ज़रूरी जानकार
- नाम: Lydia Ko
- उम्र : 23
- राष्ट्रीयता: न्यूज़ीलैंड
- खेल: गोल्फ
क्या हैं उनकी उपलब्धियां?
Lydia Ko का जन्म दक्षिण कोरिया में हुआ था लेकिन वह बहुत काम आयु में अपने परिवार के साथ न्यूज़ीलैण्ड में जा कर बस गयी थी। उनका गोल्फ से परिचय पांच साल की आयु में हुआ जब उनकी माँ उन्हें एक उपकरण बेचने वाली दुकान में ले गयी थी।
वहीँ से शुरू हुआ उनका अद्भुत गोल्फ जीवन।
Ko ने बहुत काम आयु में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाना शुरू कर दिया था और 2011 में वह पहली महिला बनीं जिन्हे मार्क एच मेककोरमैक पदक से सम्मानित किया गया था। इतना ही नहीं, ऐमेचोर गोल्फ खिलाड़ियों को दिया जाने वाला यह पुरस्कार उन्होंने 2012 और 2013 में फिर जीता। वर्ष 2012 में उन्होंने कैनेडियन ओपन और न्यू साउथ वेल्स ओपन जीता और ऐसा करने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनीं। जब Ko ने कैनेडियन ओपन जीता तो एलपीजीए प्रतियोगिता में 43 बाद किसी ऐमेचोर खिलाड़ी ने यह ख़िताब अपने नाम किया।
साल 2013 में Ko प्रोफेशनल गोल्फर बन गयी और यह उपलब्धि उनके खेल जीवन शुरू करने के 130 हफ़्तों बाद उन्होंने हासिल करी।
Ko ने प्रोफेशनल गोल्फ की दुनिया में आते ही अपना दबदबा बना लिया और पहले ही साल में तीन एलपीजीए ख़िताब अपने नाम कर लिए जिसके कारण उन्हें रुकी ऑफ़ द ईयर दिया गया। फरवरी 2015 में 17 वर्षीय Ko गोल्फ इतिहास कि सबसे काम आयु वाली विश्व नंबर एक खिलाड़ी बनीं और उसी साल चार ख़िताब जीतने के बाद उन्होंने अपना पहला मेजर एवियन चैंपियनशिप के रूप में अपने नाम किया। उसी वर्ष Lydia Ko ने एलपीजीए प्लेयर ऑफ़ द ईयर का ख़िताब भी जीता।
रियो में आयोजित 2016 ओलिंपिक खेलों से पहले भी उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा और उन्होंने एएनए इंस्पिरेशन मेजर में सबको चौंका दिया। आखरी राउंड में Ko ने शानदार वापसी करि और दो मेजर ख़िताब जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी'बन गई। ओलिंपिक स्वर्ण की प्रबल दावेदार होने का दबाव शायद रियो 2016 खेलों के पहले दो राउंड में Ko पर दिखा और उनकी शुरुआत ख़राब रही लेकिन तीसरे राउंड में वह दुसरे स्थान पर पहुँच गयी।
अंतिम राउंड में खेलना आसान नहीं था और ओलिंपिक पदक Ko की पहुँच से दूर जा रहा था लेकिन 14वें होल में वह तीसरे स्थान पर थीं। प्रतियोगिता के अंतिम क्षणों में उनका मुकाबला रजत पदक के लिए चीन की Shanshan Feng के साथ था। Ko और Feng 18वें होल में एक ही स्कोर पर थे और रजत पदक की दौड़ में थे। Feng ने अंतिम शॉट में बर्डी से चूक गयी और वहीँ Ko ने पदक अपने नाम कर लिया।
चौंका देने वाली बात
Lydia Ko ने विश्व की सबसे युवा नंबर एक खिलाड़ी होने के आलावा भी बहुत से ख़िताब अपने नाम किये हैं। साल 2015 में कुछ समय के लिए Inbee Park ने नंबर एक का स्थान उनसे छीन लिया लेकिन Ko अक्टूबर में एक बार फिर विश्व गोल्फ के शिखर पर पहुँच गयी और वहां जून 2017 तक रहीं।
एक दिलचस्प बात यह भी है कि Lydia Ko ने अपने करियर का पहला होल इन वन रियो ओलिंपिक खेलों में हासिल किया और चौंका देने वाली बात यह थी उसके पहले उन्होंने वह कभी भी नहीं मारा था।
चौंका देने वाली बात
Lydia Ko ने विश्व की सबसे युवा नंबर एक खिलाड़ी होने के आलावा भी बहुत से ख़िताब अपने नाम किये हैं। साल 2015 में कुछ समय के लिए Inbee Park ने नंबर एक का स्थान उनसे छीन लिया लेकिन Ko अक्टूबर में एक बार फिर विश्व गोल्फ के शिखर पर पहुँच गयी और वहां जून 2017 तक रहीं।
एक दिलचस्प बात यह भी है कि Lydia Ko ने अपने करियर का पहला होल इन वन रियो ओलिंपिक खेलों में हासिल किया और चौंका देने वाली बात यह थी उसके पहले उन्होंने वह कभी भी नहीं मारा था।