अंकिता रैना ने थाईलैंड में आईटीएफ़ ख़िताबों की लगाई हैट्रिक

शनिवार की युगल टाईटल जीत थाईलैंड के नॉन्थबुरी में दो सप्ताह में अंकिता रैना की तीसरी आईटीएफ जीत है

3 मिनटद्वारा सैयद हुसैन
अंकिता रैना ने दो हफ़्तों के अंदर थाईलैंड में दूसरा आईटीएफ़ युगल ख़िताब जीता

भारत की ऊभरती हुई टेनिस स्टार अंकिता रैना और उनकी नीदरलैंड की जोड़ीदार बिबिएन शॉफ़्स ने चीन की जिया-की कांग और जापान की मियाबी इनोऊ को 6-3, 3-6, 10-7 से शिकस्त देकर शनिवार को थाईलैंड के नॉन्थाबुरी में आईटीएफ़ युगल ख़िताब अपने नाम किया।

नंबर एक वरीयता हासिल इस जोड़ी को ख़िताबी जीत तो मिली, लेकिन मैच इतना रोमांचक हो गया था कि एक समय कहना मुश्किल था कि विजेता कौन सी जोड़ी होगी। पहले दो सेट में दोनों ही टीमों को एक एक सेट में जीत मिली थी और जीत का अंतर भी दोनों का ही एक समान था। आख़िरी और निर्णायक सेट में रैना-स्कूफ़ की जोड़ी कांटे की टक्कर के साथ मुक़ाबला सुपर टाई-ब्रेकर तक ले जा चुकी थीं, जहां आख़िरकार 10-7 से जीत भारत-डच की जोड़ी के नाम हुई।

अधूरे सेमीफ़ाइनल के बाद अंकिता-स्कूफ़ ने फ़ाइनल में बनाई थी जगह

इससे पहले सेमीफ़ाइनल में अंकिता-शॉफ़्स को तब क़िस्मत का साथ मिला था जब रोमानिया की निकोलेता दास्कलू और स्विटज़रलैंड की सिमोना वॉलटर्ट के पहले सेट के दौरान मैच से बाहर होने की वजह से जीत अंकिता-शॉफ़्स को मिल गई थी। हालांकि भारत और डच की ये जोड़ी उस मैच में भी तब 4-1 से आगे थी।

शुक्रवार को क़िस्मत का साथ भले ही अंकिता रैना और बिबिएन शॉफ़्स को मिला हो लेकिन इस जोड़ी ने शनिवार को कमाल का खेल दिखाया।

अंकिता रैना: एक ऊभरती हुई स्टार

शनिवार की जीत से एक हफ़्ते पहले इस भारतीय खिलाड़ी ने थाईलैंड के नॉन्थाबुरी में भी 25,000 अमेरिकी डॉलर राशि वाले आईटीएफ़ एकल और युगल ख़िताब को अपने नाम किया था।

उस बार भी अंकिता की साथी युगल मुक़ाबले में बिबिएन शॉफ़्स हीं थीं, फ़ाइनल में इस जोड़ी ने स्थानी युगल जोड़ी माननछाया सावंगके और सुपापिच केरम को 6-4, 6-2 से मात दी थी।

‘’ये मेरे सीज़न की एक बेहतरीन शुरुआत है’’। न्यूज़ एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया के साथ बातचीत में तब उन्होंने ये कहा था।

उसी प्रतियोगिता में दो दिन बाद अंकिता रैना ने महिला एकल के फ़ाइनल में भी जीत के साथ एक और आईटीएफ़ ख़िताब अपने नाम किया था। उन्होंने फ़्रांस की च्लो पैकेट को 6-3, 7-5 से सीधे सेटों में हराया था।

अंकिता के नाम एक डब्लूटीए चैलेंजर ख़िताब भी है, साथ ही साथ आईटीएफ़ विमेंस सर्किट में अब वह 10 एकल और 16 युगल ख़िताब जीत चुकी हैं। यही वजह है कि अहमदाबाद में जन्मीं अंकिता रैना को भारत की उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा है।

सानिया मिर्ज़ा जब 2019 में टेनिस कोर्ट से बाहर थीं तो उनकी ग़ैरमौजूदगी में अंकिता ने अपनी क़ाबिलियत साबित की थी, और वह तब भारत की सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला एकल और युगल खिलाड़ी भी रहीं थीं।