शीतकालीन ओलंपिक खेलों में चमकने वाले एनएचएल सितारे
जैसे ग्रीष्मकालीन खेलों की बास्केटबॉल प्रतियोगिता में एनबीए सितारों पर सबकी नज़र होती है, शीतकालीन ओलंपिक खेलों के इतिहास में कई एनएचएल खिलाड़ियों ने शानदार आइस हॉकी प्रदर्शन दिखाते हुए कुछ यादगार क्षण पूरे खेल जगत को दिए हैं।
आइस हॉकी को शीतकालीन ओलंपिक खेलों की सबसे लोकप्रिय प्रतियोगिताओं में से एक है और इतिहास में कई युवा अथवा अनुभवी खिलाड़ियों ने विश्व के सबसे बड़े मंच पर अपना नाम किया है।
इस खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी एनएचएल में खेलते हैं और विश्व इतिहास के कुछ महान आइस हॉकी खिलाड़ियों ने ओलंपिक खेलों में अपने देशों को सफलता दिलाई है। अगले साल फरवरी के महीने में एनएचएल खिलाड़ी बीजिंग 2022 खेलों में भाग लेंगे लेकिन उससे पहले olympics.com आपको बताएगा ऐसे एनएचएल सितारों के बारे में बताएगा जिन्होंने शीतकालीन ओलंपिक खेलों में अपना कौशल दिखाया है।
Dominik Hasek, चेक गणराज्य
विश्व इतिहास में बहुत कम ऐसे गोलटेंडर ऐसे होंगे जिनके पास Hasek जैसी प्रतिभा, कौशल, सफलता, क्षमता और शैली होगी। चेक गणराज्य (पूर्व चेकोस्लोवाकिया) के इतिहास में बहुत सारे महान आइस हॉकी खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने एनएचएल में सफलता पायी है लेकिन Hasek के स्तर की बराबरी कोई नहीं कर पाया।
छह बार Vezina ट्रॉफी जीतने वाले Hasek ने अपने देश का प्रतिनिधत्व शीतकालीन ओलंपिक खेलों में चार बार भाग लिया और एक स्वर्ण (1998 नागानो) अथवा एक कांस्य (2006 ट्यूरिन) पदक जीता लेकिन साल 1998 में उनका प्रदर्शन इतिहास के सबसे बेहतरीन में से एक माना जाता है।
Hasek ने 1998 में अद्भुत गोल रक्षा का प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को स्वर्ण दिलाया। उन्होंने पूरी प्रतियोगिता म सिर्फ छह गोल खाये और कनाडा के विरुद्ध पेनल्टी शूटआउट में एक ऐसा यादगार प्रदर्शन विश्व को दिखाया जिसने सबको दंग कर दिया। साल 1998 में स्वर्ण के बाद उन्होंने 2006 में अपनी राष्ट्रिय टीम के साथ कांस्य पदक भी जीता।
Teemu Selänne, फ़िनलैंड
एनएचएल इतिहास के सबसे बेहतरीन आक्रामक खिलाड़ियों में से एक Teemu Selänne ने फ़िनलैंड के लिए ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन दिखाया है। फ़िनलैंड के इस महान खिलाड़ी ने ओलंपिक खेलों में एनएचएल से पहले भाग लिया था। साल 1992 के खेलों में उन्होंने आठ मैच में सात गोल दागे लेकिन पदक नहीं जीत पाए।
साल 1998 खेलों में उन्होंने Nagano खेलों के दौरान शानदार प्रदर्शन दिखाया और फ़िनलैंड ने कांस्य पदक जीता लेकिन 2006 के ट्यूरिन खेलों में Selanne ने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया। उस साल की फ़िनलैंड आइस हॉकी टीम को देश के इतिहास की सर्वश्रेष्ठ टीमों में गिना जाता है और उस प्रतियोगिता में छह गोल अथवा 11 अंक दागते हुए Selanne ने रजत पदक जीता।
Peter Forsberg, स्वीडन
एनएचएल इतिहास के सबसे दिग्गज खिलाड़ियों में से एक Forsberg ने ओलंपिक खेलों में अपने प्रदर्शन से चार चाँद लगा दिए थे। चार बार शीतकालीन खेलों में भाग लेने वाले इस खिलाड़ी ने साल 1994 के खेलों में स्वर्ण पदक जीता और उसके बाद साल 2006 (ट्यूरिन) में दोबारा स्वर्ण जीतने में स्वीडन की सहायता की।
अपने एनएचएल करियर में उन्होंने 700 से ज़्यादा मुकाबले खेले हैं और 40 की आयु के बाद खेलने वाले वह एक अद्भुत खिलाड़ी हैं।
Chris Pronger, कनाडा
दो ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले Pronger एनएचएल इतिहास के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं और उन्होंने अपने देश कनाडा को विश्व के सबसे बड़े खेल मंच पर सफलता दिलाने में बहुत सहायता की है। साल 1993 में उन्होंने विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीती और उसके ठीक चार बाद विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीतने वाली टीम का भाग बने।
साल 1998 में Pronger ने अपने जीवन के पहले ओलंपिक खेलों में भाग लिया लेकिन अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बाद भी उन्हें चौथे स्थान से संतुष्ट रहना पड़ा। चार वर्ष बाद उन्होंने 2002 खेलों में कनाडा की टीम के साथ स्वर्ण जीता और यही दोबारा 2010 में किया। उन्होंने कनाडा के लिए 25 ओलंपिक मुकाबलों में भाग लिया है और इसकी बराबरी कोई नहीं कर पाया है।
Nicklas Lidstrom, स्वीडन
अपने एनएचएल खेल जीवन में 1500 से ज़्यादा मुकाबले खेलने वाले स्वीडन के इस खिलाड़ी के पास कौशल, प्रतिभा, सय्यम, संतुलन और स्वास्थ्य का अद्भुत मिश्रण था। स्वीडन ने ओलंपिक इतिहास की सर्वश्रेष्ठ आइस हॉकी टीमों में से एक साल 2006 में उतारी थी और अपने जीवन के तीसरे शीतकालीन ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले Lidstrom ने स्वर्ण पदक मुकाबले में गोल दाग कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की।
उन्होंने स्वीडन के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 50 मुकाबलों में भाग लिया और एक ओलंपिक स्वर्ण अथवा विश्व चैंपियनशिप जीती। इतना ही नहीं, Lidstrom के पास Stanley Cup, ओलंपिक स्वर्ण और विश्व चैंपियनशिप की शानदार तिकड़ी भी है।