अंतिम आठ के बाद भारत अब महाद्वीपीय टूर्नामेंट में नौवें और 16वें स्थान के भीतर सर्वश्रेष्ठ-संभव फिनिश के लिए प्रतिस्पर्धा करेगा।
पुरुषों की भारतीय वॉलीबॉल टीम मंगलवार को चिबा पोर्ट एरिना में अपने अंतिम एशियाई वॉलीबॉल चैंपियनशिप 2021 पूल ए मैच में जापान से हार गई।
भारत मेजबान टीम से 3-0 (25-15, 25-15, 25-18) से हारकर अपने ग्रुप में सबसे नीचे रहा। भारतीय टीम भी अपने अन्य दो पूल ए मैचों में बहरीन और कतर के खिलाफ सीधे सेटों में हार गया था। प्रत्येक पूल की दो टॉप टीमें क्लासिफिकेशन राउंड के लिए जाती है, और टॉप आठ में जगह बनाने के लिए खेलती है।
दो फाइनलिस्ट रूस में 2022 FIVB वॉलीबॉल पुरुष विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई करते हैं। प्रत्येक पूल से नीचे की दो टीमें प्रतियोगिता में नौवें से 16वें स्थान के लिए खेलती हैं, और भारत इस समूह में होगा। यह भारत के लिए निराशाजनक अभियान था, जो 2019 के पिछले संस्करण में आठवें स्थान पर रहा था।
जापान के खिलाफ मुकाबले में आगे बढ़ते हुए, भारत पहले ही शीर्ष आठ में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो गया था, इस बीच कोच जीई श्रीधरन की कोशिशें भी 9 बार के चैंपियन के खिलाफ कुछ बेहतर प्रदर्शन नहीं दिखा पाई।
हालांकि, उनकी यह कोशिश जापानी टीम के खिलाफ कठिन साबित हुई, जो दुनिया की 10 वीं नंबर की टीम है और नवीनतम अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल महासंघ (FIVB) रैंकिंग में शीर्ष एशियाई टीम भी है।
मैच से पहले विश्व में 89वें स्थान पर काबिज भारत ने देखा कि उनकी उम्मीदें जल्दी खत्म हो गईं क्योंकि उन्होंने शुरुआती दो सेटों में समान 25-15 के अंतर से हार का सामना किया। भारत ने तीसरे सेट में कड़ी चुनौती देने की कोशिश की, लेकिन बावजूद इसके भारत 25-18 से हार गया।
जापान के कप्तान युकी इशिकावा (Yuki Ishikawa) 18 अंकों के साथ मैच में शीर्ष स्कोरर रहे, जबकि भारत के कप्तान कार्तिक अशोक (Karthik Ashok) नौ अंकों के साथ अपनी टीम के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थे।
बता दें कि टूर्नामेंट से पहले 76वें स्थान पर रहीं भारतीय पुरुष वॉलीबॉल टीम अब दुनिया में 108वें नंबर पर है।