भारत की बेहतरीन पहलवानों में से एक मानी जाने वाली विनेश फोगाट के पीछे कुश्ती की एक मजबूत विरासत है।
तीन बार की ओलंपियन विनेश फोगाट के पास कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन स्वर्ण, वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक और एशियन गेम्स और एशियन चैंपियनशिप में एक-एक स्वर्ण पदक है। वह पेरिस 2024 ओलंपिक के फाइनल में भी पहुंची लेकिन स्वर्ण पदक मैच की सुबह वेट-इन में विफल होने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
25 अगस्त 1994 को जन्मी विनेश फोगाट अपनी चचेरी बहनों गीता फोगाट और बबीता कुमारी के नक्शेकदम पर चलती हैं और भारत के सबसे प्रसिद्ध कुश्ती परिवारों में से एक से आती हैं। उन्हें बहुत कम उम्र में उनके चाचा महावीर सिंह फोगाट ने इस खेल से परिचित कराया था।
हालांकि, जब विनेश फोगाट ने कुश्ती शुरू की तो गीता धीरे-धीरे खुद को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित कर रही थीं, लेकिन उन्हें सामाजिक बाधाओं और कई असफलताओं को भी पार करना पड़ा।
विनेश को उन ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा जो कुश्ती को पुरुषों का खेल मानते थे और महिलाओं को उनके घरों तक ही सीमित रखने की बात करते थे। महज नौ साल की उम्र में विनेश फोगाट को अपने पिता की असामयिक मृत्यु का भी सामना करना पड़ा।
Athlete Olympic Results Content
You may like