पहली वर्षगांठ: जानिए, स्केटबोर्डिंग डेब्यू के बाद ओलंपिक खेल कैसे बदल गया है
ओलंपिक में स्केटबोर्डिंग की एक शानदार शुरुआत की पहली सालगिरह के सम्मान में, स्केट के दिग्गज अपने स्पोर्ट और ओलंपिक खेलों के बीच नए संबंध पर बातचीत करने के लिए Olympics.com के साथ जुड़ रहे हैं। वे बता रहे हैं कि कैसे चीजें बेहतरीन तरीके से बदल गईं हैं।
2021 में आयोजित टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में जब स्केटबोर्डिंग ने अपना डेब्यू किया, तब पूरी दुनिया ने मंत्रमुग्ध होकर इस खेल का लुत्फ उठाया।
उन्होंने आश्चर्यजनक तरीके से सोचा, यह नया खेल क्या लेकर आएगा?
पार्क और स्ट्रीट डिसिप्लीन से 80 एथलीटों ने जापान की चिलचिलाती गर्मी के बीच दुनिया के सामने एक ऐसे खेल का प्रदर्शन किया जो किसी ने ओलंपिक के मंच पर नहीं देखा था। इस खेल के प्रतिभागियों की उम्र 12 से 46 वर्ष के बीच थी।
इस खेल में शामिल अत्यधिक साहस के साथ तकनीकी कौशल की तुरंत व्यापक रूप से सराहना की गई, लेकिन यह भी अद्वितीय प्रतिस्पर्धा संस्कृति थी।
प्रतिद्वंद्वियों के बीच वह पारंपरिक शत्रुता जिसके लिए ओलंपिक मशहूर है, वह इस खेल से नदारद था। इसके इतर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के प्रयास के दौरान स्केटबोर्डर्स एक-दूसरे के लिए चीयर कर रहे थे, गले लगा रहे थे और एक-दूसरे का समर्थन कर रहे थे।
अंतिम स्केट प्रतियोगिता खत्म होने और ओलंपिक में पहली बार शामिल हुए स्केटबोर्डिंग में चौथे चैंपियन को सम्मानित किए जाने के बाद एक नया फैसला सामने आया।
ओलंपिक खेलों में स्केटबोर्डिंग? एक शानदार सफलता।
खेल में हिस्सा लेने से लेकर इसकी धारणा तक, ओलंपिक में डेब्यू करने के बाद से स्केटबोर्डिंग में कई बदलाव हुए हैं।
इस खेल के ओलंपिक 'जन्मदिन' का जश्न मनाने के लिए Olympics.com ने इसके कुछ दिग्गज नामों के साथ मुलाकात कर यह जानने की कोशिश किया कि स्केटबोर्डिंग का ओलंपिक खेलों पर क्या प्रभाव पड़ा है।
एक साल बाद ओलंपिक स्केटबोर्डिंग: किकफ्लिपिंग स्टीरियोटाइप्स
महिला पार्क प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहने के बाद 14 वर्षीय स्काई ब्राउन ग्रेट ब्रिटेन के लिए सबसे कम उम्र में ओलंपिक पदक जीतने वाली एथलीट बन गईं। इस कारनामे के बाद उन्होंने अपनी खुशियां नहीं छिपाई।
मुस्कान और आंसुओं के बीच उन्होंने अपना खेल दिखाने का मौका मिलने के लिए आभार व्यक्त किया:
उन्होंने बीबीसी से बात करते हुए कहा, "मुझे आशा है कि मैंने स्केटबोर्डिंग के बारे में लोगों के विचार बदल दिए हैं।"
एक साल बाद यह स्पष्ट हो गया है कि ब्राउन और उनके साथियों ने खेल के लिए इससे कहीं अधिक किया है।
खेलों के शीर्ष फिलीपीन स्केटर मार्गिलीन डिडल ने कहा कि जब उनके स्केटिंग की बात आती थी तो उन्हें सिर्फ नकारात्मक प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ता था:
23 वर्षीय ने समझाया, "इससे पहले, 'ओह स्केटिंगर्स, स्केटिंग, इसका कोई भविष्य नहीं है" जैसी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ता था। लेकिन ओलंपिक के बाद लोगों की प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी 'ओह स्केटिंगर्स' मार्गी!'
