भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को रविवार को एशियन गेम्स 2023 बैडमिंटन की टीम स्पर्धा के फाइनल में चीन के ख़िलाफ़ 2-3 से मिली हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
लक्ष्य सेन और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने अपने मुक़ाबलों में जीत हासिल की। लेकिन, किदांबी श्रीकांत, मिथुन मंजूनाथ और ध्रुव कपिला-साई प्रतीक कृष्ण प्रसाद की हार के कारण भारत को 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
भारतीय पुरुष टीम की ओर से लक्ष्य सेन ने टाई की शानदार शुरुआत की और जीत के साथ भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई।
कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन और दुनिया के 14वें नंबर के भारतीय शटलर ने टाई के पहले मैच में चीन के युकी शि को हराया। 84 मिनट तक चले बेहद रोमांचक मैच में लक्ष्य सेन ने 22-20, 14-21, 21-18 से जीत दर्ज की।
अच्छी शुरुआत करते हुए पहले गेम के ब्रेक तक लक्ष्य सेन 11-6 से आगे चल रहे थे। उन्होंने अपनी इसी बढ़त को बरकरार रखा और स्कोर को 14-9 कर दिया। हालांकि, चीनी शटलर ने कड़ी टक्कर देते हुए वापसी की और 20-19 की बढ़त बना ली। लेकिन, लक्ष्य सेन ने आख़िर में 22-20 के अंतर से गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में शि ने अपना नियंत्रण बनाते हुए 21-14 से जीत दर्ज की और मुक़ाबले को तीसरे गेम तक पहुंचा दिया, जहां एक बार फिर से लक्ष्य सेन हावी रहे। लक्ष्य ने तीसरा गेम 21-18 से जीतकर भारतीय टीम को बेहतरीन शुरुआत दी।
वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे नंबर पर काबिज़ सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय पुरुष जोड़ी ने टाई के दूसरे मैच में वेईकेंग लियांग और चांग वांग की चीनी जोड़ी को सीधे गेम में 21-15, 21-18 से हराकर भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया।
लेकिन, इसके बाद भारतीय टीम को लगातार दो मुक़ाबलों में शिकस्त झेलनी पड़ी जिसकी वजह से टाई 2-2 की बराबरी पर आ गया।
पांच मैचों के टाई में दो मैच जीतने के बाद, भारत के किदांबी श्रीकांत चीन के शिफेंग ली के ख़िलाफ़ 22-24, 9-21 से हार गए। वहीं, साई प्रतीक कृष्ण प्रसाद और ध्रुव कपिला की भारतीय जोड़ी भी यूचेन लियू और ज़ुनाई ओउ के ख़िलाफ़ सीधे गेम में 6-21, 15-21 से हार गई।
टाई के अंतिम और निर्णायक मैच में चीन के होंगयांग वेंग ने मिथुन मंजूनाथ को 60 मिनट तक चले मुक़ाबले में 21-12, 21-4 से हरा दिया।
शुरुआत में इन दोनों खिलाड़ियों के बीच कई अच्छी रैली देखने को मिली। लेकिन मुकाबले में होंगयांग वेंग ने स्मैश शॉट्स के ज़रिए मिथुन को बैकहैंड पर खिलाते हुए ख़ासा परेशान किया।
आपको बता दें चोट की वजह भारतीय शटलर एचएस प्रणॉय इस फाइनल मुकाबले का हिस्सा नहीं बन पाए थे।
इस तरह भारतीय टीम को स्वर्ण पदक मैच में चीन के ख़िलाफ़ 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी और रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा।
भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने स्वर्ण पदक जीतने तक के अपने सफ़र में सबसे पहले क्वार्टरफाइनल में नेपाल को 3-0 से शिकस्त दी थी, जिसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में कोरिया को 3-2 से हराया था। आपको बता दें कि पुरुष टीम को टूर्नामेंट के पहले मैच में बाई मिला था।
इससे पहले भारतीय महिला बैडमिंटन टीम का सफ़र क्वार्टरफाइनल में थाईलैंड के ख़िलाफ़ हारकर ख़त्म हो गया था।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी अब सोमवार, 2 अक्टूबर से एकल, युगल और मिश्रित युगल स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करेंगे।