फाजा पैरा तीरंदाजी: शानदार प्रदर्शन के साथ तीरंदाजों ने भारत की झोली में डाले पांच पदक
पदक तालिका में भारत, तुर्की और रूस से पीछे तीसरे स्थान पर रहा।
दुबई में आयोजित 7वीं फाजा पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग चैंपियनशिप-2021 में राकेश कुमार (Rakesh Kumar) ने कंपाउंड मेन ओपन इवेंट में हमवतन श्याम सुंदर स्वामी पर तीज दर्ज कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। भारत ने दो स्वर्ण और तीन रजत पदक के साथ प्रतियोगिता का समापन किया।
कुमार ने शुरू से लेकर सभी पांच राउंड में अपने प्रदर्शन को बनाये रखते हुए 143-135 मैच जीता।
स्वामी ने भारत के पैरालंपिक समिति की मीडिया विज्ञप्ति में कहा, “सीखने की दृष्टि से यहां का अनुभव बहुत अच्छा रहा। अब हम वापस लौटकर तेज हवा वाले माहौल में शूटिंग का प्रशिक्षण करेंगे। वर्ल्ड पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप के लिए हम यहां फिर से आएंगे। टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों के लिए हमारी तैयारी जारी रहेगी।"
आखिरी दिन कुमार और स्वामी के अलावा ज्योति बालियान (Jyoti Baliyan) ने कंपाउंड महिला ओपन इवेंट में रजत पदक पर कब्जा जमाया।
रूस की स्टेफनिडा अर्तखिनोवा (Stepanida Artakhinova) ने फाइनल में एक कांटे के मुकाबले के बाद बालियान को हराया। चार राउंड के बाद स्कोर 101-101 पर बराबर हो गया था। हालांकि, पांचवें राउंड में वह दो अंकों से पीछे हो गई और रूसी एथलीट ने उसे 130-128 से हरा दिया।
बलियान ने कहा, “मैंने मुकाबला जीतने के लिए हर तरह की कोशिश की, लेकिन अंत में एक शॉट गलत हो गया। हालांकि, मैं प्रतियोगिता से रजत पदक के साथ कुछ अनुभव पाकर बहुत खुश हूं। अब मेरा ध्यान चेक गणराज्य में होने वाले अंतिम क्वालीफाइंग इवेंट से ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने पर है।”
इससे पहले पैरा-तीरंदाज हरविंदर सिंह (Harvinder Singh) और पूजा (Pooja) ने रिकर्व ओपन मिक्स्ड टीम में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने फाइनल में तुर्की को 5-4 से हराया।
भारत के प्रदर्शन ने कोच अनिल जोशी (Anil Joshi) को गौरवान्वित किया है। उनका मानना है कि इस आयोजन ने एथलीटों को खुद को बारीकी से परखने का अच्छा मंच प्रदान किया है।
उन्होंने कहा, "यह आयोजन टोक्यो 2020 पैरालंपिक्स के लिए हमारी तैयारी के लिए महत्वपूर्ण था। टीम अब अपनी कमजोरियों पर काम करेगी।”
तुर्की तीन स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में शीर्ष स्थान पर रहा, जबकि रूस ने तीन स्वर्ण और एक रजत के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए प्रतियोगिता का समापन किया।