रोइंग क्या है?
रोइंग एक खेल है जिसमें एक नाव को उसके साथ जुड़े हुए पतवार की मदद से आगे बढ़ाना होता है। यह अन्य डिसिप्लीन से अलग होता है क्योंकि इसमें नाव को चलाने वाले एथलीट की पीठ नाव की चाल की दिशा में होती है और वे फ़िनिश लाइन पीछे की ओर से पार करते हैं।
ओलंपिक में, नाविक व्यक्तिगत स्पर्धाओं के अलावा दो, चार या आठ की टीम में भी प्रतिस्पर्धा करते हैं।
रोइंग कब, कहां और किसके द्वारा शुरु किया गया था?
रोइंग का इस्तेमाल सबसे पहले प्राचीन मिस्र, ग्रीस और रोम में यातायात के साधनों के तौर पर किया जाता था। एक खेल के रूप में इसकी शुरुआत संभवतः इंग्लैंड में 17वीं शताब्दी और 18वीं शताब्दी के शुरू में हुई जब यूनाइटेड किंगडम में ऑक्सफोर्ड-कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी बोट रेस का आयोजन हुआ, जिसका उद्घाटन 1828 में हुआ था।
19वीं शताब्दी तक, रोइंग ने यूरोप में लोकप्रियता हासिल कर ली थी और यह अमेरिका तक भी पहुंच चुका था।
रोइंग के नियम क्या हैं?
रोअर यानी कि नाव को चलाने वाले एथलीट व्यक्तिगत रूप से या फिर 2, 4 या 8 की टीमों में 2,000 मीटर की प्रतिस्पर्धा करते हैं।
डबल स्कल्स एथलीट प्रत्येक हाथ में एक पतवार रखते हैं जबकि स्वीप रोइंग एथलीट दोनों हाथों से एक पतवार को पकड़ते हैं।
आठ व्यक्तियों की टीम में एक कॉक्सवेन (मुख्य चालक जो नाव को नियंत्रित करता है) होता है, जो नाव चलाता है और टीम को निर्देशित करता है। नाव को एक छोटे पतवार का उपयोग करके चलाया जाता है जो एक केबल (तार) द्वारा रोअर्स में से किसी एक के पैर से जुड़ी होती है।
हर 10 से 12.5 मीटर की दूरी पर पानी की गहराई से एक ख़ास तरह की चीज़ बांधी जाती है जिससे रास्तों को चिन्हित किया जाता है। कोर्स में कम से कम तीन मीटर की गहराई होनी चाहिए।
ग़लत शुरुआत करने वाली टीम को पहले चेतावनी दी जाती है, और अगर एक ही रेस में दो बार ग़लत शुरुआत करने वाले एथलीट या टीम को अयोग्य करार दिया जाता है।
एक नाव का अंतिम समय इस बात से निर्धारित होता है कि उसका अगला भाग फ़िनिश लाइन को कब पार करता है। क़रीबी मामलों में, प्रत्येक नाव के अगले भाग के पार करने के क्रम को निर्धारित करने के लिए एक फोटो फ़िनिश का इस्तेमाल किया जाता है।
रोइंग के कौन से दो प्रकार होते हैं?
रेस को स्कलिंग और स्वीप ओअर (पतवार) में बांटा गया है। स्कलिंग इवेंट्स में दो पतवारों का इस्तेमाल होता है, जबकि स्वीप में नाव को चलाने वाला एक पतवार का प्रयोग करता है। आठ व्यक्तियों की टीम में एक कॉक्सवेन (मुख्य चालक जो नाव को नियंत्रित करता है) होता है, जो नाव को चलाता है और चालक दल को निर्देशित करता है, लेकिन अन्य सभी नावों में, एक रोअर (नाव चलाने वाला) एक फ़ुट पेडल के साथ एक छोटे पतवार को नियंत्रित करके नाव को चलाता है।
रोइंग और ओलंपिक
एथेंस में आयोजित 1896 ओलंपिक खेलों को छोड़कर रोइंग ओलंपिक खेलों के हर संस्करण में शामिल रहा है। यह एथेंस ओलंपिक प्रोग्राम का भी हिस्सा था लेकिन एक समुद्री तूफ़ान के कारण आयोजकों ने इसे रद्द कर दिया था।
महिलाओं की स्पर्धा मॉन्ट्रियल 1976 के ओलंपिक खेल में शुरू हुई थी, जबकि अटलांटा 1996 ओलंपिक खेलों में लाइटवेट स्पर्धाओं की शुरुआत हुई।
सोवियत संघ और जर्मनी के बेहतरीन प्रदर्शनों से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका ने ओलंपिक रोइंग में अपना वर्चस्व क़ायम रखा था। हालांकि, ग्रेट ब्रिटेन के सर स्टीव रेडग्रेव को कई लोगों द्वारा अब तक का सबसे महान नाविक माना जाता है, जिन्होंने पांच ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा और छह विश्व ख़िताब भी अपने नाम किए हैं।
स्वर्ण पदक जीतने के मामले में उनकी महिला समकक्ष रोमानिया की एलिसाबेटा लिपा हैं, जिन्होंने 1984 और 2004 के बीच पांच ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे।
सर्वश्रेष्ठ रोअर जिनपर होंगी निगाहें
टोक्यो 2020 के डबल स्कल्स ओलंपिक चैंपियन मैथ्यू एंड्रोडियास और फ़्रांस के ह्यूगो बाउचरन ने 2022 की एक रेस में हिस्सा लिया जो विश्व चैंपियनशिप थी। उस रेस में उन्होंने जीत हासिल की थी जिसने उनके प्रतिद्वंद्वियों को एक बार फिर से याद दिला दिया कि वे अभी भी उस भार वर्ग में विरोधियों को हराने का माद्दा रखते हैं।
महिलाओं की स्पर्धा में, सिमोना रेडिस और एंकुटा बोडनार की अगुवाई में रोमानियाई टीम ने हाल ही में अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले दो वर्षों से उन्होंने अपनी शानदार जीत के सिलसिले को बरक़रार रखा है जिसमें डबल स्कल्स का टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक के अलावा विश्व और यूरोपीय ख़िताब भी शामिल रहे हैं।
रेडिस उस रोमानियाई टीम का भी हिस्सा थीं जिसने 2022 विश्व चैंपियनशिप में आठ महिलाओं की टीम वाली रेस में जीत हासिल की थी, जबकि ग्रेट ब्रिटेन ने पुरुषों की ट्रॉफ़ी पर कब्ज़ा किया था।
इसके अलावा कई विश्व चैंपियन और टोक्यो 2020 का स्वर्ण पदक जीतने वाले आयरलैंड के पॉल ओ’डोनोवन पर भी नज़र रखें। साथ ही विश्व चैंपियन टीम के उनके साथी फिंटन मैक्कार्थी को लाइटवेट डबल स्कल्स में देखना भी दिलचस्प होगा।
सिंगल्स स्कल्स में, टोक्यो 2020 ओलंपिक चैंपियन न्यूज़ीलैंड की एम्मा ट्विग भी एक शानदार परफ़ॉर्मर हैं।