भारत ने शुक्रवार को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ के गोंगशू कैनाल स्पोर्ट्स पार्क स्टेडियम में एशियन गेम्स 2023 पुरुष हॉकी फाइनल में जापान को 5-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। इस जीत के साथ, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस 2024 ओलंपिक में भी जगह पक्की कर ली।
एशियन गेम्स 2023 के पुरुष और महिला हॉकी टूर्नामेंट के विजेता अगले साल के ओलंपिक गेम्स के लिए कोटा सुरक्षित करते हैं। गुरुवार को सेमीफाइनल में मेज़बान चीन से हारकर भारतीय महिला टीम पहले ही इस दौड़ से बाहर हो चुकी है।
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ के गोंगशू कैनाल स्पोर्ट्स पार्क स्टेडियम में गोल्ड मेडल मैच में भारत की ओर से मनप्रीत सिंह (25वें मिनट में), हरमनप्रीत सिंह (32वें और 59वें मिनट में), अमित रोहिदास (36वें मिनट में) और अभिषेक (48वें मिनट में) ने गोल किया। वहीं, जापान की टीम की ओर से तनाका सेरेन (51वें मिनट में) ने स्कोरशीट में एक गोल जोड़ा।
इस जीत के साथ क्रेग फुल्टन की कोचिंग वाली भारतीय टीम ने हांगझोऊ 2023 को एक बेहतरीन रिकॉर्ड के साथ समाप्त किया। सेमीफाइनल में रिपब्लक ऑफ कोरिया को 5-3 से हराने से पहले भारत ने अपने सभी ग्रुप मैच जीतकर पूल ए में शीर्ष स्थान हासिल किया था।
पुरुषों की FIH रैंकिंग में तीसरे स्थान पर मौजूद भारत ने मैच की सकारात्मक शुरुआत की और मैच शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही भारत ने पहला मौका बनाया, लेकिन वे इसे गोल में नहीं बदल सके।
पहले क्वार्टर में भारतीय टीम ने इसके बाद भी कई बार मौके बनाए लेकिन उसमें कामयाब नहीं हो सकी। दूसरी तरफ जापान की टीम भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी।
भारत को दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन टीम एक बार फिर इसे भुनाने में असफल रही। इसके बाद मनप्रीत सिंह ने 25वें मिनट में गोल करते हुए भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी।
इसके बाद भी भारतीय खिलाड़ियों ने जापान के गोलकीपर को गोलपोस्ट पर व्यस्त रखा और कई बार गोल करने की शानदार कोशिश की। दूसरे क्वार्टर की समाप्ति पर भारत का स्कोर 1-0 रहा।
तीसरे हाफ में भारत ने आक्रामक शुरुआत की और शुरुआत में ही एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया। भारत को लगातार तीन बार गोल करने का मौका मिला, लेकिन तीसरे मौके को भुनाते हुए हरमनप्रीत सिंह ने भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। इसके थोड़ी ही देर बाद अमित रोहिदास ने 37वें मिनट में गोल करते हुए भारत की बढ़त को 3-0 कर दिया।
चौथे क्वार्टर की शुरुआत ने अभिषेक ने गोल के साथ की और भारत के स्कोर को 4-0 कर दिया। जापान अंतिम मिनटों में एक गोल करने में सफल रहा और तनाका ने 51वें मिनट में अपनी टीम के लिए गोल किया।
आखिर कुछ मिनटों में मनदीप सिंह मांसपेशियों में दर्द के कारण फील्ड से बाहर चले गए। भारत की ओर से हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में अपना दूसरा गोल करते हुए भारत के स्कोर को 5-1 कर दिया और इसी के साथ भारत ने गोल्ड मेडल को अपने नाम कर लिया।
इंचियोन 2014, बैंकॉक में 1966 और 1988 संस्करणों के बाद एशियन गेम्स में यह भारतीय पुरुष हॉकी टीम का चौथा स्वर्ण पदक था।