अंडर-23 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2021: भारतीय महिला पहलवानों ने पांच पदकों के साथ खत्म किया अपना अभियान

भारत के मोहित इस प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुषों के 125 किग्रा फ्रीस्टाइल के कांस्य पदक मैच में हार गए, जबकि परवीन मलिक 74 किग्रा वर्ग में रेपेचेज राउंड से आगे नहीं बढ़ सकीं।

2 मिनटद्वारा रितेश जायसवाल
Indian wrestler Anju.
(United World Wrestling / Kadir Caliskan)

भारतीय पहलवानों ने सर्बिया के बेलग्रेड में अंडर-23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2021 में पांच पदक जीते, जिसमें एक रजत और चार कांस्य शामिल हैं। यह जूनियर मीट में भारत का अब तक का सबसे सफल अभियान रहा है।

बेलग्रेड मीट में भारत के सभी पदक महिला पहलवानों ने हासिल किए हैं। शिवानी पवार ने 50 किग्रा में रजत पदक जीता, जबकि अंजू, दिव्या काकरान, राधिका और निशा ने क्रमशः 55 किग्रा, 62 किग्रा, 65 किग्रा और 72 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीते।

भारत के ग्रीको-रोमन और पुरुषों के फ्रीस्टाइल पहलवान एक भी पदक हासिल नहीं कर सके।

रविवार को इस प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारतीय पहलवानों को दो और पदक हासिल करने का मौका मिला, जिसमें परवीन मलिक और मोहित ने क्रमशः पुरुषों के 74 किग्रा और 125 किग्रा फ्रीस्टाइल रेपेचेज राउंड में प्रतिस्पर्धा की।

हालांकि, दोनों ही खिलाड़ी अपने इस मौके को मेडल में बदलने में नाकाम रहे।

दिन की शुरुआत में मोहित ने रेपेचेज में कजाकिस्तान के बकडॉलेट ओसेरबे के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता के जरिए 10-0 से जीत हासिल की और कांस्य पदक मैच के लिए आगे बढ़े।

हालांकि, पोडियम स्थान हासिल करने के इरादे से मैट पर उतरे मोहित ईरान के सैयदमेहदी सैयदबसाली हाशमीजौयबारी का सामना करते हुए 6-3 से हार गए।

इस बीच, पूर्व जूनियर एशियाई चैंपियन परवीन मलिक का सफर थोड़ा जल्दी समाप्त हो गया, क्योंकि यह भारतीय पहलवान अपने रेपेचेज मुकाबले में पोलैंड के सिजमोन वोज्तकोव्स्की से 18-8 (तकनीकी श्रेष्ठता) से हार गया।

भारत ने अंडर-23 इवेंट के शुरुआती 2017 संस्करण में तीन पदक जीते थे, 2018 में सिर्फ एक और 2019 में दो। वहीं, 2020 संस्करण को कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के कारण रद्द कर दिया गया था।