पोलैंड में न्यूनतम आवश्यक मानदंड को हासिल कर फौआद मिर्जा ने टोक्यो ओलंपिक में जगह की पक्की
फौआद मिर्जा टोक्यो में अपने पहले ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए हैं तैयार। घुड़सवारी में ऐसा करने वाले वो तीसरे भारतीय होंगे।
भारत के फौआद मिर्जा (Fouaad Mirza) पिछले सप्ताह के आखिर में पोलैंड में हुए एक घुड़सवारी इवेंट में न्यूनतम योग्यता आवश्यकताओं (Minimum Eligibility Requirements) को पूरा करने के बाद टोक्यो में अपना ओलंपिक पदार्पण करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
फौआद मिर्जा ने पहले 2019 में दक्षिण पूर्वी एशिया और ओशिनिया ओलंपिक क्वालिफायर में टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल किया था, लेकिन ओलंपिक में भाग लेने के लिए उन्हें न्यूनतम योग्यता आवश्यकताओं के स्कोर को पूरा करने की जरूरत थी।
उन्होंने, पिछले सप्ताह के आखिर में पोलैंड में तीन दिवसीय बाबोरोको इक्वेस्ट्रियन फेस्टिवल में CCI4 * -लॉन्ग इवेंट प्रतियोगिता में उस पैमाने को सफलतापूर्वक पूरा किया।
न्यूनतम योग्यता आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक घुड़सवार को निचले स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा करना होता है, जिसमें घुड़सवार के प्रदर्शन का पैरामीटर निर्धारित किया गया है, जैसे अधिकतम पेनल्टी प्वाइंट और समय सीमा के साथ अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा करना।
CCI4* प्रतियोगिता की रेटिंग स्तर को दर्शाता है। बाबोरोको फेस्टिवल वन स्टार इवेंट था जिसमें वो घुड़सवार भाग लेते हैं, जिनके पास अनुभव कम होता है।
आयोजन में घुड़सवार ड्रेसेज, क्रॉस-कंट्री और शो जंपिंग जैसे स्पर्धाओं में भाग लेते हैं।
29 वर्षीय फौआद मिर्जा ने शुक्रवार को अपने दो घोड़ों सिग्नूर मेडिकॉट और दजारा 4 के साथ ड्रेसेज सेक्शन में सबसे पहले फिनिश किया। सिग्नूर मेडिकॉट चोट से उबर कर वापसी कर रहा है।
शनिवार को क्रॉस-कंट्री में फौआद मिर्जा ने सिग्नूर मेडिकॉट के साथ टाइम पेनल्टी ली।
हालाँकि, फौआद मिर्ज़ा ने दजारा 4 के साथ शानदार प्रदर्शन करते हुए स्पर्धा को तेज़ी से पूरा किया, जिससे वो शीर्ष-दो में शामिल होने में सफल रहें, और इससे उन्हें टोक्यो 2020 के लिए आवश्यक MER मानदंड हासिल करने में मदद मिली।
अटलांटा 1996 में इंद्रजीत लांबा (Indrajit Lamba) और सिडनी 2000 में इम्तियाज अनीस (Imtiaz Anees) के बाद फौआद मिर्जा अब ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाले तीसरे भारतीय घुड़सवार बन जाएंगे।
फौआद मिर्जा ने ईएसपीएन से बात करते हुए कहा, "वीकेंड में काफी दबाव था क्योंकि ये मेरे लिए अपना MER हासिल करने का आखिरी मौका था, इसलिए मुझे वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ी।"
"हम अंततः इसे हासिल करने में कामयाब रहें, और ये दर्शाता है कि मेरे घोड़े अच्छे फॉर्म में हैं, और मैं भी अच्छा कर रहा हूं।"
2018 एशियन खेलों में दो रजत पदक जीतने वाले भारतीय घुड़सवार अब सुकून की लंबी सांस लेंगे और टोक्यो की तैयारियों पर फोकस करते हुए अपनी तैयारी करेंगे।
फौआद ने कहा, "हम अभी कुछ हफ़्ते आराम करने जा रहे हैं और फिर अपने ट्रेनिंग के साथ आगे बढ़ेंगे। टोक्यो जाने से पहले, हम एक और प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं।”