FIH प्रो लीग 2022-23: अंतिम पलों में मंदीप सिंह के दो गोल की मदद से भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड को 4-3 से हराया

मैच में 3-1 से पिछ़डने के बाद भारतीय टीम ने शानदार वापसी की और अंतिम पलों में मंदीप सिंह के दोहरे गोल ने भारत को एक रोमांचक जीत दिलाई। दोनों टीमों के बीच डबल हेडर का दूसरा मुकाबला 4 नवंबर को खेला जाएगा।

4 मिनटद्वारा रौशन प्रकाश वर्मा
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(ADIMAZES PVT LTD)

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में कलिंगा हॉकी स्टेडियम में खेले गए FIH प्रो हॉकी लीग 2022-23 के पहले मैच में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 4-3 से रोमांचक जीत हासिल की।

भारत की ओर से पहला गोल मंदीप मोर (13वें मिनट में) ने किया। दूसरा गोल भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह (41वें मिनट में) ने किया। तीसरा और चौथा गोल मंदीप सिंह ने 51वें और 56वें मिनट में किया। वहीं, न्यूज़ीलैंड की ओर से सैम लेन (22वें और 35वें मिनट में) और जेक स्मिथ (34वें मिनट में) ने गोल दागा।

पहले क्वार्टर के शुरुआती दौर से न्यूज़ीलैंड की टीम ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए भारत पर दबाव बनाने का प्रयास किया। हालांकि, भारत की ओर से भी कई जवाबी हमले किए गए लेकिन वे गोल में तब्दील नहीं हो सके।

इस मैच से अपना डेब्यू कर रहे राहिल ने 7वें मिनट में एक अच्छा प्रयास किया लेकिन उनका शॉट भारतीय गोल की तरफ ही आ गया।

मैच के 13वें मिनट में भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर का मौक़ा मिला लेकिन शमशेर इस मौके को भुना नहीं सके और उनके प्रयास को न्यूज़ीलैंड ने रोक लिया।

हालांकि, इसके तुरंत बाद 13वें मिनट में ही मंदीप मोर ने इस सीज़न का पहला गोल करते हुए मेन इन ब्लू को 1-0 से बढ़त दिला दी। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंदीप मोर का पहला गोल था।

दूसरे क्वार्टर में 1-0 की बढ़त के साथ आगे बढ़ते हुए भारतीय खिलाड़ी आत्मविश्वास से लबरेज दिखे। लेकिन, दूसरी तरफ न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ी भी गोल के प्रयास में लगातार आक्रामकता के साथ गेंद पर प्रहार करते रहे और उन्हें इसका फ़ायदा 22वें मिनट में मिला जब सैम लेन ने पेनल्टी स्ट्रोक से गेंद को गोलपोस्ट तक पहुंचा दिया।

न्यूज़ीलैंड को 22 मिनट के बाद पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। लेकिन, यह पेनल्टी स्ट्रोक में बदल गया क्योंकि गोल लाइन पर गेंद भारतीय डिफेंडर से टकरा गई। सैम लेन ने इस मौके को भुनाते हुए अपनी टीम के लिए पहला गोल किया और स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया।

किवी टीम को 28वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन लेन के शॉट को भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने बचाकर अपनी टीम को कोई नुकसान नहीं होने दिया।

इसके बाद पहले हाफ में कोई भी गोल नहीं हो सका और दोनों टीमें 1-1 की बराबरी के साथ बढ़त बनाने के लिए संघर्ष करतीं दिखीं।

तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें बढ़त बनाने के लिए गोल की तलाश में मैदान पर उतरीं। लेकिन, 34वें और 35वें मिनट में लगातार दो गोल कर न्यूज़ीलैंड ने मैच पर मजबूत पकड़ बना ली। पहले जेक स्मिथ ने एक शानदार फील्ड गोल कर भारत को 1-2 से पीछे कर दिया। इसके अगले ही मिनट में सैम लेन ने पेनल्टी कॉर्नर से मैच में अपना दूसरा गोल करते हुए स्कोर 1-3 कर दिया।

इस बीच, 41वें मिनट में भारत को एक पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिसे कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल में तब्दील कर स्कोर को 2-3 पर पहुंचाकर गोल के अंतर को कम किया। तीसरे क्वार्टर के अंत तक भारतीय टीम एक गोल के अंतर से पिछड़ रही थी।

लेकिन चौथे और निर्णायक क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त वापसी करते हुए मंदीप मोर और मंदीप सिंह के बेहतरीन प्रयास के बदौलत ने भारत ने एक और गोल दागा और स्कोर को 3-3 से बराबर किया।

इसके बाद 56वें मिनट में मंदीप सिंह ने एक और तेज-तर्रार फील्ड गोल कर रोमांचक मैच में भारत को जीत दिला दी।

मैच में 30 सेकेंड बाक़ी रहते न्यूज़ीलैंड को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और भारत ने 4-3 से यह मुक़ाबला अपने नाम कर लिया।

यह भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच डबल हेडर मुक़ाबले का पहला मैच था। दोनों टीमों के बीच डबल हेडर का दूसरा मुक़ाबला शुक्रवार, 4 नवंबर को खेला जाएगा।

इससे पहले रविवार, 30 अक्टूबर को टीम इंडिया स्पेन के ख़िलाफ़ होने वाले डबल हेडर मुक़ाबले का पहला मैच खेलेगी।