किरेन रिजिजू ने किया आठ खेलो इंडिया उत्कृष्टता केन्द्रों का उद्घाटन, कहा- 2028 ओलंपिक में भारत को शीर्ष 10 में देखना चाहता हूं
नए खेलो इंडिया उत्कृष्टता केन्द्र लक्ष्य को पाने में बनेंगे सहायक
केंद्रीय युवा मामलात और खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को आठ नए खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्ठता केन्द्रों (KISCE) का वर्चुअल समारोह में उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।
ये आठ नए उत्कृष्टता केंद्र मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, केरल, तेलंगाना, नागालैंड, कर्नाटक और ओडिशा में खोले गए हैं।
इस कार्यक्रम में भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान सहित कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए रिजिजू ने कहा, "ओलंपिक में उत्कृष्टता के लिए भारत की खोज को मजबूत करने के लिए खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जा रही है। हमारा प्रयास है कि विश्व स्तरीय अकादमियों में उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ खेल सुविधाओं को देश के प्रत्येक राज्य में उपलब्ध कराया जाए।"
उन्होंने दोहराया कि इन केन्द्रों के माध्यम से उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ओलंपिक में भारत को ख्याति दिलाने वाले सर्वश्रेष्ठ एथलीट तैयार किए जाएं। रिजिजू ने कहा कि मंत्रालय 2028 में अमेरिका के लॉस एंजिल्स में आयोजित होने वाले ओलंपिक की पदक तालिका में शीर्ष 10 स्थानों के अंदर भारत को देखना चाहता हैं।
उन्होंने कहा इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को साथ मिलकर काम करना होगा। हम सभी आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे ताकि वे उचित बुनियादी ढांचे और मैनपावर के साथ खेल विज्ञान, उच्च-गुणवत्ता के प्रशिक्षण लेकर विकसित हों। हम केवल 1-2 पदक से संतुष्ट नहीं हो सकते, हमें 2028 (ओलंपिक) में शीर्ष 10 में स्थान पाना है।
** केंद्रों के लिए चिन्हित स्थान इस प्रकार हैं:**
नागालैंड- राज्य खेल अकादमी, IG स्टेडियम कोहिमा
मणिपुर - खुमान लैंपक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, इंफाल
अरुणाचल प्रदेश - संगी लाहडन स्पोर्ट्स अकादमी, चिम्पू ईटानगर
मिजोरम - राजीव गांधी स्टेडियम, आइजोल
ओडिशा - कलिंग स्टेडियम, भुवनेश्वर
तेलंगाना - रीजनल स्पोर्ट्स स्कूल हाकिमपेट
कर्नाटक – श्री जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय युवा केंद्र बेंगलुरू
केरल - GV राजा सीनियर सेकेंड्री स्पोर्ट्स स्कूल तिरुवनंतपुरम
मंत्री ने आगे बताया, KISCE एक खेल में प्रतिभाशाली एथलीटों की पहचान करेगा और उन्हें विशेष विश्व स्तरीय प्रशिक्षण देगा। इन केंद्रों को प्रत्येक खेल के लिए देश में उपलब्ध सर्वोत्तम प्रशिक्षण सुविधाओं के रूप में विकसित किया जाएगा।
KISCE इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन, खेल विज्ञान केंद्रों की स्थापना, फिजियोथेरेपिस्ट, मजबूती और कंडीशनिंग कार्यक्रमों के अलावा एक उच्च प्रदर्शन प्रबंधक के रूप में काम करेगा। साथ ही इन केंद्रों की वित्त व्यवस्था और विकास की भी देखरेख करेगा।