क्लासिक फाइनल - जब Simone Biles ने साम्बा को स्वर्ण में बदला
ओलिंपिक खेलों के फाइनल मुकाबले रोमांचक, भावुक और बेहद खूबसूरत होते हैं। हर सप्ताह हम बीते ओलिंपिक खेलों के फाइनल्स मे देखे गए अद्भुत लम्हो को फिर से याद करते हैं और इस बार हम देखेंगे 2016 के रियो खेलों में हुए जिमनास्टिक्स के एक ऐतिहासिक फाइनल को जिसने महिलाओं के लिए इस खेल को बदल दिया।
विवरण
- महिलाओं का ऑल अराउंड फाइनल - 2016 रियो ओलिंपिक खेल
- एरीना ओलिम्पिका डो रियो - 11 अगस्त, 2016
बैकग्राउंड
रियो 2016 के पहले, सारी निगाहें अमरीका की Simone Biles पर थी और उनसे सबको पदक की उम्मीद थी। जनता की उम्मीदों और उनकी प्रतिभा से मिली प्रसिद्धि, Biles के बर्ताव और रव्वैये में कोई बदलाव नहीं आया। 6 साल की उम्र से जिमनास्टिक्स खेल रही Simon का लगाव इस खेल से बरक़रार रहा।
कई साल बाद स्थिति इस बात पर आ पहुंची की Biles ने खेल को खुद ही बदल दिया और एक नए स्तर पर ले गयीं। उनकी प्रतिभा और प्रदर्शन ने Simone को विश्व के सबसे दर्शनीय खिलाडियों में से एक बना दिया था।
रियो खेलों में भाग लेने से पहले Simone Biles तीन विश्व प्रतियोगिता और एक ऍफ़ आई जी विश्व कप में 10 पदक जीत चुकी थी और इसलिए जब उन्हें अमरीकी टीम में चुना गया तो किसी को भी हैरानी नहीं हुई।
अमरीका की 2016 टीम में बहुत सारे सितारे थे जिनमे Gabby Douglas, Laurie Hernandez, Madison Kocian और Aly Raisman जैसे बड़े नाम शामिल थे।
एहम क्षण
जब Biles ने अपना ओलंपिक्स सफर शुरू किया उन्होंने अपने प्रदर्शन से किसी को भी निराश नहीं किया और पहली ही दल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत लिया।
ठीक 2 दिन बाद उन्होंने अपना दूसरा फाइनल खेला और ऑल अराउंड प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन दिखते हुए फिर से स्वर्ण जीता। Biles ने 62.198 का स्कोर खड़ा किया और तीनो भागों में अव्वल रहीं।
उनका प्रदर्शन अति-उत्तम था और न केवल उन्होंने स्वर्ण जीता, ब्राज़ील के लोकप्रिय संगीत पर उन्होंने साम्बा नृत्य दिखाते हुए दर्शकों का दिल जीत लिया। सारे दर्शकों की निगाहें Simone पर ही टिकी हुई थी और उन्होंने दिखा दिया की उनके आलावा कोई उस स्वर्ण का हक़दार नहीं था।
उनकी साथी Aly Raisman ने रजत पदक जीता और अमरीका ने इस प्रतियोगिता के इतिहास में पहली बार पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया।
परिणाम
रियो खेलों के समाप्त होने तक Biles ने अपनी पदक श्रंखला में दो स्वर्ण और एक कांस्य जोड़ लिए थे। अमरीका के लिए जिमनास्टिक्स में 4 स्वर्ण जीतने वाली वह पहली खिलाड़ी बनी और शायद उन ओलिंपिक खेलों का सबसे बड़ा सितारा बन के दिखाया। उनके शानदार प्रदर्शन की वजह से Biles ने अंतिम समारोह में अमरीका का ध्वज उठाने का सम्मान मिला।
इसमें कोई दो राय नहीं है की टोक्यो खेलों में Biles सबसे बड़े नामों में से एक होंगी और दुनिया भर की निगाह उन पर टिकी होगी। Biles की निगाहें भी इतिहास रचने पर होंगी और अगल ओलिंपिक खेलों में वह अपने खाते में 5 और स्वर्ण पदक जोड़ सकती हैं। विशेषज्ञों की राय माने तो पाँचों पदक Biles ही जीतेंगी और इसकी आशंका काफी ज़्यादा है। इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है की रियो खेलों के बाद Biles ने विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीते और ऍफ़ आई जी विश्व कप में भी एक स्वर्ण हासिल किया।
क्या Simone Biles टोक्यो के अपने ही प्रदर्शन को परास्त कर पाएंगी?