भारत की बिंद्यारानी देवी रविवार को बहरीन के महामा में IWF विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2024 में महिलाओं की 55 किग्रा वर्ग में नौवें स्थान पर रहीं।
25 वर्षीय बिंद्यारानी देवी ने 55 किग्रा स्पर्धा के ग्रुप बी में भाग लिया, जो एक गैर-ओलंपिक भार वर्ग है। आपको बता दें कि भारोत्तोलकों को उनके शुरुआती वजन के आधार पर तीन समूहों में विभाजित किया जाता है - सबसे अधिक शुरुआती वजन वाले 12 भारोत्तोलक ग्रुप ए में शामिल हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता बिंद्यारानी ने स्नैच में 85 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 110 किग्रा समेत कुल 195 किग्रा वजन उठाया। यह उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 202 किग्रा से 7 किग्रा कम था, जो उन्होंने बर्मिंघम 2022 में हासिल किया था।
स्नैच इवेंट में, उन्होंने दूसरे अवसर में अपना शुरुआती वजन 85 किग्रा उठाया, अगले दो प्रयासों में उन्होंने वजन बढ़ाकर 114 किग्रा और 116 किग्रा कर लिया, लेकिन दोनों ही प्रयासों में सफल नहीं हो पाई। नतीजतन, भारतीय भारोत्तोलक ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रही और कुल मिलाकर, बिंद्यारानी देवी नौवें स्थान पर रहीं।
डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया की कांग ह्योन-ग्योंग ने 226 किग्रा (100 किग्रा स्नैच + सी एंड जे में 126) के साथ स्वर्ण पदक जीता। चीनी ताइपे की चेन गुआन-लिंग ने 211 किग्रा (93 + 118) के साथ रजत पदक अपने नाम किया, जबकि आर्मेनिया की अलेक्जेंड्रा ग्रिगोरियन ने 205 किग्रा (85 + 120) के साथ पोडियम पर तीसरा स्थान हासिल किया।
बिंद्यारानी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के दम पर चौथे स्थान पर रहीं। इससे पहले चैंपियनशिप में ज्ञानेश्वरी यादव ने कुल 182 किग्रा भार उठाया और शनिवार को महिलाओं की 49 किग्रा भार वर्ग में वह पांचवें स्थान पर रहीं।
मीराबाई चानू की अनुपस्थिति में ज्ञानेश्वरी यादव 49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। मीराबाई चानू ने लंबे समय से चल रहे रिहैबिलिटेशन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया था।
विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में भारत की आखिरी उम्मीद, दितिमोनी सोनोवाल मंगलवार को महिलाओं की 64 किग्रा स्पर्धा के ग्रुप सी में भाग लेंगी।