नेशनल मैराथन जीतने के बावजूद श्रीनू बुगाथा और सुधा सिंह को नहीं मिला टोक्यो का टिकट
श्रीनू बुगाथा ने ओलंपियन नितेंद्र रावत और गत चैंपियन रशपाल सिंह को पछाड़कर जीत हासिल की। सुधा सिंह ने आसानी से महिला वर्ग की मैराथन जीती।
श्रीनू बुगाथा (Srinu Bugatha) और दो बार की ओलंपियन सुधा सिंह (Sudha Singh) ने रविवार को छठे नई दिल्ली राष्ट्रीय मैराथन में क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग का खिताब जीता।
हालांकि इसमें से किसी भी धावक को ओलंपिक का टिकट नहीं मिल पाया। ये मैराथन इस साल होने वाले टोक्यो खेलों के लिए एक क्वालिफिकेशन इवेंट के रूप में आयोजित किया गया था।
श्रीनू बुगाथा ने 2 घंटे 14 मिनट और 59 सेकंड का समय निकाला और मैराथन अपने नाम किया। इस तरह उन्होंने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ में तीन मिनट का सुधार किया। हालांकि, टोक्यो ओलंपिक के लिए पुरुषों के लिए क्वालिफिकेशन समय 2:11:30 है।
“मुझे सब अच्छा लग रहा था। इतने करीब आने के बाद क्वालिफिकेशन हासिल न कर पाना थोड़ा निराशाजनक है।
"लेकिन मैं खुद के प्रदर्शन से खुश हूं और मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही क्वालिफाइंग मार्क हासिल कर लूंगा।"
रियो 2016 ओलंपियन नितेंद्र सिंह रावत (Nitendra Singh Rawat) ने पुरुषों की एलीट मैराथन में रजत पदक जीता। ये दो साल बाद इस सेना के जवान की पहली प्रतियोगिता थी। रावत घुटने की चोट के कारण 2019 सत्र से चूक गए थे और 2020 में वापसी की उनकी योजना पर COVID-19 महामारी ने पानी फेर दिया था।
गत विजेता राशपाल सिंह (Rashpal Singh) पुरुषों के एलीट वर्ग में तीसरे स्थान पर रहे।
महिला वर्ग की एशियन स्टीपलचेज़ चैंपियन सुधा सिंह ने मैराथन जीतने के लिए 2:43:41 का समय निकाला। हालांकि महिलाओं के लिए ओलंपिक क्वालिफाइंग मार्क 2:29:30 है
दो बार की मुंबई मैराथन चैंपियन ज्योति गावटे (Jyoti Gawate) ने महिलाओं के एलीट वर्ग में रजत जीता, जबकि जिग्मेट डोल्मा (Jigmet Dolma) ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
नई दिल्ली राष्ट्रीय मैराथन परिणाम
मैराथन एलीट मेन: 1. श्रीनू बुगाथा (2:14:59); 2. नितेंद्र सिंह रावत (2:18:54); 3. रशपाल सिंह (2:18:57)
मैराथन एलीट वुमेन: 1. सुधा सिंह (2:43:41); 2. ज्योति गावटे (2:58:23); 3. जिग्मेट डोलमा (3:04:53)
हाफ मैराथन मेन: 1. अमर सिंह देवंदा (1:13:58); 2. धनंजय शर्मा (1:15:33); 3. संघ प्रिया गौतम (1:16:35)
हाफ मैराथन वुमेन: 1. ज्योति चौहान (1:20:57); 2. पूजा (1:28:39); 3. ताशी लाडोल (1:30:13)