फुटबॉल हमारे लिए टोक्यो 2020 ओलंपिक में कुछ खास ना भूलनेवाले पल लेकर आया है।
कनाडा ने ऐतिहासिक गोल्ड के साथ काफी सुर्खियां बटोरी, और 20 साल में पहली बार यूएसए को हराकर पोडियम के शीर्ष पर अपना मुकाम हासिल किया।
साथ ही Vivianne Miedemaऔर Barbra Banda ने व्यक्तिगत गोल स्कोरिंग रिकॉर्ड के साथ ओलंपिक इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया।
लेकिन इन सबके बीच खास बात ये रही कि वो Quinn थी जिनकी वजह से खेल का सबसे मार्मिक क्षण लोगों के सामने आ पाया। Quinn किसी भी रंग का पदक जीतनेवाली पहली ट्रांसजेंडर एथलीट बनी।
नीचे हम ऐसे ही कुछ यादगार पलों पर नजर डालते हैं, साथ ही जानते है पदक विजेताओ के बारे में और जानते हैं कि आनेवाले 3 सालों में पेरिस 2024 ओलंपिक में क्या होगा खास।
टोक्यो 2020 में वूमेंस फुटबॉल के टॉप 5 खास पल
1: Quinn का इतिहास बनाने वाला खेल
कनाडा के साथ पहले दिन खेलते हुए वो ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली ट्रांसजेंडर और नॉन बाइनरी एथलीट बन गई।
खास बात ये रही कि Quinn उस वक्त उस स्कॉड का हिस्सा थी जिसने यूएसए को सेमीफाइनल में हराकर गोल्ड मेडल मैच में आगे बढ़ी, जहां कनाडा का मेडल जीतना लगभग तय था, यह ओलंपिक लोककथाओं में दर्ज इतिहास का एक और खास पल था।
क्योंकि वो खेलों में खुले तौर पर पदक जीतनेवाली पहली ट्रांसजेंडर और नॉन बाइनरी एथलीट होंगी, कहानी ठीक इसी तरह से आगे बढ़ती है और नाटकीय रुप से पेनल्टी शूटआउट का मतलब था कि वो ओलंपिक गोल्ड जीतनेवाले पहली शख्स बन जाएंगी।
जिसके बाद कनाडा और Quinn दोनों ने ही गोल्ड हासिल किया।
पदक हो या ना हो, लेकिन LGBTQ और खेल समुदाय में उनका सफर यादगार और प्रेरणा देनेवाला रहा है।
2: युवाओं की तिकड़ी ने अपनी पहचान बनाई
जबकि मेंस फ़ुटबॉल स्कॉड में बड़े पैमाने पर U 23 खिलाड़ी हैं, लेकिन महिला फ़ुटबॉल के लिए वरिष्ठ खिलाड़ियों और युवाओं को समान रूप से एक बड़ा टूर्नामेंट पसंद है।
टोक्यो 2020 सीनियर खिलाड़ियों की ऐसी कहानी थी जहां वो ओलंपिक गोल्ड को हासिल करने की होड़ में थे, लेकिन यह भविष्य की कहानी थी।
20 साल की Gabi Rennie जो कि खेलों में हिस्सा लेने वाली थी लेकिन वो न्यूजीलैंड के लिए अनकैप्ड थी, और खुद को दुनिया के सामने लाने में उन्होंने किसी तरह को समय बर्बाद नहीं किया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 88वें मिनट पर आते हुए उन्होंने विरोधी पक्ष के कीपर Lydia Williams को पहले तो स्पर्श किया और फिर सिर हिलाकर इशारा दिया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से हारने के बाद न्यूजीलैंड के लिए ये अंतर काफी कम था, Rennie ने लोगों के सामने साबित कर दिया कि उसे देश की सबसे होनहार प्रतिभाओं में से एक क्यों माना जाता है।
अब ऑस्ट्रेलिया के पास उनका अपना एक भविष्य का सितारा भी है
ओलंपिक के दौरान 18 साल की Mary Fowler ने समय की हड़बड़ी का फायदा उठाया और टीम जीबी के खिलाफ अतिरिक्त समय में जबरदस्त स्ट्राइक के साथ ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पहुंचाने में मदद की।
और कनाडा के लिए गोल्ड जीतने वाली पेनल्टी के लिए आगे बढ़नेवाली 20 वर्षीय Julia Grosso को कैसे भूला जा सकता है, उन्होंने महिलाओं के खेल में अब तक के सबसे प्रतिष्ठित गोलकीपरों में से एक को पीछे छोड़ दिया।
टोक्यो 2020 कुछ के लिए आखिरी बड़ा टूर्नामेंट हो सकता है, लेकिन यह दूसरों के लिए आगे बढ़ते हुए करियर की शुरुआत है।
3: Barbra Banda और Zambia
जाम्बिया की Barbra Banda को याद करने के लिए यह एक उनका ओलंपिक डेब्यू था।
जहां Banda ओलंपिक खेलों में राष्ट्र की कप्तानी करने वाली दूसरी ज़ाम्बियन और ऐसी पहली महिला बनीं, जिनका नाम पहले से ही इतिहास में दर्ज है।
लेकिन नीदरलैंड्स से भारी हार के बावजूद अपने पहले गेम में हैट्रिक बनाकर वह वहां आगे नहीं जा सकीं।
चीन के खिलाफ, 4-4 के रोमांचक ड्रॉ ने उन्हें Banda के साथ एक बार फिर हैट्रिक बनाकर प्वाइंट हासिल करने का मौका दिया।
इस जबरदस्त फॉरवर्ड से वह ओलंपिक टूर्नामेंट में दो हैट्रिक लगानेवाली पहली महिला बन गई, जबकि जाम्बिया की ओर से ग्रुप में कुछ खास नहीं किया जा सका। तो यह खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए ऐसा खेल बन गया जिसे समान रूप से याद किया जा सके।
