आइस हॉकी एक तेज़ और रोमांचक टीम सपोर्ट है। ओलंपिक गेम्स में यह खेल बहुत सी नज़रें इकठ्ठा करता है। इसका रोमांच और ड्रामा दर्शकों के इए मानों सबसे खूबसूरत समय होता है।
कनाडा से जुड़ीं जड़े
आइस हॉकी की जड़ें कनाडा से जुड़ी हुई हैं और यह खेल 19वीं सदी में शुरू हुआ था। ऐसा ही एक हेल उसी समय यूरोप में पनप रहा था। शब्द “हॉकी” फ्रेंच शब्द “हॉकेट” से जन्मा है जिसका मतलब होता है स्टिक। 1860 में के मैकगिल यूनिवर्सिटी के छात्र रोबर्टसन (Robertson) और स्मिथ (Smith) ने इसके नियम लिखे।
स्टैनले कप
इस खेल की पहली टीम मैकगिल यूनिवर्सिटी हॉकी क्लब की बनीं जिसे 1880 में स्थापित किया गया था। देखते ही देखते यह खेल कनाडा का नेशनल खेल भी बन गया। 1892 कनाडा के गवर्नर जनरल ने स्टैनले कप का आयोजित किया था।
अंतरराष्ट्रीय ग्रोथ
इस खेल के कदम अब यूनाइटेड स्टेट्स तक पहुचंह गए थे और अब जॉन होपकिंस और येल यूनिवर्सिटी के बीच खेला गया। इसके बाद यूरोप ने भी एक खेल में पकड़ बनानी शुरू कर दी। देखते ही देखते 1920 गेम्स में इसे हॉकी ने ओलंपिक गेम्स में भी डेब्यू कर लिया।
ओलंपिक में इतिहास
194 चामोनिक्स गेम्स के बाद से 6 मैन साइड ने हर संस्करण में भाग लिया है। वहीं 1992 में महिलाओं की टीम को भी ओलंपिक की मान्यता मिल गई थी और आखिरकार 1998 में अपना डेब्यू किया था।
कनाडा ने हले कुछ साल इस खेल में अपना दबदबा बनाए रखा। 1956 के बाद से सोवियत यूनियन नंबर 1 टीम बन गई। इसके बाद यूएस ने 1960 और 1980 में अपने नाम की मिसाल कड़ी कर दी।