चीन के वूशी में आयोजित एशियाई तलवारबाज़ी चैंपियनशिप 2023 में सोमवार को भारत की शीर्ष तलवारबाज़ भवानी देवी ने महिला साबरे स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया। यह कॉन्टिनेंटल मीट में भारत का पहला पदक था।
विश्व में 49वें नंबर की फे़ेंसर भवानी देवी ने महिला साबरे स्पर्धा के क्वार्टर-फ़ाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन और जापान की विश्व नंबर एक मिसाकी एमुरा को 15-10 से हराया। इस जीत ने भारतीय तलवारबाज़ के लिए ऐतिहासिक पदक पक्का कर दिया। जापानी फ़ेंसर के ख़िलाफ़ खेले गए चार मुक़ाबलों में यह भवानी देवी की पहली जीत थी।
आपको बता दें कि एशियन फ़ेंसिंग चैंपियनशिप के सेमी-फ़ाइनल में हारने वाले कांस्य पदक जीतते हैं, जबकि विजेता स्वर्ण पदक प्ले-ऑफ़ में प्रतिस्पर्धा करते हैं। इसी नियम के आधार पर 29 वर्षीय भवानी देवी को सेमी-फ़ाइनल में उज़्बेकिस्तान की दुनिया की 79वें नंबर की ज़ैनब दयाबेकोवा से 15-14 से मिली शिकस्त के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
ओलंपियन ज़ैनब दयाबेकोवा ने रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया की विश्व नंबर 28 जीसु यून को 15-9 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया।
इससे पहले, भवानी देवी को राउंड ऑफ़ 64 में बाई मिला था। इसके बाद उन्होंने अगले राउंड में दुनिया की 95वें नंबर की कज़ाकिस्तान की डोस्पे करीना को 15-13 से हराया। वहीं, प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में उन्होंने दुनिया की 40वें नंबर की खिलाड़ी और तीसरी वरीयता प्राप्त जापान की सेरी ओजाकी को 15-11 से शिकस्त दी।
महिलाओं की साबरे में प्रतिस्पर्धा करने वाली अन्य तीन भारतीय तलवारबाज़ - जगमीत कौर, रिशिका खजुरिया और जोसना क्रिस्टी को पदक हासिल करने में कामयाबी नहीं मिल सकी।
दो बार की राष्ट्रमंडल चैंपियन भवानी देवी ने इससे पहले भी दो एशियाई प्रतियोगिता में पदक जीते थे, लेकिन उनकी दोनों जीत अंडर-23 स्तर पर आई थी। उन्होंने साल 2014 में व्यक्तिगत रजत पदक और साल 2015 में कांस्य पदक जीता था।
भवानी देवी ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र तलवारबाज़ हैं। उन्होंने टोक्यो 2020 में शिरकत की थी।
साबरे टीम और व्यक्तिगत स्पर्धाओं के अलावा, एशियन फ़ेंसिंग चैंपियनशिप 2023 में फ़ॉइल और एपी की प्रतियोगिता भी शामिल है। कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप का समापन 20 जून को होगा।