ताशकंद में खेली जा रही एशियन ओलंपिक क्वालीफायर्स में कमाल नहीं दिखा पाए भारतीय फ़ेंसर्स

उज्बेकिस्तान में होने वाला यह टूर्नामेंट भारतीय फ़ेंसर्स के लिए टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का अंतिम अवसर था।

1 मिनटद्वारा लक्ष्य शर्मा
Fencing.
(Getty Images)

भारतीय फ़ेंसर्स उज्बेकिस्तान के ताशकंद में खेली जा रही एशियाई ओलंपिक क्वालीफ़ायर्स में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। भारतीय फ़ेंसर्स का प्रदर्शन इतना खराब था कि कोई भी फ़ेंसर क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया।

भवानी देवी (Bhavani Devi) ने पिछले महीने इटली में तलवारबाजी विश्व कप में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद इतिहास रचा था, वह भारत की पहली फ़ेंसर बनी थी, जिन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। लेकिन एशियन क्वालिफायर में भारतीय फ़ेंसर्स के पास टोक्यो ओलंपिक के लिए आखिरी मौका था लेकिन वह ऐसा करने में असफल रहे।

25-26 अप्रैल के इवेंट में फ़ेसर्स टोक्यो ओलंपिक में छह कोटा स्थान हासिल करने में सफल रहे। इसमें तीन मेंस और 3 वुमेंस स्थान थे। हालांकि, पांच सदस्यीय भारतीय टीम इस अवसर का फायदा उठाने में नाकाम रहे।

सुनील कुमार (Sunil Kumar) मेंस एपी में और राधिका अवती (Radhika Avati) ने महिलाओं की फाइल में क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बनाई लेकिन बाकी 3 करण सिंह (Karan Singh) (मेंस सब्रे), थोचोम बिकी (Thokchom Bicky) (मेंस फ़ॉइल) और कविता देवी (Kavita Devi) (महिला एपी) जल्दी ही बाहर हो गए।

इन परिणामों का मतलब है कि भवानी देवी (वुमेंस सब्रे) एकमात्र भारतीय फ़ेंसर होंगी, जो टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेंगी।