1900 के खेलों को विश्व के मेले की तरह पेरिस में आयोजित किया गया था। आयोजकों ने पांच महीने में प्रतियोगिताओं का प्रसार किया और अपनी ओलंपिक स्थिति को इस हद तक बढ़ावा दिया कि कई एथलीट कभी जान ही नहीं पाए कि उन्होंने वास्तव में ओलंपिक खेलों में भाग लिया था।
टेनिस पांच खेलों में से एक था जिसमें विभिन्न देशों के एथलीटों ने एक ही टीम के रूप में प्रतिस्पर्धा की थी। अन्य खेलों में फुटबॉल, पोलो, नौकायन और रस्साकशी शामिल थे। महिलाओं ने आधुनिक खेलों में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराई। प्रतियोगिता में सबसे पहले भाग लेने वाली महिलाओं में श्रीमती ब्रोही और फ्रांस की मिस ओह्नियर क्रॉकेट शामिल थीं।
खेलों के स्टार अमेरिका के एल्विन क्रेंजेलिन थे, जिन्होंने 60 मीटर, 110 मीटर बाधा दौड़, 200 मीटर बाधा दौड़ और लंबी कूद जीती थी।
26 अगस्त 1900 को, डच कॉक्सड जोड़ी को अचानक एक रिप्लेसमेंट कॉक्सस्वैन की आवश्यकता थी। इसके लिए एक फ्रांस के युवा लड़के को चुना गया और डच जोड़ी को एक करीबी मुक़ाबले में जीत मिली। फ्रांस का वो लड़का विजय समारोह में शामिल हुआ और उसकी तस्वीर ली गई। फिर वो गायब हो गया। सालों तक खोज-बिन के बाद उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। एक पेरिस का लड़का होने के नाते वो 7 से 12 साल की उम्र तक कहीं भी जा सकता था।
प्रिंसस्टीन ने फाइनल में हिस्सा लेने से किया इनकार
शुरुआती दौर के बाद, लंबी कूद प्रतियोगिता में यूएसए-एथलेटिक्स के मायर प्रिंसस्टीन सबसे आगे थे। अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण उन्होंने फाइनल में भाग लेने से इनकार कर दिया, क्योंकि फाइनल मुक़ाबला रविवार के लिए निर्धारित था। फाइनल में उनके हमवतन और प्रतिद्वंद्वी एल्विन क्रेंजेलिन ने उन्हें एक सेंटीमीटर से हराया। प्रिंसस्टीन कथित रूप से इतने गुस्से में थे कि उन्होंने क्रेंज़ेलिन पर हमला किया और चेहरे पर मुक्का मार दिया।
एक टीम कई राष्ट्रीयता
पोलो, नौकायन, एथलेटिक्स और टेनिस जैसे खेलों में, विभिन्न राष्ट्रीयताओं के एथलीटों वाली टीमों ने पदक जीते।
दो स्थानों पर हुए नौकायन इवेंट
सेलिंग रेगाटस सीन पर आयोजित हुआ, लेकिन दो स्थानों पर आयोजित किया गाय। पेरिस से 20 किमी दूर, और समुंद्र के किनारे पर स्थित ले हाव्रे के बंदरगाह पर स्थित मलयान में। ये कुछ नावों के बड़े होने के कारण हुआ था, जो उन्हें नदी को नेविगेट करने से रोकता था। नौकाओं की संख्या टन के अनुसार श्रेणियों की विभाजित की गई थी।
क्रोकेट को देखने आया सिर्फ एक दर्शन
क्रोकेट की इवेंट में केवल फ्रांस के खिलाड़ी थे, जो वास्तव में पेरिस से थे, लेकिन प्रतियोगिता के लिए बेचा जाने वाला एकमात्र एंट्री टिकट एक अंग्रेज ने खरीदा था, जो विशेष रूप से इस अवसर के लिए नीस से आया था।
शिक्षक बनाम छात्र
तलवारबाजी में खेल स्थल से दूर आयोजित प्रतियोगिताओं में से एक ने अपने छात्रों के खिलाफ तलवारबाजी में महारत हासिल की। एक शिक्षक ने जीत हासिल की जो अपने छात्र के खिलाफ उसे जीत मिली थी।
फ्रांस के विजेता
फ्रेंच एथलीटों ने इन खेलों में कई पदक जीते। न सिर्फ इसलिए कि वो विदेशी एथलीटों की तुलना में अधिक थे, बल्कि इसलिए भी कि कुछ इवेंट में सिर्फ फ्रांस के प्रतियोगियों ने भाग लिया था।
जिमनास्टिक्स की मांग
जिम्नास्टिक में व्यक्तिगत ऑल-राउंड इवेंट में खिताब जीतने के लिए, एथलीट को 16 अलग-अलग चरणों में प्रदर्शन करना पड़ता था। इस युग के कुछ एक्ससाइज में 50 किग्रा पत्थर उठाना या रस्सी पर चढ़ना, जैसे एक्सरसाइज को जिमनास्टिक से हटा दिया गया है, जबकि पोल वॉल्ट ने खेल में जगह बना ली।
समारोह
पेरिस में 3 जून 1900 से दूसरा ओलंपियाड का खेल शुरू हुआ। फ्रांस के जिम्नास्टिक संघों के साथ बैठक के दौरान "वेलोड्रोम डी विन्नेस" में जिमनास्ट परेड हुआ।
खेलों का आधिकारिक उद्घाटन:
कोई आधिकारिक उद्घाटन नहीं।
ओलंपिक टॉर्च को जालाना:
एक समर ओलंपिक खेलों में प्रतीकात्मक आग पहली बार 1928 में एम्स्टर्डम में जलाई गई थी।
ओलंपिक शपथ:
एथलीटों को शपथ पहली बार एंटवर्प में 1920 के ओलंपिक खेलों में दिलाई गई थी।
आधिकारियों की शपथ:
ओलंपिक ग्रीष्मकालीन खेलों में अधिकारियों को शपथ पहली बार 1972 में म्यूनिख में दिलाई गई थी।