ओलंपिक कांस्य पदक विजेता एमसी मैरीकॉम (MC Mary Kom) अगले महीने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी।
कोविड-19 महामारी के कारण मिले ब्रेक के बाद यह भारतीय दिग्गज बॉक्सर का दूसरा टूर्नामेंट होगा, इससे पहले 38 साल की इस मुक्केबाज ने पिछले महीने बॉक्सम टूर्नामेंट में भाग लिया था।
हालांकि मैरीकॉम बॉक्सम टूर्नामेंट में पूरी लय में नही दिखी। 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन ने पहला राउंड तो जीत लिया लेकिन अगले राउंड यानी सेमीफाइनल में उन्हें स्प्लिट डिसिजन के तहत 4:1 से हार मिली। मैरीकॉम को इस इवेंट में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
आगामी एशियान मीट के लिए, बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) ने नई दिल्ली में पिछले सप्ताह के अंत में गैर-ओलंपिक वेट कैटेगिरी सेलेक्शन ट्रायल किया था। कुल मिलाकर, 10 महिला मुक्केबाज एशियाई चैंपियनशिप में भाग लेंगी।
आगामी एशियाई बैठक के लिए, बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय मुक्केबाजों को ट्रायल से छूट दी गई थी। इसमें मैरी कॉम (51 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलिना बोरगोहेन (69 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) शामिल थीं।
पूजा ने 2019 में बैंकाक में आयोजित एशियन मीट के 81 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था जबकि सिमरनजीत ने 64 किग्रा में रजत पदक अपने नाम किया था। दोनों बॉक्सम में बार रिंग में उतरी थी।
एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली अन्य भारतीय मुक्केबाज़ों में मोनिका (48 किग्रा), साक्षी चौधरी (54 किग्रा), जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा), पाविलो बासुमतरी (64 किग्रा), स्वीटी बोरा (81 किग्रा) और अनुपमा (+ 81 किग्रा) शामिल हैं।
मुक्केबाज इस समय नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक राष्ट्रीय शिविर में बायो-बबल में हैं।