अपने देश का प्रतिनिधित्व करने और ओलंपिक मंच पर अपने खेल का प्रदर्शन करने का अवसर मिलने के बाद उन्हें वह सम्मान मिला जो उन्हें लगता था कि स्केटबोर्डिंग में काफी लंबे समय से नहीं था।
"यह सभी के लिए एक आंख खोलने वाला संदेश है कि स्केटबोर्डिंग का भी भविष्य है।" उन्होंने आगे बताया कि उनके देश में कैसे खेल के प्रति रवैये में तुरंत बदलाव देखने को मिला।
"उन लोगों ने स्केटबोर्डिंग दिवस का जश्न मनाया। मैं इससे चूक गई थी लेकिन फिलीपींस में उन्होंने इसका जश्न मनाया। उन्होंने वीडियो भेजा और उन्हें परेड करने की अनुमति मिल गई। तो, यह बहुत अच्छा है।"
डिडल की तरह, दुनिया की नंबर एक स्ट्रीट स्केटर पामेला रोजा ने भी कहा कि उन्होंने भी लोगों की सोच में एक सकारात्मक बदलाव देखा है:
ब्राजीलियाई एथलीट ने कहा, "स्केटबोर्डिंग एक हाशिए का खेल हुआ करता था।" अब हम बहुत अधिक सम्मानित महसूस करते हैं।”
"काफी सारे बच्चे इस खेल में आना चाहते हैं और इसका अभ्यास करना चाहते हैं। कई माता-पिता एक नई सोच और उम्मीद के साथ इस खेल में आ रहे हैं, और खेल के प्रति सोच बदल रही है।”
टोक्यो 2020 के बाद स्केटबोर्डिंग की प्रतिष्ठा में बड़ा बदलाव
टोक्यो 2020 के बाद से खेल के प्रति लोगों का बदलता हुआ व्यवहार एक ऐसी चीज है जिसने स्केटबोर्डिंग को काफी हद तक प्रभावित किया है।
पुरुषों की स्ट्रीट स्केट प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाले ब्राजील के केल्विन होफ्लर के अनुसार, इस खेल में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है:
29 वर्षीय एथलीट ने Olympics.com को बताया कि "यह ओलंपिक खेलों के बाद काफी तेजी से बढ़ रहा है। स्केटबोर्डिंग करने वालों की संख्या बहुत बढ़ गई है।"
हॉफ्लर का मानना है कि ओलंपिक खेलों के साथ मीडिया कवरेज में वृद्धि के कारण भी इस खेल के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है। टोक्यो के बाद जिस तरह से स्केटबोर्डिग की ख्याति बढ़ी है और जिस तरह से इसकी पहुंच ने लोगों को छुआ, उसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।
ओलंपिक स्ट्रीट चैंपियन होरिगोम यूटो भी उस प्रभाव को देखकर अचंभित हो गए हैं जो उन्हें और अन्य स्केटिंगर्स को ओलंपिक के कारण हासिल हुआ है।
प्रतियोगिता को लेकर फिर से दुनिया का दौरा करते हुए जापानी स्केट स्टार ने पहली बार बदलाव देखा है, और इसने उन्हें व्यक्तिगत रूप से प्रभावित किया है:
"टोक्यो ओलंपिक के बाद, मुझे स्केटबोर्डिंग की लोकप्रियता का एहसास हुआ और इसकी वैल्यू कितने लोगों तक पहुंच चुकी है। इससे मुझे प्रेरणा मिली है। मैं स्केटबोर्डिंग दृश्य को और अधिक रोमांचक बनाना जारी रखना चाहता हूं और दुनिया में स्केटबोर्डिंग के स्तर को ऊपर उठाना चाहता हूं।"
टोक्यो 2020 स्केटबोर्डिंग: महिलाओं के खेल को आगे बढ़ाना
टोक्यो के एरिएक अर्बन स्पोर्ट्स पार्क में अगर किसी ग्रुप ने खास तौर पर सुर्खियां बटोरीं तो वह महिलाएं थीं।
साथ ही दुनिया को यह दिखाने के लिए कि ओलंपिक पदक का जश्न सही तरीके से कैसे मनाया जाए, पार्क और स्ट्रीट एथलीट दोनों फ्लेक्स करने में सक्षम थे कि महिलाओं की स्केटबोर्डिंग कितनी आगे बढ़ी है।
टीम यूएसए की मारिया डुरान न सिर्फ यह मानती हैं कि ओलंपिक ने महिलाओं के स्केटिंग के लिए ऊंचाई को बढ़ाने में मदद की है बल्कि वे युवा लड़कियों को यह देखने में भी मदद करते हैं कि सफलता का एक वैध मार्ग है, और उन्हें इसे लेना चाहिए:
"महिलाओं के लिए यह निश्चित रूप से स्तर को काफी आगे बढ़ा रहा है क्योंकि इसमें [ओलंपिक] दोनों जेंडर की मौजूदगी है। साथ ही खेल का वह स्तर जहां तक लड़कियां पहुंच सकती हैं, उस स्तर को देखने का मौका मिला, इस वजह से भी स्केटिंग को काफी बढ़ावा मिला है।"
"जब मैं पहली बार स्केटिंग में आई थी, जब मैं 10 साल की थी। उस समय मैं अपने हाथों की उंगलियों पर महिला स्केटिंगर्स की संख्या को गिन सकती थी। यहां तक कि मुझे उन्हें देखने के लिए भी यूट्यूब देखना होता था। लेकिन अब इस तरह के इवेंट्स करना और उन्हें दिखाना कि कौन सा स्तर हर किसी को एक नए स्तर के लिए प्रेरित कर रहा है।
एरिज़ोना की एथलीट ने कहा, "मुझे लगता है कि यह उन लोगों के लिए एक अलग रास्ता भी खोलता है जो वास्तव में इसमें हैं और इसका अनुसरण कर सकते हैं। जब मैंने पहली बार एक बोर्ड उठाया तो मैंने कहा था, 'मां, मैं स्केटबोर्ड करना चाहती हूं।' मां की प्रतिक्रिया काफी अच्छी नहीं थी और वह 'आह' की तरह थी!”
