टोक्यो ओलंपिक से मिलेगी भारतीय महिला हॉकी टीम को नई ऊर्जा: रानी रामपाली
टोक्यो 2020 में हिस्सा लेकर लगातार दूसरी बार ओलंपिक में भाग लेगी भारतीय महिला हॉकी टीम।
टोक्यो ओलंपिक शुरू होने में कुछ वक्त बचा है, भारतीय महिला हॉकी टीम इसमें हिस्सा लेकर पूरे भारत में महिलाओं के लिए एक उदाहरण पेश करना चाहती है तो वहीं महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal) साथी खिलाड़ियों की हौसला अफजाई कर रही है।
इतना ही नहीं देश में महिलाओं को प्रेरणा देने के लिए हरियाणा की इस 26 वर्षीय खिलाड़ी का मानना है कि टोक्यो 2020 में अच्छे प्रदर्शन की मदद से भारत में महिला हॉकी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
Olympics.com के वीडियो सीरीज "जी जान से'' India’s Olympic Hope में रानी रामपाल ने कहा कि हम सभी की कोशिश होगी कि वह टोक्यो 2020 में बेहतर प्रदर्शन करें, जिससे की लड़कियों को प्रेरणा मिले और वह भी हॉकी स्टिक या फिर किसी खेल के लिए प्रेरित हो। क्योंकि यह जरूरी है।
2009 से 14 साल की उम्र में भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए खेल रही रानी रामपाल इस समय खेल की आइकन बन गई है, और अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए आगे बढ़ रही है, इतना ही नहीं रानी टोक्यो में भी अपनी जिम्मेदारियों से बखूबी वाकिफ है।
रानी का मानना है कि देश उनकी तरफ एक उम्मीद से देख रहा है, और उनकी कोशिश होगी की वह भारत के लिए गोल करें और देश के लिए पदक हासिल कर सकें।
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 36 सालों से होता आ रहा है, और हर चार साल में आयोजित किया जाता है, जो की रानी को मिला था वो भी इसलिए क्योंकि रानी ने भारतीय महिला हॉकी टीम को रियो 2016 में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में अहम भूमिका निभाई थी।
रानी का कहना है कि,’’ उस पल के बाद से महिला हॉकी में कुछ बदलाव जरूर आया है अब हम अगले ओलंपिक में पदक जीतने के बारे में सोच सकते है क्योंकि सबसे जरूरी मुश्किलों से पार पाना और क्वालीफाई करना था।’’
बात रियो 2016 की करें तो रानी रामपाल ने उस वक्त शुरूआत सेे ही बढ़त लेते हुए जापान के खिलाफ दो गोल दागे थे, हालांकि भारत उस समय ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ सका था।
लेकिन रानी रामपाल की ख्वाहिश है कि वह टोक्यो से मेडल लेकर ही वापस आएं।
रानी रामपाल का कहना है कि ‘’यह एक ऐसी उपलब्धि है जो हमेशा आपके साथ रहती है, कि आप एक ओलंपिक पदक विजेता है और इतने बड़े आयोजन में आपने देश का प्रतिनिधित्व किया है यह एक विशेष अनुभूति है।’’
आगे बात करते हुए रानी बताती है कि ‘’हमेशा थोड़ा बहुत दबाव तो बना ही रहता है लेकिन कप्तान होने के नाते मै हमेशा आगे बढ़ती रहती हूं।’’
महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल, अपने टोक्यो 2020 अभियान की शुरुआत 24 जुलाई को नीदरलैंड के खिलाफ करनेवाली है।