फ़ील्ड हॉकी क्या है?
हॉकी दो तरह की होती है- फ़ील्ड हॉकी और आइस हॉकी। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में खेली जाने वाली फ़ील्ड हॉकी, एक कृत्रिम घास की पिच पर होती है। इस खेल में शामिल दोनों टीमों में 11 खिलाड़ी होते हैं जिसमें से 10 इनफ़ील्ड खिलाड़ी होते हैं जबकि एक गोलकीपर होता है। प्रतिस्पर्धा के दौरान दोनों टीमें विरोधी खेमे के गोलपोस्ट में अधिक से अधिक गोल करने के प्रयास में एक-दूसरे के ख़िलाफ़ प्रतिस्पर्धा करती हैं। इस खेल में एक सख़्त गेंद का इस्तेमाल किया जाता है जो आकार में टेनिस गेंद से थोड़ी बड़ी होती है। गेंद को मारने के लिए खिलाड़ियों के द्वारा एक छड़ी का इस्तेमाल किया जाता है जिसे हॉकी स्टिक कहा जाता है और जिसका निचला हिस्सा घुमावदार होता है।
हॉकी का आविष्कार कब, कैसे और किसके द्वारा किया गया?
हॉकी का खेल अलग-अलग रंग-ढ़ंग और तौर-तरीक़ों के साथ हज़ारों वर्षों से खेला जाता रहा है। हॉकी का इतिहास मिस्र (4,000 साल पहले), इथियोपिया (1,000 ईसा पूर्व) और ईरान (2,000 ईसा पूर्व) से जुड़ा हुआ है। रोमनों और यूनानियों के साथ-साथ एज़्टेक ने भी खेल का एक संस्करण खेला लेकिन हॉकी का आधुनिक खेल 19वीं शताब्दी के मध्य में इंग्लैंड में दुनिया के सामने आया।
पहला हॉकी संघ साल 1876 में यूके (यूनाइटेड किंगडम) में बनाया गया था, जहां पहली बार आधिकारिक तौर पर इस खेल के नियमों को तय किया गया। यह हॉकी संघ सिर्फ़ 6 साल तक चला लेकिन 10 साल बाद क्लब के 9 संस्थापक सदस्यों द्वारा इसे एक बार फिर से शुरू किया गया।
हॉकी के नियम क्या हैं?
हॉकी का मैच 60 मिनट तक चलता है जो 15 मिनट के 4 क्वार्टर में विभाजित होता है। खेल की शुरुआत 11 खिलाड़ियों के साथ होती है लेकिन उन्हें किसी भी समय ज़रुरत के मुताबिक़ सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी के द्वारा रिप्लेस किया जा सकता है।
खिलाड़ियों के द्वारा एक हुक की तरह दिखने वाले स्टिक का इस्तेमाल किया जाता है जो नीचे से घुमावदार दिखती है। इस स्टिक की मदद से वो 3.66 मीटर चौड़े और 2.14 मीटर ऊंचाई वाले गोल की तरफ़ निशाना लगाते हुए गेंद को अपनी पूरी ताक़त के साथ मारते हैं। 91 मीटर x 55 मीटर के मैदान के दोनों तरफ़ गोलपोस्ट होता है जिसके चारों तरफ़ D-आकार का शूटिंग क्षेत्र होता है। कोई भी खिलाड़ी सिर्फ़ इसी D एरिया से गोल कर सकता है। मैदान के किसी अन्य क्षेत्र से किया गया गोल मान्य नहीं होता है।
यदि नॉकआउट चरण में मैच ड्रॉ के साथ समाप्त होता है, तो पेनल्टी शूटआउट के माध्यम से जीत-हार का फ़ैसला किया जाता है।
हॉकी का खेल कितने देर का होता है?
एक फ़ील्ड हॉकी मैच कुल 60 मिनट (15 मिनट के चार क्वार्टर) का होता है।
हॉकी और ओलंपिक
पुरुषों के लिए पहली ओलंपिक हॉकी प्रतियोगिता साल 1908 में लंदन में आयोजित की गई थी जिसमें इंग्लैंड, आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के साथ ही जर्मनी और फ़्रांस के शामिल होने से यह प्रतियोगिता छह टीमों वाली हो गई थी।
साल 1912 के स्टॉकहोम खेलों से हॉकी को हटा दिया गया था जिसे फिर बाद में 1920 में एंटवर्प ओलंपिक में इसे शामिल कर लिया गया। हालांकि, हॉकी एक बार फिर से 1924 में आयोजित पेरिस ओलंपिक का हिस्सा नहीं था।
साल 1920 में फ़्रांस के राष्ट्रीय हॉकी संघ की स्थापना के बाद, पॉल लेउटी ने खेल के लिए विश्व शासी निकाय की स्थापना की जिसे अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के नाम से जाना गया।
चार साल बाद FIH ने यह सुनिश्चित किया कि हॉकी का खेल एम्स्टर्डम 1928 के बाद से लगातार ओलंपिक खेलों का हिस्सा बना रहे।
महिला हॉकी को पहली बार मॉस्को 1980 में शामिल किया गया था, जिसमें ज़िम्बाब्वे ने पहले संस्करण का ख़िताब अपने नाम किया था।
हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी जिन्हें आप देख सकते हैं
डच महिला टीम ने पिछले पांच ओलंपिक के फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया है। इनमें से चार में ईवा डी गोएडे टीम का हिस्सा थीं। डच की टीम ने बीजिंग 2008, लंदन 2012 और टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा रियो 2016 में रजत पदक अपने नाम किया था। ग्रेट ब्रिटेन और जर्मनी ने डच महिलाओं की जीत के सिलसिले को क्रमशः रियो 2016 और एथेंस 2004 में तोड़ा। लेकिन, पिछले छह ओलंपिक खेलों में से पांच में रजत या कांस्य पदक जीतने वाली अर्जेंटीना की टीम का प्रदर्शन देखना भी दिलचस्प होगा। अर्जेंटीना टीम की अहम खिलाड़ी अनुभवी ऑगस्टिना अल्बर्टारियो हैं जिन्होंने टोक्यो 2020 में टीम की रजत पदक जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पुरुषों के संस्करण में, ऑस्ट्रेलिया के एडी ओकेनडेन ने अपने करियर में सबसे अधिक स्वर्ण पदक जीते हैं जिसमें दो विश्व कप स्वर्ण पदक शामिल हैं। इसके अलावा सात चैंपियंस ट्रॉफी में भी वे शीर्ष स्थान पर रहे थे।
1928 और 1956 के बीच आठ स्वर्ण पदक के साथ लगातार छह ख़िताबों पर कब्ज़ा करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने लंबे समय तक प्रतियोगिता में अपना वर्चस्व बनाए रखा था। हालांकि 1992 के बाद से पुरुषों के संस्करण में अर्जेंटीना, नीदरलैंड, जर्मनी और टोक्यो 2020 की चैंपियन बेल्जियम ने भी ओलंपिक का शीर्ष सम्मान हासिल किया है।