रियो 2016 में महिलाओं की 100 मीटर में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली स्प्रिंटर दुती चंद (Dutee Chand) टोक्यो 2020 (Tokyo 2020) में अपनी जगह पक्की करने के लिए आश्वस्त हैं।
दुती चंद 29 जून को क्वालिफिकेशन विंडो के बंद होने से पहले, या फिर अपनी विश्व रैंकिंग के माध्यम से या ओलंपिक प्रवेश मानक समय हासिल करके टोक्यो के लिए क्वालिफाई कर सकती हैं।
दुती चंद का पसंदीदा इवेंट महिलाओं की 100 मीटर रेस है, जिसका प्रवेश मानक समय 11.15 सेकंड है। भारतीय स्प्रिंटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 11.22 सेकंड है और वो सिर्फ 0.07 तेज दौड़कर यह मुकाम हासिल कर सकती हैं। दुती के पास लक्ष्य को पूरा करने के लिए दो इवेंट बचे हैं।
दुती चंद ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "मैं 21 जून को इंडियन ग्रां प्री 4 और नेशनल इंटर-स्टेट चैंपियनशिप (25-29 जून) के दौरान 11.15 सेकंड के मानक को छूने की पूरी कोशिश करूंगी।"
दुती ने आगे बताया कि, "अगर ऐसा नहीं होता है, तो मैं रैंकिंग के आधार पर क्वालिफाई करने की कोशिश करूंगी।"
विश्व एथलेटिक्स रोड टू टोक्यो सूची में 100 मीटर में दुती चंद वर्तमान में 43वें स्थान पर हैं, जो कि क्वालिफिकेशन की स्थिति का एक लाइव ट्रैकर है। जो प्रवेश मानक समय को पूरा करने से कम होने पर भी अर्हता प्राप्त करने के लिए अच्छी स्थिति में रखता है।
टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की 100 मीटर स्प्रिंट स्पर्धा के लिए कुल 56 एथलीट क्वालीफाई करेंगे। तैंतीस पहले ही टाइमिंग रूट से क्वालीफाई कर चुके हैं।
हालांकि 69 एथलीट पहले ही 11.15 सेकेंड के निशान को पार कर चुके हैं, लेकिन सभी टोक्यो में नहीं पहुंच पाएंगे। प्रत्येक देश से प्रति इवेंट तीन धावकों को ही टोक्यो जाने का मौका मिलेगा।
प्रवेश मानक समय को पूरा करने वाले एथलीटों को स्पॉट बांटे जाने के बाद, बचे हुए स्लॉट इवेंट्स में उनकी विश्व रैंकिंग के आधार पर एथलीटों को दिया जाएगा।
जब 29 जून को क्वालिफिकेशन विंडो बंद होगी, तो उससे पहले दुती चंद को क्वालिफाई करने के लिए सूची में शीर्ष 56 में रहने की जरूरत होगी।
दुती चंद टोक्यो में महिलाओं की 200 मीटर की रेस के लिए भी क्वालिफाई करने की कोशिश में होंगी। रोड टू टोक्यो सूची में वो फिलहाल 44 वें स्थान पर हैं और इस स्पर्धा में उनकी विश्व रैंकिंग 50 है।
प्रवेश मानक समय के माध्यम से 200 मीटर रेस में क्वालिफिकेशन हासिल करने के लिए दुती चंद को 22.80 सेकंड के मार्क को छूना होगा, जो कि उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 23:00 सेकंड से 0.20 सेकंड तेज़ है।
वर्तमान में NIS पटियाला में राष्ट्रीय शिविर में ट्रेनिंग कर रहीं दुती चंद टोक्यो में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती हैं।
दो बार की एशियन खेलों की रजत पदक विजेता ने कहा, "टोक्यो में मेरा लक्ष्य 11.10 सेकंड से कम में रेस को पूरा करना है और फाइनल रेस के लिए क्वालिफाई करना है। ओलंपिक सबसे बड़ा आयोजन है, बहुत सारे एथलीट होंगे जो लगभग 11 सेकंड और उससे कम में रेस पूरी कर लेंगे।"
ओलंपिक में अब तक कोई भी भारतीय 100 मीटर के फाइनल में नहीं पहुंचा है।
जिन इवेंट्स में दुती चंद को आसानी से ओलंपिक का टिकट मिल सकता था, वो इवेंट्स महामारी के कारण प्रभावित हो गए थे। लेकिन इसके बावजूद वो ओलंपिक का टिकट हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
“मैं सुबह 6 से 10 बजे के बीच ट्रेनिंग करती हूं, दोपहर में आराम करती हूं और शाम 6-8 बजे तक फिर से ट्रेनिंग करती हूं।
ओलंपिक में जाने की उम्मीद लिए बैठी दुती चंद ने कहा, "मैंने फरवरी में स्पीड ट्रेनिंग शुरू किया, 60 मीटर, 80 मीटर और फिर 100 मीटर दौड़ना शुरू किया। यहां तक कि ट्रेनिंग के दौरान 100 मीटर की दौड़ को मैं 6 बार दौड़ती हूं। मेरे कोच ने मुझे बताया कि मेरी सहनशक्ति में सुधार हुआ है, इसलिए मैं अपने समय में सुधार कर सकती हूं।"