पेरिस 2024 पैरालंपिक: आर्मीमैन होकाटो होतोझे सेमा ने शॉट पुट में जीता कांस्य पदक
भारत के होकाटो होतोझे सेमा ने शुक्रवार को पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों के शॉट पुट F57 वर्ग में कांस्य पदक जीता।
40 वर्षीय भारतीय पैरा एथलीट ने अपने खेलों की पहली प्रतिस्पर्धा में चौथे प्रयास में 14.65 मीटर के अपनी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पदक हासिल किया।
वहीं, ईरान के यासीन खोस्रवी ने अपने सभी छह प्रयासों में पिछले पैरालंपिक रिकॉर्ड 15.00 मीटर को तोड़ दिया। उनका स्वर्ण पदक वाला थ्रो चौथे प्रयास में 15.96 मीटर का था।
ब्राज़ील के थियागो पाउलिनो डॉस सैंटोस ने 15.06 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक जीता। भारत के सोमन राणा 14.07 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
F57 वर्ग उन खिलाड़ियों के लिए है, जो बैठे हुए थ्रो करते हैं। इस वर्ग के खिलाड़ियों की एक या दोनों पैरों की गतिविधियों पर असर होता है।
होकाटो होतोझे सेमा, जो भारतीय सेना में कार्यरत हैं, उन्होंने साल 2002 में एक सैन्य अभियान के दौरान लैंडमाइन विस्फोट में अपना बायां पैर खो दिया था।
उन्होंने 32 साल की उम्र में शॉट पुट खेलना शुरू किया और तब से उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने 2023 में विश्व चैंपियनशिप में अपनी शुरुआत में सातवां स्थान हासिल किया, लेकिन इस साल चौथे स्थान पर पहुंचकर अपने प्रदर्शन में सुधार किया। पिछले साल एशियाई पैरा खेलों में उन्होंने 13.94 मीटर थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता था।
इस कांस्य पदक ने भारत की कुल पदक संख्या को 27 पर पहुंचा दिया, जिसमें छह स्वर्ण, नौ रजत और 12 कांस्य पदक शामिल हैं। पेरिस 2024 में भारत का यह अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।