टोक्यो 2020 खेलों की महिला बास्केटबॉल प्रतियोगिता के एक रोमांचक कांस्य मुकाबले में फ्रांस की टीम ने सर्बिया को पराजित (91-76) करते हुए पदक जीत लिया। साल 2016 के रियो ओलंपिक खेलों में इसी मैच के दौरान हारने के पांच वर्ष बाद फ्रांस ने सर्बिया की टीम को दूसरा लगातार कांस्य जीतने से रोका।
सर्बिया इस मुकाबले में ज़्यादा मज़बूत दावेदार थी और Yvonne Anderson जैसी सितारा का उपस्थिति में उन्होंने मुकाबले की बेहतरीन शुरुआत करते हुए पहले क्वार्टर में चार अंकों की बढ़त बनाई और एक बार फिर चुनौती फ्रांस के सामने रख दी।
Endene Miyem, Gabby Williams, Sarah Michael और Sandrine Gruda ने फ्रांस का नेतृत्व करते हुए शानदार वापसी की और सर्बिया को अगले दो क्वार्टर में सर्बिया को 11 अंकों से पीछे कर दिया।
चौथे क्वार्टर में फ्रांस ने सय्यम और धैर्य की रणनीति से खेलते हुए सर्बिया और अपने बीच में फासला बढ़ा लिया। अंतिम छह मिनट में फ्रांस ने अपनी बढ़त को 19 कर लिया लेकिन सर्बिया ने फिर भी प्रहार जारी रखा।
फ्रांस की बढ़त को लगातार कम करने वाली सर्बिया की Sonja Vasic ने एक बेहतरीन शॉट मारते हुए एक फ्री थ्रो भी दाग दिया। Anderson और Vasic सर्बिया का प्रहार जारी रख रहे थे और दोनों ने मिल कर फ्रांस की बढ़त को सिर्फ 11 अंक करते हुए मैच में अपनी दावेदारी को बरक़रार रखा।
चौथे क्वार्टर में जब सिर्फ 3:38 का समय बचा था तो Anderson ने दो शानदार फ्री थ्रो दागे और बढ़त को सिर्फ सात अंक पर ले आयीं।
फ्रांस दबाव में नज़र आ रही थी लेकिन सर्बिया को पता थी उनके पास समय कम है और इसी कारण Vasic ने एक थ्री पॉइंटर का प्रयास किया जो असफल रहा।
यूरोप के इन दो देशों की भिड़ंत में देखना यह था की ज़्यादा धैर्य कौन दिखाता और फ्रांस की Alexia Chartereau ने दो फ्री थ्रो दागे जिसके कारण फ्रांस की बढ़त 11 अंक हो गयी।
Anderson और Vasic पर निर्भर दिखने वाली सर्बिया की टीम को थ्री पॉइंटर की सख्त आवश्यकता थी लेकिन फ्रांस की Johannes ने एक उच्च श्रेणी का थ्री पॉइंटर दागते हुए मैच फ्रांस की मुट्ठी में कर दिया।
मैच में सिर्फ 1:41 का समय बचा था और यह सर्बिया के लिए 12 अंकों की बढ़त को बराबर करने के लिए कम था लेकिन जब अपने जीवन की सर्वश्रेष्ठ बास्केटबॉल के स्तर खेल रही Anderson ने एक शानदार थ्री पॉइंटर मारा तो सर्बिया की आशा बढ़ गई।
अंत में फ्रांस की बढ़त सर्बिया के लिए बहुत ज़्यादा साबित हुई और मुकाबले के आखरी 12 सेकंड में फ्रांस ने पांच शानदार अंक दागे और कांस्य जीत लिया।