"वह बातचीत अब थोड़ी आसान है, इसलिए यह वास्तव में काफी अच्छा है।"
ब्राजील की ओलंपिक रजत पदक विजेता रायसा लील का भी मानना है कि ओलंपिक ने महिलाओं की स्केटबोर्डिंग को, विशेष रूप से उनके अपने देश में जीवन दिया है:
हाल ही में एसएलएस जैक्सनविल विजेता ने साझा किया, "काफी सारे लोग कहते थे कि लड़कियां स्केट नहीं कर सकतीं। ब्राजील में महिलाओं की स्केटबोर्डिंग बहुत हाशिए पर थी।"
“एक ऐसे खेल का हिस्सा होना जो ओलंपिक में शामिल है, हमारे लिए बहुत मायने रखता है। इसके अलावा खेलों के लिए इसका होना भी जरूरी है।" - रायसा लील
ओलंपिक स्केटबोर्डिंग को लेकर नाइजा हस्टन: यह सब सिर्फ एक मौके की बात है
जब टोक्यो 2020 में स्केटबोर्डिंग की स्पर्धाओं का समापन हुआ तब सितारों का एक नया जखीरा दुनिया के सामने आ चुका था।
लेकिन कुछ लोग पहले ही वैश्विक ख्याति हासिल कर चुके थे।
6 विश्व चैंपियनशिप खिताब हासिल करने वाले और 12 एक्स खेलों के स्वर्ण पदक विजेता के रुप में नाइजा हस्टन ओलंपिक से पहले ही अपनी विलक्षण स्केटिंग प्रतिभा का लोहा दुनिया भर में मनवा चुके थे।
लेकिन 27 वर्षीय अमेरिकी एथलीट के लिए ओलंपिक में जीत दर्ज करना किसी अन्य खिताब की तुलना में कहीं अधिक मायने रखता है। वे दूसरों के लिए उससे जुड़ने का प्रवेश द्वार भी हैं:
"मुझे लगता है कि यह इन नए बच्चों के लिए बहुत सारे अवसर दे रहा है जिन्हें आप वहां देख सकते हैं और जो वहां तक जा सकते हैं। वह अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकते हैं और अपने लिए एक अच्छा करियर बनाने का प्रयास कर सकते हैं।"
"मैं चाहता हूं कि अधिक से अधिक लोग मेरे स्तर तक पहुंचें और स्केटबोर्डिंग से सफल हों।"
"मेरे कुछ बेहद पसंदीदा स्केटिंगर्स इतने प्रतिभाशाली हैं लेकिन वे बस अपने जीवन में व्यस्त हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि ओलंपिक निश्चित रूप से उस स्तर पर और अधिक लोगों को लाने में मदद कर सकता है।"
पेरिस 2024: बेहतरीन स्केटबोर्डिंग अभी आना बाकी है
ऑस्ट्रेलिया के कीगन पामर और ब्राजील के पेड्रोस बैरोस के पीछे रहते हुए पार्क कांस्य पदक जीतने वाले कोरी जुनो ने टीम यूएसए को बताया कि ओलंपिक में स्केटबोर्डिंग करना कितना महत्वपूर्ण था:
"यह हमारे लिए एक बड़ा दिन है। स्केटबोर्डिंग के लिए एक बड़ा दिन, और यह अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और स्केटबोर्डिंग के शौकीन सभी लोगों के लिए एक बड़ा दिन है।
"अंत में हम सभी दोस्त हैं। मुझे यह कहना अच्छा लगता है कि हम एक-दूसरे के खिलाफ स्केट नहीं करते हैं; हम एक दूसरे के साथ स्केटिंग करते हैं।"
दो साल से भी कम समय में स्केटबोर्डिंग पेरिस 2024 के माध्यम से ओलंपिक में एक बार फिर से वापसी करेगी और इस बार हम और भी कई ‘बड़े’ पलों के गवाह बनेंगे।
दुनिया भर के स्केटर्स के लिए फ्रांस में आयोजित ओलंपिक खेल अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का एक नया अवसर है। जिन लोगों ने टोक्यो में इतिहास बनाने के मकसद से हिस्सा लिया था, उनके पास यह मौका है कि वे वहां से लिए गए सीख को पेरिस में लागू करें।
स्केटबोर्डिंग सेंट्रल पेरिस के प्लेस डि ला कॉनकॉर्ड पर प्रतिष्ठित ओबिलिस्क के तहत आयोजित होने के लिए तैयार है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्केटबोर्डिंग निश्चित रूप से एक बार फिर से सबके चेहरों पर मुस्कान का कारण बनेगी।
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