4: विवियन मिडेमा के लिए एक और रिकॉर्ड बुक
Vivianne Miedema, गोल दागना और रिकॉर्ड तोड़ना ये तीनों एक ऐसी तिकड़ी थी।
जिसे टोक्यो 2020 में डच की इस खिलाड़ी ने साबित भी किया।
नीदरलैंड के क्वार्टर फाइनल में बाहर होने के बावजूद, Miedema ने टूर्नामेंट को टॉप गोल स्कोरर के रूप में खत्म कर दिया ।
ऐसा करते हुए, उन्होंने सिंगल ओलंपिक टूर्नामेंट में सबसे अधिक गोल करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो कि पहले कनाडा की Christine Sinclair के पास था।
5: स्वीडन 3-0 यूएसए
काफी सारे लोगों के लिए, खासतौर पर जिन्होंने इस टूर्नामेंट में अमेरिका का वर्चस्व देखा, और नतीजतन उन्होंने लेफ्ट फील्ड से सबसे ज्यादा स्कोर किया।
और यह सिर्फ स्कोर लाइन नहीं थी, यह वह तरीका था जिसे उन्होंने यूएसए को सौंप दिया।
Vlatko Andonovski और उनके पक्ष को स्वीडिश पक्ष की प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिस की वजह से वह परेशान हो गए, और उनके लिए मौका हासिल करना कठिन हो गया, जिसकी वजह से वह बैकलाइन की मदद से वहां से ऐसे चले गए जैसे कि वहां नहीं थे।
ग्रुप स्टेज में सिग्नल एकदम साफ थे कि यह किसी अन्य तरह का टूर्नामेंट नहीं होगा, स्वीडन का अमेरिका पर लगातार हमला भी उस विचारधारा से जुड़ा हुआ था, जो उसे बदलने में मदद कर रहा था।
लेकिन इसने स्वीडन को दर्शकों के सामने खुद को पेश करने में और यह दिखाने में काफी मदद की है, जिससे ये पता लगे कि पिछले पांच सालों में वे कितनी दूर आ गए है।
और जबकि ओलंपिक गोल्ड उनके लिए नहीं था, फिर भी उन्होंने अपने जबरदस्त फुटबॉल की मदद से लोगों का दिल जीत लिया।
एक आखिरी नज़र
फ़ुटबॉल, जैसा कि अधिकांश खेलों की तरह, पूरा आनंद और पूरी तरह से दिल टूटने की एक निरंतर कहानी है।
और गोल्ड मेडल मैच में हमने ये दोनों देखा है।
स्वीडन के आक्रामक खेल के साथ हमने देखा कि Caroline Seger और Hedvig Lindahl एक प्रमुख खिताब से चूक जाती है, साथ ही Lindahl ने बताया कि यह उनके देश के लिए उनका आखिरी बड़ा टूर्नामेंट होने वाला है।
लेकिन दूसरी तरफ हमारे पास कनाडा और खिलाड़ी Christine Sinclair हैं।
वह खिलाड़ी जिसने अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल में सबसे अधिक गोल किए हैं - मेंस और वूमेंस में - जिन्होने अपने रोमांचक करियर के साथ प्रमुख टूर्नामेंट खिताब जीता।
यह वास्तव में दो कहानियों का एक टूर्नामेंट था - लेकिन यह लोगों की भावना ही है जिसकी वजह से लोग फुटबॉल से प्यार करते हैं।
ब्राजील ने अपने दिग्गज खिलाड़ियों Marta और Formiga के रिकॉर्ड भी देखे - और लगातार पांच खेलों में स्कोर करने वाले वह पहले खिलाड़ी बने, जबकि बाद में सात ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में शामिल होने वाले पहले खिलाड़ी बने।
हैलो पेरिस
अब पेरिस 2024 के बीच यूरो और महिला विश्व कप दोनों है और उसके साथ ओलंपिक क्वालीफायर भी रहेगा, अब इस बात की कोई कल्पना नहीं हो सकती है कि फ्रांस में चैंपियन कौन होगा।
लेकिन अगर हमें ऐसी ही टीमों को देखना है, तो उम्मीद करें कि स्वीडन प्रतिशोध के साथ वापसी करेगा।
और एक के बाद एक सिल्वर जीतने के बाद उनके पास गोल्ड होगा।
कांस्य पदक जीतने के बाद भी यूएसए टोक्यो 2020 में अपराजित नहीं रहा है और अब ये देखना खास होगा कि तीन साल के समय में वह कैसे वापसी करते है।
और निश्चित रूप से मेजबान के रूप में, फ्रांस अपने आप ही टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लेगा और दूसरी टीमों को पदक की तलाश में लंबी दौड़ लगानी होगी।
Olympics.com पर फुटबॉल रिप्ले कब और कहां देखें
जवाब है: olympics.com/tokyo2020-replays - यह 8 अगस्त को लाइव होगा।
महिला फुटबॉल टीमें अगला मुकाबला कब करेंगी?
यूरोपीय टीमों के लिए - ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड), स्वीडन और नीदरलैंड - वे अगले साल यूरो 2022 में अपने अगले प्रमुख टूर्नामेंट में भाग लेंगे।
और बाकी देश 2023 में आस्ट्रेलिया में होनेवाले वूमेंस वर्ल्ड कप 2023 में हिस्सा लेंगे।
टोक्यो 2020 में महिला फुटबॉल के लिए पूर्ण पदक सूची
गोल्ड: कनाडा
सिल्वर: स्वीडन
कांस्य: संयुक्त राज्य अमेरिका