एशियाई कुश्ती ओलंपिक क्वालीफायर 2024: दीपक पूनिया, सुजीत कलाकल फ्लाइट में देरी की वजह से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सके
दीपक पूनिया और सुजीत कलाकल दुबई में बारिश की वजह से फंसे हुए थे। हर वर्ग के कुश्ती मुकाबले शुरू होने से पहले पहलवानों के लिए वे-इन्स (वजन मापन) प्रक्रिया अनिवार्य होती है।
भारतीय कुश्ती को एक बड़ा झटका तब लगा जब टोक्यो ओलंपियन दीपक पूनिया और सुजीत कलाकल एशियाई कुश्ती ओलंपिक क्वालीफायर 2024 में वे-इन्स (वजन मापन) से चूक गए।
दरअसल, दुबई में खराब मौसम के कारण बिश्केक, किर्गिस्तान की उनकी फ्लाइट में देरी हुई जिसकी वजह से वह इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बन पाए।
गौरतलब है कि हर वर्ग के कुश्ती मुकाबले शुरू होने से पहले पहलवानों के लिए वे-इन्स (वज़न मापन) अनिवार्य होता है।
शुक्रवार को, पूनिया और कलाकल को एशियाई कुश्ती ओलंपिक क्वालीफायर में प्रतिस्पर्धा करनी थी, जो आगामी ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए कोटा सुरक्षित करने के इच्छुक भारतीय पहलवानों के लिए अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिता थी।
पूनिया और कलाकल, कोच कमल मलिकोव और फिजियो शुभम गुप्ता मंगलवार से दुबई हवाई अड्डे पर फंसे हुए थे क्योंकि अमीरात में भारी बारिश और बाढ़ के कारण दुबई से कई उड़ानें देरी से चल रही थीं या फिर रद्द हो गईं थीं। आखिर में, शुक्रवार की सुबह बिश्केक पहुंचने के बावजूद, वे समय पर वे-इन्स यानी की वजन मापने की प्रक्रिया के लिए रिपोर्ट नहीं कर सके।
आपको बता दें कि दो भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान, जो क्वालीफायर के लिए रूस के दागेस्तान में प्रशिक्षण ले रहे थे, मई में तुर्की में होने वाले विश्व क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट के माध्यम से अभी भी ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए कोटा प्राप्त कर सकते हैं।
दीपक पूनिया, जिन्होंने 86 किग्रा भार वर्ग में प्रवेश किया था, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता हैं और टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनलिस्ट थे।
सुजीत कलाकल को 65 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करनी थी। यह वही भार वर्ग है जिसमें बजरंग पुनिया ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
दो बार की ओलंपियन विनेश फोगाट और पूर्व अंडर-23 विश्व और एशियाई चैंपियन अमन सहरावत सहित 15 अन्य भारतीय पहलवान 19 से 21 अप्रैल तक बिश्केक में होने वाले एशियाई कुश्ती क्वालीफायर में पेरिस 2024 कोटा हासिल के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।