• ओलंपिक डेब्यू
    म्यूनिख 1972
  • सर्वाधिक स्वर्ण पदक
    Pavol and Peter Hochschorner (SVK)
और अधिक जानकारी

हिस्ट्री ऑफ

कैनो स्लैलम

कैनो स्लैलम क्या है?

कैनो स्लैलम में प्रतियोगी, 300 मीटर तक की दूरी वाले व्हाइटवाटर कोर्स पर प्रतिस्पर्धा करते हैं जहां उन्हें अधिकतम 25 अपस्ट्रीम (पानी की धारा के विपरीत) और डाउनस्ट्रीम (पानी की धारा की दिशा में) गेट से जल्दी-से-जल्दी पार होना होता है।

इस खेल में दो प्रकार की नाव इस्तेमाल की जाती हैं: पहला कैनो होता है जिसे हिंदी में डोंगी भी कहा जाता है। डोंगी या कैनो एक ख़ास प्रकार की नाव होती है जो लंबी, संकरी और काफ़ी हल्की होती है। कैनो के साथ एथलीट को नीलिंग (घुटनों के बल) पोज़ीशन में बांधा जाता है और वे एक चप्पू (सिंगल-ब्लेड पैडल) के प्रयोग से नाव को आगे बढ़ाते हैं।

वहीं, दूसरे प्रकार की नाव को कायक कहते हैं जिसमें डबल ब्लेडेड पैडल (चप्पू) होते हैं। इसमें एथलीट बैठकर दो चप्पूओं का इस्तेमाल करते हुए रेस में हिस्सा लेते हैं।

कैनो स्लैलम स्पॉटलाइट

Best of Paris 2024

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