ट्रैक साइकिलिंग क्या है?
ट्रैक साइकिलिंग में बाइक पर रेस की जाती है, जो अक्सर लकड़ी से बने अंडाकार ट्रैक पर होती है और यह आमतौर पर इनडोर में होती है लेकिन इसे हमेशा वेलोड्रोम पर नहीं किया जाता है।
ट्रैक साइकिलिंग का आविष्कार किसने, कहां और कब किया था?
साइकिल का आविष्कार पहली बार 18वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था और तब से यह परिवहन का एक लोकप्रिय और आसान रूप रही है।
1870 की शुरुआत में, इंग्लैंड में ट्रैक रेस ने बड़ी संख्या में लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। राइडर्स ने लकड़ी के इनडोर ट्रैक्स पर प्रतिस्पर्धा की, जो आज के आधुनिक वेलोड्रोम के जैसी ही है। इस तरह के ट्रैक ने सुनिश्चित किया कि इस खेल के इवेंट को वह पूरे साल चला सकते हैं। ऐसे में प्रोमोटरों को भी इसमें लाभ दिखने लगा और उन्होंने इससे पैसा कमाने का अच्छा उपाय निकाला। वह रेस को देखने आए लोगों से प्रवेश शुल्क लेने लगे।
ट्रैक साइकिलिंग के नियम क्या हैं?
ट्रैक साइकिलिंग के हर इवेंट के अलग-अलग नियम होते हैं, लेकिन आमतौर पर खेल में पहले फ़िनिशिंग लाइन को पार करना या सबसे अधिक अंक या मैदान में सबसे अधिक लैप करने वाला प्रतियोगिता को जीतता है।
ट्रैक साइकिलिंग और ओलंपिक
1896 से ट्रैक साइकलिंग को हर ओलंपिक गेम्स के संस्करण में शामिल किया गया। सिर्फ़ स्टॉकहोल्म एक ऐसा संस्करण था जिसमें इस खेल को हिस्सा नहीं बनाया गया था और सिर्फ़ रोड रेस को आयोजित किया गया था। 1924 से 1992 तक इवेंट इस प्रकार थे : इसमें स्प्रिंट, टाइम ट्रायल, 1 किमी टेंडम और टीम परस्यूट को शामिल किया गया। इंडिविजुअल परस्यूट को 1964 टोक्यो गेम्स के दौरान शामिल किया गया जिसे दर्शकों ने काफ़ी पसंद भी किया। 1972 म्यूनिख गेम्स के बाद टेंडम को खारिज कर दिया गया।
महिलाओं ने 1988 में सियोल गेम्स के बाद से ट्रैक इवेंट में हिस्सा लेना शुरू किया।
सर्वश्रेष्ठ ट्रैक साइकिल राइडर्स पर एक नज़र
ट्रैक और रोड साइकिल राइडर्स के बीच क्रॉस-ओवर होता है, और रोड टाइम ट्रायलिस्ट और स्प्रिंटर्स कभी-कभी ट्रैक इवेंट्स में जीत का लुत्फ़ उठाते हैं। फ़िलिपो गान्ना, हैरी लव्रेसेन, लौरा केनी, एथन हैटर, मैथिल्डे ग्रोस, लोट्टे कोपेकी और ली-सोफी फ्रेडरिक ये ऐसे नाम हैं जो वेलोड्रोम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं।