स्क्वैश उन पांच खेलों की लिस्ट में शामिल है, जिसे LA28 आयोजन समिति द्वारा लॉस एंजिल्स में ओलंपिक खेलों में शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा है, जिसका मुंबई में आयोजित सत्र (अक्टूबर) में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से मंज़ूरी के लिए फ़ैसला आना अभी बाक़ी है।
इस इवेंट का प्रोग्राम और खेलों में एथलीटों के कोटा की संख्या को बाद में अंतिम रूप दिया जाएगा।
यह रैकेट स्पोर्ट पहले कभी भी ओलंपिक खेलों का हिस्सा नहीं रहा है। हालांकि, ब्यूनस आयर्स 2018 युवा ओलंपिक खेलों में स्क्वैश को एक एग्जीबिशन स्पोर्ट के तौर पर शामिल किया गया था।
यह साल 1997 से वर्ल्ड गेम्स का हिस्सा रहा है।
स्क्वैश क्या है और यह कैसे खेला जाता है?
स्क्वैश एक ऐसा खेल है जो दो विरोधियों द्वारा चार दीवारों से घिरे 9.75 मीटर x 6.4 मीटर के आयताकार कोर्ट पर खेला जाता है। इसके फ़र्श को हार्ड वुड से बनाया जाता है और पेशेवर प्रतियोगिता में दीवारें सेफ्टी ग्लास से बनाई जाती हैं ताकि दर्शकों को मुक़ाबला देखने में कोई परेशानी न हो।
सामने की दीवार पर, तीन लाइनें होतीं हैं - ज़मीन से 48 सेमी ऊपर (पेशेवर खेल में 43 सेमी तक कम) टिन, 1.78 मीटर की ऊंचाई पर सर्विस लाइन, और 4.57 मीटर पर आउट लाइन जो साइड की दीवारों पर नीचे की ओर पीछे की दीवार के साथ 2.13 मीटर का ढलान बनाती हैं। स्क्वैश मैच को शुरू करने के लिए सर्व करने वाले खिलाड़ी को दो सर्विस बॉक्स में से किसी एक से सर्विस करनी होती है और सर्विस लाइन और आउट लाइन के बीच बॉल को स्ट्राइक करना होता है।
इसके बाद के शॉट्स को किसी भी दीवार पर मारा जा सकता है, लेकिन ज़मीन पर गिरने से पहले गेंद टिन और आउट लाइन के बीच सामने की दीवार से टकरानी चाहिए। फ़र्श पर गेंद सिर्फ एक बार बाउंस होनी चाहिए।
स्क्वैश की गेंद रबर से बनी होती हैं और इनमें उछाल कम होता है। मैच शुरू होने से पहले उन्हें दीवारों पर बार-बार मारकर गर्म करने की ज़रूरत होती है।
स्क्वैश का मैच कितना लंबा होता है?
स्क्वैश प्रतियोगिता में, अपने विरोधी खिलाड़ी से कम-से-कम दो अंकों के अंतर के साथ सबसे पहले 11 अंक हासिल करने वाला खिलाड़ी गेम जीतता है। प्रत्येक रैली में एक अंक अर्जित किया जाता है और अंक जीतने वाले खिलाड़ी को सर्व का मौक़ा मिलता है। खेल में पहले के नियमों के मुताबिक़, कोई खिलाड़ी सिर्फ अपनी सर्विस पर ही एक अंक जीत सकता था।
वह खिलाड़ी जो सबसे पहले तीन गेम जीत जाता है, मैच का विजेता होता है। अगर समय की बात करें तो यह पांच-गेम वाला मुक़ाबला 30 मिनट से लेकर डेढ़ घंटे से अधिक तक चल सकता है।
स्क्वैश टीम में कितने खिलाड़ी होते हैं?
स्क्वैश आमतौर पर एक व्यक्तिगत खेल है। हालांकि, खेल में एक युगल स्पर्धा भी होती है लेकिन वह बड़े कोर्ट पर खेली जाती है।
स्क्वैश की शुरुआत कहां से हुई?
स्क्वैश की शुरुआत रैकेट के खेल से हुई है जो टेनिस की तर्ज पर खेला जाता है। 18वीं शताब्दी में लंदन की जेलों में यह खेल खेला जाता था, जहां खिलाड़ी दीवार के ख़िलाफ़ या कोने में रैकेट से गेंदों को मारते थे ताकि साइडवॉल को काम में लाया जा सके।
19वीं सदी के मध्य में, रबर के वल्केनाइज़ेशन के बाद, इंग्लिश बॉयज़ बोर्डिंग स्कूल हैरो के छात्रों ने कठोर रैकेट की गेंद को एक बड़ी, खोखली रबर की गेंद से बदल दिया, जो धीमी गति से चलती थी।
मूल रूप से 'बेबी रैकेट्स' के नाम से मशहूर, हैरो स्कूल के चुनाव के परिणामस्वरूप इसका नाम बदलकर स्क्वैश कर दिया गया। जैसे-जैसे यह खेल अपने पब्लिक स्कूल ओरिजन से बाहर फैलता गया, स्नातकों ने कोर्ट का निर्माण करना शुरू कर दिया।