जेसन स्टैथम एक मशहूर एक्शन हीरो हैं। एक्टिंग के अलावा उनके पास कई प्रतिभाएं हैं, जो उन्हें बहुत ही ख़ास बनाती हैं।
एक्टिंग की दुनिया में क़दम रखने से आठ साल पहले जेसन स्टैथम एक पेशेवर डाइवर थे। उन्होंने साल 1998 की फ़िल्म लॉक, स्टॉक और टू स्मोकिंग बैरल से सिल्वर स्क्रीन पर अपना एक्टिंग डेब्यू किया। लेकिन इससे पहले न्यूज़ीलैंड के ऑकलैंड में हुए 1990 के राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया था।
जेसन स्टैथम ने 1990 के ऑकलैंड राष्ट्रमंडल खेलों में 3 डाइविंग इवेंट में प्रतिस्पर्धा की थी। वह 1-मीटर स्प्रिंगबोर्ड में 8वें स्थान, 3-मीटर स्प्रिंगबोर्ड और 10-मीटर प्लेटफ़ॉर्म में 11वें स्थान पर रहे।
हालांकि, एक्टिंग की तुलना में जेसन स्टैथम के डाइविंग करियर ने ज़्यादा सुर्ख़ियां नहीं बटोरी। बतौर हॉलीवुड एक्टर उन्होंने अपने करियर में बड़ी सफलता हासिल की है। लेकिन एक शीर्ष स्तर के डाइवर होने की वजह से उनका अनुभव उनकी कई फ़िल्मी भूमिकाओं में काम आया और उन्हें एक दमदार एक्शन हीरो बनने में मदद मिली।
स्टैथम ने 2008 में बीबीसी को बताया, "मुझे लगता है कि जो मैंने (गेम्स में) हासिल नहीं किया, शायद उससे मुझे अपना ध्यान केंद्रित करने और अपने एक्टिंग करियर को अधिक गंभीरता से लेने में मदद मिली है।"
जेसन स्टैथम ने कई मौक़ों पर बॉडी डबल का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने फ़िल्मों में अपने एथलेटिक और डाइविंग कौशल का पूरा फ़ायदा उठाया है। उनमें से सबसे महत्वपूर्ण 2018 की फ़िल्म द मेग थी, जिसमें उनके कैरेक्टर ने एक प्रागैतिहासिक काल की शार्क से लड़ाई की थी।
जेसन स्टैथम का ओलंपिक ट्रायल
जेसन स्टैथम को छोटी उम्र से ही खेलना पसंद था। उन्होंने मार्शल आर्ट का अभ्यास किया और फ़ुटबॉल में भी उनकी गहरी रुचि थी, वे भविष्य के वेल्स इंटरनेशनल के खिलाड़ी विनी जोन्स के साथ बड़े हुए थे। स्टैथम की तरह ही विनी जोन्स ने भी खेल में करियर बनाने के बाद फ़िल्मों में अपना करियर बनाया। उनके फ़िल्मी करियर की शुरुआत स्टैथम के साथ लॉक, स्टॉक और टू स्मोकिंग बैरल्स से हुई।
जेसन स्टैथम को छोटी उम्र में ही डाइविंग के प्रति अपने लगाव के बारे में पता चल गया था, जब उन्होंने मियामी में एक व्यक्ति को हाई डाइव करते हुए देखा। इसके बाद वह इंग्लैंड लौटे और एक स्विमिंग क्लब में शामिल हो गए। इसके साथ ही उन्होंने नियमित रूप से ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी।
स्टैथम ने याद करते हुए कहा, “मैं अपनी मां और पिताजी के साथ फ्लोरिडा में छुट्टियां बिताने गया था। और जिस होटल में हम रुके थे वहां एक आदमी था जो हर दिन दोपहर के समय हाई डाइव करता था। और मैंने कहा जब हम घर पहुंचेंगे, तो मैं ऐसा करने वाला हूं।”
