राष्ट्रमंडल खेल 2022 के लिए 50 दिन बाकी: टेबल टेनिस और बैडमिंटन खिलाड़ियों को बर्मिंघम में जीत का पूरा भरोसा

कोविड के कारण स्थगित एशियाई खेल 2022 के बाद CWG 2022 भारतीय एथलीटों के लिए सबसे बड़ा खेल आयोजन होगा।

5 मिनटद्वारा शिखा राजपूत
Chirag Shetty
(2018 Getty Images)

राष्ट्रमंडल खेल 2022 शुरू होने में अब सिर्फ 50 दिन बाकी हैं। इसके साथ ही बर्मिंघम में प्रतिस्पर्धा करने वाले भारतीय एथलीटों की तैयारी भी जोरों से चल रही है।

एथलीट, कोच और फेडरेशन यह सुनिश्चित करने में व्यस्त हैं कि 28 जुलाई से आयोजित होने वाले इस क्वाड्रेनिअल इवेंट में सालों की कड़ी मेहनत को पदक में कैसे तब्दील किया जाए।

खासतौर से एशियाई खेलों के स्थगित होने के बाद बर्मिंघम CWG 2022 अधिकांश खिलाड़ियों के लिए साल का सबसे बड़ा मंच प्रस्तुत करेगा।

भारत के शीर्ष पुरुष एकल टेबल टेनिस खिलाड़ी साथियान गणानाशेखरन को लगता है कि भारत इस चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार है।

पिछले राष्ट्रमंडल खेल 2018 में तीन पदक जीतने वाले जी साथियान ने ओलंपिक डॉट कॉम को बताया, "बीते दो सालों में इतने सारे इवेंट के रद्द होने के बाद एशियाई खेलों का स्थगित होना हमारे लिए निराशाजनक था।"

वर्तमान में विश्व रैंकिंग में नंबर 34 पर काबिज पुरुष एकल खिलाड़ी ने कहा, "लेकिन मुझे अब लगता है कि वैसे यह फायदेमंद था, क्योंकि अब हम अपनी सारी ताकत राष्ट्रमंडल खेल में लगा सकते हैं। यह इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है।"

राष्ट्रमंडल खेल में एकल में पदक हासिल करना साथियान के लिए सबसे बड़े लक्ष्यों में से एक है। वह मिश्रित और पुरुष युगल दोनों में भारत के लिए खेलेंगे और इस बेहतरीन प्रतिस्पर्धा का हिस्सा होंगे।

पुरुष युगल में जी साथियान चार बार के ओलंपियन शरत कमल के साथ जोड़ी बनाएंगे। पिछले संस्करण में दोनों खिलाड़ियों ने रजत पदक जीता था।

मिश्रित युगल में विश्व में छठे स्थान पर काबिज साथियान और मनिका बत्रा शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी होंगे।

"पिछली बार हमने मिश्रित युगल में कांस्य पदक जीता था, लेकिन इस बार हम बेहतरीन प्रशिक्षण ले रहे हैं और इसके लिए चेन्नई और बैंगलोर में कैंप लगाए हैं। हम राष्ट्रमंडल खेल की शुरुआत से पहले जाग्रेब और बुडापेस्ट में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसलिए हम इवेंट में अपने पदकों को कांस्य से स्वर्ण में बदलने की पूरी कोशिश करेंगे।”

राष्ट्रमंडल खेल के लिए आश्वस्त हैं किदांबी श्रीकांत

किदांबी श्रीकांत को लगता है कि वह और भारतीय बैडमिंटन टीम के अन्य सदस्य एक सफल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल अभियान के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक से बाहर होने के बाद शानदार फॉर्म के साथ वापसी की। किदांबी ने विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर और भारत को ऐतिहासिक थॉमस कप जिताया।

वहीं, राष्ट्रमंडल खेल में पुरुष एकल का स्वर्ण पदक अभी भी भारत के पूर्व विश्व नंबर 1 शटलर की पकड़ से दूर है।

