1) वूमेन विक्ट्री सेरेमनी

तारीख और समय: शुक्रवार, 30 जुलाई 2021, 14:00 - 17:00

  • कायक (K1) मेन सेमी-फाइनल
  • कायक (K1) मेन फाइनल
  • कायक (K1) मेन विक्ट्री सेरेमनी

टोक्यो 2020 में ओलंपिक केनोई स्लैलम खेल स्थान

इस बार केनोई स्लैलम प्रतियोगिता में इतिहास रचा जाएगा, क्योंकि यह कासाई केनोई स्लैलम सेंटर जापान का पहला मानव निर्मित केनोई कोर्स है।

2021 में ओलंपिक खेलों के समाप्त हो जाने के बाद इस खेल स्थल का उपयोग मनोरंजन की गतिविधियों और विभिन्न प्रकार के पानी के खेलों के लिए किया जाएगा।

प्रशंसकों के लिए ओलंपिक केनोई स्लैलम खेल स्थल की अधिकतम क्षमता 7,500 है।

ओलंपिक केनोई स्लैलम इतिहास

परंपरागत तौर पर केनोई का उपयोग हजारों सालों से परिवहन के लिए किया जाता रहा है, लेकिन ओलंपिक खेल के रूप में इसका इतिहास सिर्फ सेलिंग का नहीं रहा है।

केनोई स्प्रिंट 1936 में बर्लिन में ओलंपिक प्रोग्राम में शामिल हुआ, जबकि केनोई स्लैलम को 36 साल बाद 1972 में जर्मनी में हुए म्यूनिक ओलंपिक खेलों में शामिल किया गया।

अपने डेब्यू के बाद से केनोई स्लैलम ओलंपिक खेलों से 20 साल तक बाहर रहा और बार्सिलोना 1992 में एक बार फिर इसने ओलंपिक प्रोग्राम में स्थायी इवेंट के तौर पर वापसी की।

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