माइकल जॉर्डन को ज़्यादातर विशेषज्ञ इतिहास के सबसे महान बास्केटबॉल खिलाड़ियों में से एक होने का दर्ज़ा देते हैं। अपने करियर के शुरुआती दिनों में वह उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय में कॉलेज की तरफ़ से खेले, जहां उन्होंने अपनी टीम को 1982 में एनसीएए चैंपियनशिप जीतने में मदद की और उसी वर्ष पैन अमेरिकन गेम्स में स्वर्ण पदक भी जीता। 1984 में, जॉर्डन ने संयुक्त राज्य अमेरिका को ओलंपिक स्वर्ण पदक जिताया। कॉलेज में जूनियर स्तर के बाद उन्होंने पेशेवर बास्केटबॉल की ओर रुख़ किया और अपनी प्रतिभा के दम पर वह NBA (नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन) के सबसे महान खिलाड़ी बन गए। 1991 में, जॉर्डन ने अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की, जब उन्होंने शिकागो बुल्स को एनबीए चैंपियनशिप का ख़िताब दिलाया, और अपने ट्रिपल क्राउन ऑफ़ टाइटल - एनसीएए, एनबीए और ओलंपिक को पूरा किया। जॉर्डन ने बुल्स का नेतृत्व करते हुए छह एनबीए ख़िताब (1991-1993, 1996-1998) जीते। 1992 में, जॉर्डन ड्रीम टीम में भी खेले, जिसने बार्सिलोना में बास्केटबॉल का स्वर्ण पदक जीता। वह 1996 में भी खेल सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करने का फ़ैसला किया। जॉर्डन ने 1993-94 एनबीए सीज़न की शुरुआत में संन्यास लेने का फ़ैसला किया, और माइनर लीग बेसबॉल में अपना हाथ आज़माया। लेकिन 1995 सीज़न के अंत में उन्होंने दोबारा बास्केटबॉल कोर्ट में वापसी की। इसके बाद 1998 में शिकागो बुल्स को अपना छठा एनबीए ख़िताब जीतने में मदद करने के बाद उन्होंने फिर से संन्यास ले लिया। हालांकि, जॉर्डन ने 2001-03 एनबीए सीज़न में वाशिंगटन विज़ार्ड्स की तरफ़ से खेलने के लिए एक बार फिर संन्यास वापस लिया।
Athlete Olympic Results Content
You may like