ओलंपिक स्ट्रीट स्केटबोर्डिंग क्वालीफायर शुरू हो रहे हैं! रोम में आयोजित पहले इवेंट में आपको क्या देखना चाहिए
समझिए क्या है प्रतियोगिता का फॉर्मेट और स्कोर करने का तरीका और इसके मूव्स। साथ ही जानिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्केटबोर्डर्स को आप कैसे देख सकते हैं।
ओलंपिक में स्केटबोर्डिंग की शुरुआत टोक्यो 2020 से हुई थी। इसके बाद यह खेल एक बार फिर से पेरिस 2024 का हिस्सा होने वाला है!
टोक्यो 2020 स्ट्रीट प्रतियोगिता ने इतिहास में सबसे कम उम्र के ओलंपिक पदक विजेताओं को पोडियम तक पहुंचते देखा है। इसमें महिलाओं की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की औसत आयु 14 वर्ष थी। वहीं, पुरुषों की प्रतियोगिता में बेहतरीन रोमांच देखने को मिला, जहां दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्केटबोर्डर्स ने ओलंपिक के स्टेज को रौशन किया।
पेरिस 2024 के लिए 26 जून से स्ट्रीट स्केटबोर्डिंग का क्वालीफायर शुरु होने जा रहा है। क्वालीफायर शुरु होने से पहले हम आपके लिए लाए हैं ये खेल गाइड, जिसके माध्यम से आप वो सबकुछ समझ सकते हैं जो आपको इस खेल के संबंध जानना चाहिए।
एथलीट: रोम में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर में इन स्केटबोर्डर्स पर होंगी निगाहें
रोम में आयोजित होने वाले स्केटबोर्डिंग स्ट्रीट क्वालीफायर के महिला और पुरुष दोनों प्रतियोगिताओं में ओलंपिक पदक विजेता हिस्सा लेंगे।
पुरुषों की प्रतियोगिता में सबकी निगाहें दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी संयुक्त राज्य अमेरिका के न्याजा हस्टन और जापान के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता होरिगोम यूटो पर होंगी।
हस्टन अपने करियर में छह विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक और 12 ग्रीष्मकालीन एक्स-गेम्स स्वर्ण पदक जीतकर खेल के दिग्गज बन गए हैं। हालांकि, जब ओलंपिक प्रतियोगिता की बात आती है, तो कैलिफोर्निया के डायनेमो को अब तक सफलता नहीं मिली है। टोक्यो 2020 स्ट्रीट प्रतियोगिता के फाइनल में, हस्टन अस्वाभाविक रुप से सातवें स्थान पर रहे। लेकिन 27 साल की उम्र में भी उनके पास अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका है जब दो साल के बाद में पेरिस ओलंपिक खेल शुरू होंगे।
जापान के होरिगोम ने टोक्यो में एक शानदार प्रदर्शन किया था। जहां घरेलू दर्शकों के सामने तत्कालीन 22 वर्षीय खिलाड़ी ने संभावित 40 में से 37.18 का स्कोर बनाकर खेल में पहली बार ओलंपिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
ओलंपिक रजत पदक विजेता, ब्राजील के केल्विन होफ्लर और संयुक्त राज्य अमेरिका के कांस्य पदक विजेता जैगर ईटन के साथ-साथ जापान के शिराई सोरा भी दर्शकों के पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक होंगे। होफ्लर वर्तमान में दुनिया में चौथे स्थान पर हैं और ईटन आठवें स्थान पर हैं। वहीं, हस्टन और होरिगोम के बाद शिराई तीसरे स्थान पर हैं।
महिलाओं की प्रतियोगिता में ब्राजील और जापानी स्केटबोर्डर्स के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी। वर्तमान में विश्व की नंबर 1 स्केटबोर्डर पामेला रोजा रैंकिंग में हमवतन और ओलंपिक रजत पदक विजेता रायसा लील से ठीक आगे हैं। लील ने जब टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था तब वे सिर्फ 13 साल की थीं। जबकि 22 वर्षीय रोजा जापान में 10वें स्थान पर रहीं।
जापानी महिला स्केटबोर्डिंग टीम की चुनौती का सामना करने के लिए उन्हें बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करना होगा। जापानी महिला स्केटबोर्डिंग टीम में ओलंपिक चैंपियन निशिया मोमिजी, कांस्य पदक विजेता नाकायामा फुना और विश्व में तीसरे नंबर की खिलाड़ी निशिमुरा ओरी जैसी दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं।
निशिया ने सिर्फ 13 साल की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीतकर दुनिया को अचंभित कर दिया था। उन्होंने एक साल पहले रोम में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता था।
टोक्यो में अपनी जीत के तुरंत बाद, ओलंपिक चैंपियन ने तुरंत अपना ध्यान पेरिस में आयोजित होने वाले अगले ओलंपिक की ओर केंद्रित कर लिया है। उन्होंने कहा: "मैं इतनी मशहूर होना चाहती हूं कि दुनिया में हर कोई मुझे जाने। मैं पेरिस 2024 में भी जीत दर्ज करना चाहती हूं।"
अब उनके पास रोम में होने वाले पहले क्वालीफाइंग इवेंट के माध्यम से पेरिस ओलंपिक के सफर को शुरु करने का मौका है।
पेरिस 2024 में स्केटबोर्डिंग स्ट्रीट का परिणाम कैसे तय किया जाएगा?
पेरिस 2024 को लेकर स्केटबोर्डिंग स्ट्रीट के स्कोरिंग सिस्टम में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं जो रोम में ओलंपिक क्वालीफायर के दौरान भी लागू होंगे।
इस बार भी प्रत्येक प्रतियोगी 45 सेकेंड का दो रन पूरा करेंगे। इसके बाद एक ट्रिक फेज का आयोजन किया जाएगा। हालांकि, पेरिस 2024 ओलंपिक खेल, टोक्यो 2020 से अलग होगा। टोक्यो 2020 में 0 और 10 के बीच व्यक्तिगत ट्रिक्स और रन से हासिल किए स्कोर, जिसमें सर्वश्रेष्ठ चार अंकों को मिलाकर कुल स्कोर 0 और 40 के बीच दिया गया था। यह भले ही स्कोर ट्रिक या रन फेज में प्राप्त किए गए हों। इसकी तुलना में पेरिस 2024 अलग होगा।
पेरिस 2024 के क्वालीफायर और गेम्स-टाइम प्रतियोगिता के लिए, ट्रिक्स और रन प्रत्येक में 0 और 100 के बीच स्कोर किए जाएंगे, जिसमें एक रन और दो ट्रिक्स की गिनती 0 और 300 के बीच के अंतिम स्कोर प्राप्त करने के लिए की जाएगी।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य ट्रिक और रन फेज के अंकों के बीच अधिक समानता लाना है।
स्केटबोर्डिंग स्ट्रीट प्रतियोगिता का फॉर्मेट
जैसा कि ऊपर लिखा गया है कि रोम में स्केटबोर्डर्स 45 सेकेंड के दो रन पूरे करेंगे, इसके बाद ट्रिक्स के फेज का आयोजन किया जाएगा।
ओलंपिक विश्व स्केट रैंकिंग में शीर्ष पांच रैंक वाले एथलीट और टोक्यो 2020 ओलंपिक के पदक विजेता ओपन क्वालीफायर में हिस्सा नहीं लेंगे और सीधे प्रतियोगिता के अगले चरण में पहुंच जाएंगे।
छठे से 30वें स्थान पर रहने वाले सभी स्केटर्स जो ओलंपिक पदक विजेता नहीं हैं, उन्हें ओपन क्वालीफायर में वरीयता दी जाएगी।
ओपन क्वालीफायर में हिस्सा लेने वाले प्रत्येक जेंडर के शीर्ष 32 एथलीट क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेंगे, जिसमें उनके स्कोर की गणना के लिए सर्वश्रेष्ठ दो रन को आधार बनाया जाएगा। क्वार्टर फाइनल में, प्रत्येक जेंडर के शीर्ष 16 स्केटबोर्डर सेमीफाइनल में पहुंचेंगे, जिसमें उनके स्कोर का फैसला दो सर्वश्रेष्ठ रनों के आधार पर होगा।
सेमीफाइनल में नए ओलंपिक स्कोरिंग के प्रारूप को फॉलो किया जाएगा। इसमें प्रत्येक स्केटबोर्डर दो रन और पांच ट्रिक्स पूरा करेगा। इसके बाद उनके कुल स्कोर की गणना के लिए उनके सर्वश्रेष्ठ रन और दो ट्रिक्स स्कोर को शामिल किया जाएगा। इसी आधार पर हर जेंडर से शीर्ष आठ एथलीट फाइनल में पहुंचेंगे।
फाइनल में, पोडियम के लिए खिलाड़ियों के चयन के लिए फिर से नए ओलंपिक स्कोरिंग प्रारूप का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक एथलीट के सर्वश्रेष्ठ रन और सर्वश्रेष्ठ दो ट्रिक्स के स्कोर के आधार पर उन्हें 0 और 300 के बीच अंक दिया जाएगा।
स्केटबोर्डिंग के टॉप ट्रिक्स
रोटेशन
पेरिस 2024 के दौरान रोटेशन को देखें, क्योंकि स्केटबोर्डर्स वाकई अपने शरीर और स्केटबोर्ड को अलग-अलग डिग्री तक घुमाते हैं। हालांकि, 180 और 360 डिग्री रोटेशन देखना आम बात है, लेकिन प्रतियोगिता में 540 डिग्री रोटेशन देखना एक अलग रोमांच होगा।
हैंड प्लांट्स
हैंड प्लांट्स में एक स्केटबोर्डर शामिल होता है जो अपनी स्थिति के क्रम को पलटते हैं। इस दौरान वे एक-हाथ के हैंडस्टैंड से जुड़े रहते हैं और उनके पैर स्केटबोर्ड से चिपके रहते हैं।
ग्राइंड
स्केटबोर्डिंग में कई प्रकार के ग्राइंड होते हैं, जहां एथलीट बोर्ड के विभिन्न हिस्सों का उपयोग रेल या अन्य बाधाओं के किनारे पर स्लाइड करने के लिए करते हैं। स्केटबोर्डर्स ग्राइंड करने के लिए बोर्ड के जिस हिस्से का इस्तेमाल करते हैं उनमें ट्रक, डेक का सामने वाला हिस्सा, डेक के पीछे वाला हिस्सा, एक ट्रक, दोनों ट्रक शामिल होते हैं। इसके इस्तेमाल से स्केटबोर्डर्स अचंभित कर देने वाले ट्रिक्स करते हैं।
फुट प्लांट
इस ट्रिक को अक्सर कोई अनुपालन नहीं करने के रूप में जाना जाता है। दरअसल फुट प्लांट के दौरान स्केटबोर्डर्स वैसे ही ट्रिक्स करते हैं जैसा वो हैंड प्लांट के दौरान करते हैं। दोनों में फर्क बस इतना है कि यहां वे अपने पैरों का इस्तेमाल करके ट्रिक्स करते हैं।
ग्रैब
ग्रैब्स में आपको अपने बोर्ड को अपने हाथों से हवा में पकड़ना होता है। यह आप या तो पैरों के सामने से कर सकते हैं या फिर पैरों के पीछे से कर सकते हैं।
एली-ऊप
स्केटबोर्डिंग में सबसे प्रसिद्ध ट्रिक्स में से एक, एली-ऊप एक रोटेशन के समान ही होता है। लेकिन इसमें शीर्ष पर पहुंचने के बाद कुछ समय तक हवा में रुकना शामिल है।