एशियन गेम्स 2023 ब्रिज: भारतीय पुरुष टीम ने जीता रजत पदक
भारतीय टीम को हांगकांग, चीन के खिलाफ फाइनल में हार मिली। भारत ने 96 बोर्ड से 152 प्वाइंट बनाए और हांगकांग चीन ने 229.1अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता।
जग्गी शिवदासानी, संदीप ठकराल, राजेश्वर तिवारी, सुमित मुखर्जी, राजू तोलानी और अजय खरे की भारतीय पुरुष ब्रिज टीम ने शुक्रवार को एशियन गेम्स 2023 में रजत पदक जीता।
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ क्यूई-युआन शतरंज हॉल में, भारतीय पुरुष ब्रिज टीम ने छह सत्र में हांगकांग चीन के खिलाफ फाइनल में 152 अंक बनाए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
भारतीय टीम ने गुरुवार को तीसरे सत्र में हांगकांग, चीन को 30-28 से हराया, लेकिन बाकी पांच सत्र जीतते हुए हांगकांग, चीन ने स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इस तरह हांगकांग, चीन ने स्वर्ण पदक के लिए अपने 96 बोर्ड से कुल 229.1 प्वाइंट बनाए।
सुमित मुखर्जी, जग्गी शिवदासानी और राजेश्वर तिवारी उस टीम का भी हिस्सा थे जिसने जकार्ता 2018 एशियन गेम्स में ब्रिज के डेब्यू पर पुरुष टीम को कांस्य पदक दिलाया था।
आपको बता दें कि ब्रिज एक टीम कार्ड गेम है दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें जो दो खिलाड़ी शामिल होते हैं, जहां टीम के साथी एक-दूसरे के विपरीत बैठते हैं। ब्रिज के एक सत्र में कई डील्स (जिन्हें हैंड्स या बोर्ड्स भी कहा जाता है) होती हैं। एक हैंड तब होता है, जब बिडिंग (या ऑक्शन) निष्कर्ष तक पहुंचती है और फिर हैंड खेला जाता है। अंत में, हैंड के रिजल्ट को स्कोर में जोड़ा जाता है।
भारतीय पुरुष टीम लीग स्टेज में 266 बोर्ड के बाद 278.93 के साथ दूसरे स्थान पर रही। हांगकांग, चीन ने कुल 304.16 का स्कोर किया और शीर्ष स्थान हासिल किया।
एशियन गेम्स में पुरुषों के ब्रिज में कुल 11 देशों ने हिस्सा लिया। चीन (272.06) और चीनी ताइपे (229.17) सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली अन्य दो टीमें रहीं।
भारतीय पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में चीन का सामना किया था और 96 बोर्ड के बाद 180.6 अंकों के साथ फाइनल में जगह बनाई थी। वहीं, चीन ने 75 अंक हासिल किए थे।
भारत की मिश्रित टीम और महिला टीम सेमीफाइनल में जगह बनाने में असफल रही और लीग स्टेज के बाद बाहर हो गई।
ग़ौरतलब है कि जकार्ता में 2018 एशियन गेम्स में भारत की ब्रिज टीम ने तीन पदक जीते थे। भारत ने पुरुष जोड़ी में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि पुरुष और मिश्रित टीमों ने अपने-अपने वर्ग में कांस्य पदक जीते थे।