ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए AFI ने भारतीय एथलीट्स के लिए बढ़ाए मानक

AFI ने पांच पुरुषों और एक महिलाओं के इवेंट के लिए 2020 क्वालिफिकेशन मानकों को बढ़ा दिया है।

3 मिनटद्वारा ओलंपिक चैनल

एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने इस साल पुरुषों की पांच स्पर्धाओं में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए प्रवेश मानकों को बढ़ा दिया है। जबकि इस मामले में महिलाओं के लिए सिर्फ़ एक स्पर्धा में ही मानक को बढ़ाया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गवर्निंग बॉडी को लगता है कि अधिकांश श्रेणियों में मौजूदा मानक महिलाओं के लिए पहले से ही काफी ऊंचे थे।

पुरुषों के 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में पिछले 9:50 सेकेंड के मानक को अब 9:30 कर दिया गया है। जबकि पुरुषों के भाला फेंक में पूर्व बेंच मार्क से तीन मीटर ऊपर 68 मीटर तक बढ़ा दिया गया है।

अविनाश साबले और नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन का असर

अविनाश साबले (Avinash Sable) और नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के हाल के महीनों में दमदार प्रदर्शन के तुरंत बाद ये बदलाव देखे गए हैं।

पिछले अक्टूबर में अविनाश साबले ने कतर की राजधानी दोहा में आयोजित IAAF विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 3000 मीटर स्टीपलचेज के फाइनल में जगह बनाकर ओलंपिक का टिकट हासिल करने वाले पहले भारतीय एथलीट बने थे।

इसके बाद नीरज चोपड़ा भी दमदार वापसी करते हुए अपना कारनामा दिखाने में पीछे नहीं रहे, जो मैदान से एक साल बाद वापसी कर रहे थे, ओलंपिक में क्वालिफिकेशन के लिए 85 मीटर तक भाला फेंकना था और नीरज से इस लक्ष्य को अपने भाले से आसानी से भेद डाला और 2020 ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने में सफल रहे।

एएफआई सचिव सीके वालसन (CK Valson) ने स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कहा, "हां, आप कह सकते हैं कि ये स्टीपलचेज में साबले के प्रदर्शन का प्रभाव है।" वालसन ने कहा, "हालांकि, दूसरों की तुलना में उनका मानक बहुत ऊंचा है, लेकिन हमने जो तथ्य जुटाए हैं, उसका मतलब है कि खिलाड़ी पहले से बेहतर कर रहे हैं।"

मानक कहीं कम किए, तो कहीं बढ़ाए

स्टीपलचेज़ और भाला फेंक के अलावा, अन्य पुरुषों के मानकों के बढ़ने वाले इवेंट में 200 मीटर, 400 मीटर और 800 मीटर दौड़ शामिल हैं।

पुरुषों की दो इवेंट्स में मानकों में गिरावट देखने को मिली है, जिसमें पहला है शॉटपुट और दूसरा है डिस्कस थ्रो, जिनमें क्रमश 15.50m से 15m और 45.50m से 45m तक कम किया गया है।

इसके पीछे का कारण AFI का लक्ष्य कम से कम 15 एथलीटों को मानक तक पहुंचाने में सक्षम होना है। वालसन ने कहा, "अन्यथा मैं केवल 10 खिलाड़ियों को ही प्रतियोगिता में देख पा रहा हूं।"

डिस्कस थ्रो में महिलाओं को लगानी होगी और जोर

महिलाओं के लिए एक ही इवेंट में मानक को बढ़ाया गया है और वो है डिस्कस थ्रो। जहां पिछले वर्ष का मानक 35 मीटर था और नया क्वालिफिकेशन लक्ष्य 38 मीटर रखा गया है। पहली भारतीय ग्रां प्री 20 मार्च से पटियाला में राष्ट्रीय ट्रैक एंड फील्ड का सत्र शुरू होगा।

2020 में AFI का प्रवेश मानक:

पुरुष: 100m (11.00s), 200m (22.00s), 400m (49.00s), 800m (1:54.00s), 1500m (3:58.00s), 5000m (15:10.00s), 10,000m (32:50.00s), 110m बाधा दौड़ (15.20s), 400m बाधा दौड़ (55.00s), 3000m स्टीपलचेज़ (9:30.00s), ऊंची कूद (1.90m), पोल वॉल्ट (4.20m), लंबी कूद (7m), ट्रिपल जंप (14.50m), सॉटपुट (15m), डिस्कस थ्रो (45m), हैमर थ्रो (54m), भाला भेंक (68m), 4x100m रिले (42.50s), 4x400m रिले (3:12.00s), डेकथलॉन (5000 pts), 20km (road)/20,000m (ट्रैक) रेस वॉकिंग (1:40.00s), 50km रेस वॉकिंग (बिना बाधा के).

महिला: 100m (12.50s), 200m (25.00s), 400m (57.00s), 800m (2:20.00s), 1500m (4:35.00s), 5000m (17:50.00s), 10,000m (37:50.00s), 100m बाधा दौड़ (15.30s), 400m बाधा दौड़ (1:04.50s), 3000m स्टीपलचेज़ (12:50.00s), ऊंची कूद (1.55m), पोल वॉल्ट (3.10m), लंबी कूद (5.70m), ट्रिपल जंप (11.75m), डिस्कस थ्रो (38m), हैमर थ्रो (40m), भाला फेंक (42.50m), 4x100m रिले (48.00s), 4x400m रिले (3:52.00s), हेप्टाथलॉन (3500 pts), 20km/20,000m रेस वॉकिंग (2:00.00s).