उन्होंने ओलंपिक डॉट कॉम को बताया, "मेरा अंतिम लक्ष्य पेरिस 2024 में स्वर्ण जीतना है, लेकिन मैं राष्ट्रमंडल खेल और उसके बाद विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं।" वर्तमान में किदांबी श्रीकांत विश्व रैंकिंग में 11वें स्थान पर काबिज हैं ।

भारतीय टीम के बारे में भी किदांबी ने बात की। इस टीम में ऑल इंग्लैंड ओपन के रजत पदक विजेता लक्ष्य सेन, दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, राष्ट्रमंडल खेल के युगल स्वर्ण पदक विजेता अश्विनी पोनप्पा और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी शामिल हैं। किदांबी श्रीकांत का मानना है कि भारत के पास राष्ट्रमंडल खेल में अपना दबदबा कायम करने के लिए शानदार खिलाड़ियों की टीम है।

इस बाबत उन्होंने कहा "भारत के पास राष्ट्रमंडल खेल में प्रतिस्पर्धा करने वाले सभी बैडमिंटन खिलाड़ी स्वर्ण पदक के दावेदार हैं।"

हालांकि, किदांबी श्रीकांत को भी लगता है कि पूरे टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन देना और टूर्नामेंट में बने रहना भारतीय शटलरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।

“ये बड़ा इवेंट दो सप्ताह तक चलने वाला टूर्नामेंट है। इसलिए अगर हम लगभग 10-15 दिनों तक लगातार अच्छा खेलते रहना मैनेज कर लेते हैं, तो मुझे पूरा यकीन है कि हमारे पास कड़ी प्रतिस्पर्धा और जीतने के लिए सही टीम है।”

राष्ट्रमंडल खेल के लिए तैयार है चिराग शेट्टी-सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी की जोड़ी

चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल में पुरुष युगल में रजत पदक जीता था। इसके साथ ही दोनों खिलाड़ी बर्मिंघम में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।

बड़े इवेंट में चोट या थकान की संभावना से बचने के लिए दोनों भारतीय शटलरों ने जुलाई में शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेल से पहले कुछ प्रतियोगिताओं में हिस्सा न लेने का फैसला किया है।

चिराग शेट्टी ने ओलंपिक डॉट कॉम को बताया, “यह एक लंबे समय तक चलने वाला इवेंट है, इसलिए हम राष्ट्रमंडल खेल के लिए पूरी तरह से फिट होना चाहते हैं। इसलिए हमने राष्ट्रमंडल खेल से पहले होने वाली दो से तीन बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर इवेंट में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।”

हालांकि, दोनों इस महीने के अंत में होने वाले मलेशिया ओपन में हिस्सा लेंगे। मलेशिया ओपन इस साल का पहला बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 इवेंट होगा। मलेशिया ओपन के बाद राष्ट्रमंडल खेल की तैयारी के लिए उनके पास तीन सप्ताह का पूरा समय होगा।

हाल ही में चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी विश्व मंच पर मलेशियाई और इंडोनेशियाई युगल जोड़ियों को कड़ी टक्कर देते रहे हैं। भारत की ऐतिहासिक थॉमस कप जीत में उन्होंने शानदार प्रतिस्पर्धा की और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। विश्व रैंकिंग में 8वें नंबर पर काबिज भारतीय जोड़ी को थॉमस कप में अपने छह मैचों में से सिर्फ एक मैच में हार मिली थी।

इससे पहले साल की शुरुआत में 24 वर्षीय चिराग शेट्टी और 21 वर्षीय सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने इंडोनेशिया के तीन बार के विश्व चैंपियन मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान को हराकर इंडिया ओपन पर कब्जा किया था और अपना दूसरा बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 खिताब जीता था।

गौरतलब है कि राष्ट्रमंडल खेल के पिछले संस्करण में भारत पदक तालिका में मेजबान ऑस्ट्रेलिया (198 पदकों में से 80 स्वर्ण) और इंग्लैंड (136 पदकों में से 45 स्वर्ण) के बाद तीसरे स्थान पर रहा था, जिसमें 26 स्वर्ण सहित 66 पदक शामिल थे।

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