टोक्यो पैरालंपिक: क्वारंटाइन में मरियप्पन थंगावेलु, टेक चंद बने ओपनिंग सेरेमनी के लिए भारत के ध्वजवाहक

रियो 2016 के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु टोक्यो की फ्लाइट में एक COVID-​​पॉजिटिव साथी यात्री के संपर्क में आ गए थे।

3 मिनटद्वारा विवेक कुमार सिंह
RIO DE JANEIRO, BRAZIL - SEPTEMBER 09: Gold medalist Mariyappan Thagavelu of India celebrate on the podium at the medal ceremony for the Men's High Jump F42 Final during day 2 of the Rio 2016 Paralympic Games at the Olympic Stadium on September 9, 2016 in Rio de Janeiro, Brazil. (Photo by Alexandre Loureiro/Getty Images)
(Alexandre Loureiro/ Getty Images)

हाई जम्पर मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) मंगलवार को टोक्यो 2020 पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए भारतीय दल से दूर रहेंगे।

टोक्यो जाने के लिए अपनी फ्लाइट के दौरान एक COVID ​​​​पॉजिटिव साथी यात्री के संपर्क में आने के बाद मरियप्पन थंगावेलु जापान सरकार के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुसार गेम्स विलेज में क्वारंटाइन में है। हालांकि, तमिलनाडु के सलेम जिले के रहने वाले 26 वर्षीय थंगावेलु का छह दिनों से लगातार टेस्ट किया जा रहा है, और उनकी रिपोर्ट लगातार नेगेटिव आ रही है।  

टोक्यो पैरालंपिक आयोजन समिति ने भारतीय अधिकारियों को एहतियात के तौर पर उद्घाटन समारोह से मरियप्पन थंगावेलु को दूर रहने की सलाह दी है।

मरियप्पन थंगावेलु टोक्यो 2020 पैरालंपिक उद्घाटन समारोह के लिए भारत के ध्वजवाहक थे, लेकिन अब उनकी जगह शॉट-पुटर टेक चंद (Tek Chand) को ध्वजवाहक बनाया गया है।

उद्घाटन समारोह में भारत के छह अधिकारियों और पांच पैरा-एथलीटों के भाग लेने की उम्मीद थी। अब दल के सिर्फ नौ सदस्य समारोह में भाग लेंगे, जिनमें सिर्फ टेक चंद पैरा-शॉट पुटर हैं।

डिस्कस थ्रो एथलीट विनोद कुमार (Vinod Kumar) को भी टोक्यो पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह में भी भाग लेना था, जो एक COVID ​​​​पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में पाए गए हैं। हालांकि, मरियप्पन थंगावेलु और विनोद कुमार दोनों ही अपने-अपने इवेंट में हिस्सा ले सकेंगे।

मरियप्पन थंगावेलु ने 2016 रियो पैरालंपिक में पुरुषों की हाई जंप टी-42 श्रेणी में स्वर्ण पदक और 2019 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की हाई जंप टी-63 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वो जकार्ता में हुए 2018 एशियन पैरा खेलों के उद्घाटन समारोह के लिए भी भारत के ध्वजवाहक थे।

टेक चंद हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। 37 वर्षीय ने 2018 एशियन पैरा खेलों में पुरुषों के शॉट पुट में कांस्य और 2018 विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में रजत जीता था।

2005 में कार्यस्थल पर एक दुर्घटना के बाद टेक चंद को रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी, और वे लकवाग्रस्त हो गए। उन्होंने एक दोस्त से पैरा गेम्स के बारे में सुनने के बाद 2015 में पैरा एथलीट के रूप में जेवलिन थ्रो और शॉट पुट का अभ्यास करना शुरू किया।

रेवाड़ी के राव तुलाराम स्टेडियम में ट्रेनिंग करते हुए वो एक दिन में 200 थ्रो किया करते थे। टेक चंद हरियाणा राज्य सरकार के स्पोर्ट्स एंड यूथ अफेयर्स विभाग के कोच भी हैं।

ग्रीष्मकालीन खेलों में देश की सबसे बड़ी टीम टोक्यो पैरालंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही है, जहां 54 एथलीट अपने-अपने स्पर्धाओं में भारत को पदक दिलाने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे