साथियान गणानाशेखरन और शरत कमल ने हासिल किया टोक्यो का टिकट 

साथियान गणानाशेखरन अपने पहले ओलंपिक गेम्स के लिए तैयार हैं और साथ ही शरत कमल अपने चौथे संस्करण में खेलते हुए नज़र आएंगे। दोनों ही टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने यह कारनामा एशियाई क़्वालिफ़ायर्स मैं जीत हासिल कर किया। 

2 मिनटद्वारा जतिन ऋषि राज
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(2018 Getty Images)

भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी**शरत कमल** (Sharath Kamal) और साथियान गणानाशेखरन (Sathiyan Gnanasekaran) इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक गेम्स के मेंस सिंगल्स इवेंट में खेलते हुए दिखाई देंगे।

क़तर के दोहा में चल रहे एशियाई ओलंपिक क़्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में इन दोनों भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने ओलंपिक गेम्स में जगह बना ली है।

मेंस सिंगल्स इवेंट में ओलंपिक गेम्स ने 6 बर्थ रखी थी और कमल ने टोक्यो 2020 की छठी बर्थ अपने नाम की।

वहीँ दूसरी ओर जी साथियान जापान में ओलंपिक गेम्स में भाग लेंगे वहीँ शरत का यह उनका चौथा संस्करण होने जा रहा है। 

कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले साथियान ने लुसैल स्पोर्ट्स एरीना में चल रहे मुकाबले में पहले दो राउंड अपने नाम कर लिए थे लेकिन इसके बाद शरत कमल ने तेज़ी दिखाते हुए खेल में वापसी की।

साथियान ने छठे गेम को 11-9 से जीता और मुकाबले को फाइनल तक ले गए। हालांकि इस खिलाड़ी ने अपनी लय का नमूना पेश किया और गेम को 8-3 तक ले गए। शरत भी कहां पीछे रहने वाले थे और उन्होंने ज़बरदस्त प्रदर्शन दिखाते हुए गेम को 8-8 से बराबर कर दिया।

अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए जी साथियान ने अपनी लय को बरकरार रखा और गेम जीत कर मुकाबले को 11-9, 15-13, 5-11, 7-11, 10-12, 11-9, 11-8 से अपने नाम किया और टोक्यो की जगह हासिल कर ली।

इस पर शरत कमल को फर्क नहीं पड़ा क्योंकि दूसरे मुकाबले मैं उन्होंने पकिस्तान के रमीज़ मुहम्मद (Rameez Muhammad) को मात दी। भारतीय पैडलर ने पकिस्तानी प्रतिद्वंदी को 11-4, 11-1, 11-5, 11-4 से हराकर टोक्यो का टिकट जीता और अब वह सबसे सबसे बड़े मंच पर अपना जौहर दिखाते हुए नज़र आएंगे।

मुकाबले के बाद शरत ने कहा "साथियान के खिलाफ मुकाबला अच्छा था लेकिन मुझसे ग़लतियां हुईं जिसका उन्होनें फायदा उठाया और मुकाबला जीत लिया। रमीज़ के खिलाफ खेलने से मैं नर्वस था और मैं उनके खिलाफ कभी खेला नहीं था।"

लेकिन पहले गेम के बाद मुझमे आत्मविश्वास आ गया समझ भी आ गया कि मेरी राणनीति काम कर रही है और मैंने उसका इस्तेमाल भी सही किया और लय को अपने हाथ में रखा।"

अपने आखिरी मुकाबले में साथियान ने मुहमद रमीज़ को मात दी और साउथ एशिया ग्रुप में टॉप स्थान बुक किया और साथ ही टोक्यो गेम्स में स्थान भी पुख्ता कर लिया।"

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