“मैं जब क्लब में शामिल हुआ था, तो मैं लगभग 11 या 12 साल का था। एक साल के अंदर ही मैं ब्रिटिश टीम का हिस्सा बन गया और इससे मुझे प्रेरणा मिली और मैंने अगले 10 साल इसी में लगा दिए।”
जल्द ही स्टैथम की मेहनत रंग लाई। उन्हें 1985 में ब्रिटिश नेशनल डाइविंग स्कूल में शामिल किया गया और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ग्रेट ब्रिटेन और इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया।
स्टैथम ने सियोल में 1988 समर गेम्स और 1992 बार्सिलोना ओलंपिक के लिए ओलंपिक ट्रायल में हिस्सा लिया, लेकिन वह मुख्य इवेंट में जगह नहीं बना सके।
उन्होंने अपने करियर में फ़ास्ट एंड फ्यूरियस फ़्रेंचाइजी, द एक्सपेंडेबल्स, ट्रांसफ़ॉर्मर्स और स्पाई जैसी हिट फिल्में देकर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया और टॉप एक्शन स्टार की लिस्ट में शामिल हो गए। लेकिन साल 2016 में जेसन स्टैथम ने ख़ुलासा किया कि एक डाइवर के रूप में अपने ओलंपिक सपने को साकार न कर पाना उनके लिए किसी पछतावे से कम नहीं है।
रियो 2016 में डाइविंग में जैक लॉफ़र और क्रिस मियर्स ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले ब्रिटिश बनने के बाद जेसन स्टैथम ने अपनी एक फ़िल्म के प्रीमियर के दौरान कहा, "यह अफ़सोस की बात है कि मैं ओलंपिक में कभी पहुंच नहीं सका।"
स्टैथम ने कहा, "वे इसके हक़दार हैं। अब के डाइवर बहुत ही शानदार हैं। मैंने बहुत देर से शुरुआत की थी। शायद यह मेरे लिए नहीं था। मुझे एक अलग खेल खेलना चाहिए था।”
जेसन स्टैथम का एक्टिंग करियर
राष्ट्रमंडल खेलों में एक डाइवर के रूप में जेसन स्टैथम के प्रदर्शन ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित नहीं किया। खेलों का समापन होने के तुरंत बाद वह फ़्रेंच कनेक्शन और लेवी जैसे टॉप फ़ैशन ब्रांड का चेहरा बन गए।
आख़िरकार, उन्होंने अभिनय की दुनिया में क़दम रखा और जल्द ही हॉलीवुड में सबसे महंगे एक्शन स्टार में से एक बन गए।
स्टैथम को अभिनेता के रूप में अपना पहला रोल 1998 की क्राइम-कॉमेडी फ्लिक लॉक, स्टॉक और टू स्मोकिंग बैरल्स में मिला। दो साल बाद स्नैच में उनकी अदाकारी ने सभी को प्रभावित किया और इससे स्टैथम को इंडस्ट्री में पहचान बनाने में काफ़ी मदद मिली।
जेसन स्टैथम ने 2003 के एक इंटरव्यू में IGN से कहा, “आप जानते हैं, दुनिया घूमना और एक निश्चित स्तर पर (खेलों में) प्रतिस्पर्धा करना एक शानदार अनुभव था। यह आपको अनुशासन में रहना, ध्यान केंद्रित करना सिखाता है और ज़ाहिर तौर से आपको परेशानी से दूर रखता है। एक पेशेवर एथलीट के रूप में शुरुआत करने के कारण उन्हें बाद में अपने जीवन में एक सफल अभिनेता बनने में मदद मिली।
इसके बाद से स्टैथम हॉलीवुड एक्शन स्टार बन गए, और अगले दो दशकों में कई हिट फ़िल्मों में दमदार अभिनय किया। वह अपने स्टंट ख़ुद करने के लिए मशहूर हैं, एक ऐसी ख़ासियत जो एक डाइवर के रूप में स्टैथम के शुरुआती दिनों में विकसित हुई थी।