गोल्फ़ क्या है?
गोल्फ़ एक ऐसा खेल है जिसमें कम से कम स्ट्रोक का उपयोग करते हुए क्लब की सहायता से गेंद को टी के जरिए मैदान में बने छोटे-छोटे होल (छेद) में पहुंचाना होता है।
गोल्फ़ का आविष्कार किसके द्वारा, कहां और कब किया था?
ऐसा माना जाता है कि गोल्फ़ को नीदरलैंड में पहले “कोल्फ” और “कोलवेन” के नाम से खेला जाता था, जिसके बाद यह 15वीं सदी में ग्रेट ब्रिटेन पहुंचा।
साल 1754, में होम ऑफ़ गोल्फ़ के नाम से मशहूर स्कॉटलैंड के सेंट एंड्रयू शहर में गोल्फ़ के नियम की स्थापना की गई।
गोल्फ़ के नियम क्या हैं?
खिलाड़ी को अपने हर स्ट्रोक को मैदान पर मौजूद होल में पहुंचाना ही गोल्फ़ का सबसे अहम नियम है।
खिलाड़ी टी शॉट के साथ अपने खेल की शुरुआत करते हैं और हरे रंग के मैदान पर मौजूद छोटे- छोटे होल तक गेंद को पहुंचाते हैं। इस दौरान खिलाड़ी पुट्टर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गेंद को बड़े होल तक पहुंचाने के लिए खिलाड़ियो को अपने शॉट को दूर तक पहुंचाना होता है।
इस दौरान खिलाड़ियों को कई बाधाओं को पार करना होता है जैसे बंकर, सैंड ट्रैप्स, खुरदरा सतह, पेड़ और फिर पानी की चुनौतियों को पार करना होता है। अगर गेंद पानी में जाती है तो खिलाड़ियों को पेनल्टी शॉट खेलना पड़ता है। प्लेयर को इस दौरान गेंद के नजदीक पानी के अंदर जाकर फिर से शॉट खेलना होता है।
हर राउंड में 18 होल का इस्तेमाल किया जाता है और पेशेवर प्रतियोगिता में 4 राउंड के खेल का आयोजन होता है।
गोल्फ़ में स्कोर कैसे होता है?
प्रत्येक होल के अलग-अलग अंक होते हैं और एक शीर्ष खिलाड़ी इसे पूरा करने के लिए कुछ ही शॉट का उपयोग करते हैं। सबसे छोटे होल में पार 3s फिर पार 4s और अंत में पार 5s तक पहुंचाने के लिए खिलाड़ी आमतौर पर तीन शॉट की मदद लेता है।
स्ट्रोक प्ले गोल्फ़ में खिलाड़ी के हर राउंड के 18 होल के अंक को जोड़ा जाता है। टूर्नामेंट के अंत में खिलाड़ियों के चार राउंड (72 होल) के अंक को जोड़ कर प्रतियोगिता के चैंपियन की घोषणा की जाती है।
एक पार कम का उपयोग करते हुए अगर खिलाड़ी ने गेंद को होल में पहुंचा दिया तो उसे बर्डी कहते हैं। अगर खिलाड़ी ने दो स्ट्रोक अंडर पार का उपयोग करते हुए गेंद को होल तक पहुंचा देता है तो उसे ईगल कहते हैं।
एक होल के लिए 3-अंडर पार के स्कोर को अल्बाट्रॉस या फिर डबल ईगल भी कहते हैं।
एक कोर्स का 70-72 के बीच का पार स्कोर होता है और ज्यादातर समय होल को पार 4s के रूप में क्लासिफ़ाई किया जाता है।
गोल्फ़ और ओलंपिक
पेरिस में 1900 के ओलंपिक में गोल्फ़ खेला गया था जिसमें मार्गरेट इवेस एबॉट ने महिलाओं की प्रतियोगिता जीती थी और साथी अमेरिकी चार्ल्स एडवर्ड सैंड्स ने पुरुषों के इवेंट को अपने नाम किया था। चार साल बाद, महिलाओं की प्रतियोगिता को एक टीम इवेंट के रूप में बदल दिया गया था लेकिन सेंट लुइस खेलों के बाद गोल्फ़को हटा दिया गया था।
अक्टूबर 2009 में, IOC के सदस्यों ने रियो 2016 के लिए ओलंपिक प्रोग्राम में गोल्फ़को फिर से शामिल करने के पक्ष में मतदान किया। जहां ग्रेट ब्रिटेन के जस्टिन रोज़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुषों का ख़िताब अपने नाम किया था तो वहीं रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया के इनबी पार्क ने महिलाओं की इवेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
इन सर्वश्रेष्ठ गोल्फ़र पर होंगी सबकी निगाहें
पीजीए टूर अभी भी पुरुषों के खेल में सबसे बड़ा इवेंट है, स्कॉटी शेफ़लर और जस्टिन थॉमस के साथ पुरुषों की विश्व रैंकिंग में अमेरिका के गोल्फर हावी रहे हैं और नंबर एक स्थान पर पहुंच गए हैं और प्रमुख टूर्नामेंट जीत रहे हैं जिनमें से चार हैं - मास्टर्स, यूएस ओपन, (ब्रिटिश) ओपन चैंपियनशिप और (यूएस) पीजीए चैंपियनशिप। एक्जेंडर शौफ़ले ने टोक्यो 2020 में टीम यूएसए के लिए स्वर्ण पदक जीता था।
नॉर्दर्न आयरलैंड के रोरी मैकलरॉय और स्पेन के जॉन रहम ने भी हाल के वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई कैमरन स्मिथ के साथ रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है। वह सऊदी में आयोजित LIV गोल्फ़टूर पर डस्टिन जॉनसन और ब्रूक्स कोप्का सहित कई हाई-प्रोफाइल गोल्फरों में शामिल हुए।
पार्क, किम सेई-यंग और को जिन-यंग की अगुवाई में दक्षिण कोरिया महिलाओं के खेल में सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बन गया है, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका की नेली कोर्डा ने न्यूज़ीलैंड की लिडा को साथ टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।
थाईलैंड की अथया थिटिकुल भी दुनिया की नंबर एक महिला गोल्फर रही हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया की मिनजिन ली और कनाडा की ब्रुक हेंडरसन ने 2022 में दूसरा बड़ा ख़िताब अपने नाम किया।